Categories for वन्य जीव एवं जैव विविधता

कतरनियाघाट में रह रहे घड़ियालों के निवास पर हरियाली का छापा

कतरनियाघाट में रह रहे घड़ियालों के निवास पर हरियाली का छापा

उत्तर प्रदेश और नेपाल सीमा से सटे कतरनियाघाट वन्यजीव अभ्यारण्य के समीप से गुजरती गिरवा नदी के बहाव में कमी आयी और इसके किनारे हरियाली उग आई। यूं तो हरियाली…
कतरनियाघाट में रह रहे घड़ियालों के निवास पर हरियाली का छापा
क्या आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस के प्रयोग से बदलेगी उत्तराखंड वन्यजीव संरक्षण की तस्वीर!

क्या आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस के प्रयोग से बदलेगी उत्तराखंड वन्यजीव संरक्षण की तस्वीर!

उच्च हिमालयी क्षेत्र में पाया जाने वाला हिम तेंदुआ जितना शर्मीला है, उसकी पहचान उतनी ही मुश्किल है। यह जीव पर्यावरण से जुड़े बदलते परिवेश और शिकार जैसे कई चुनौतियों…
क्या आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस के प्रयोग से बदलेगी उत्तराखंड वन्यजीव संरक्षण की तस्वीर!
सज्जनगढ़ बायोलाजिकल पार्क, उदयपुर में आराम करता एक मगरमच्छ

पानी में बिना किसी टकराव के कैसे साथ रह लेते हैं घड़ियाल और मगरमच्छ

जब दो बराबर के जीवों का ठिकाना एक ही हो। आमना-सामना होता हो और मौजूदा संसाधनों में दोनों को हिस्सा चाहिए हो तो टकराव होना सामान्य हो जाता है। इस…
सज्जनगढ़ बायोलाजिकल पार्क, उदयपुर में आराम करता एक मगरमच्छ
म्यांमार के रास्ते भारत पहुंच रहे विदेशी नस्ल के वन्यजीव, पूर्वोत्तर राज्य बन रहे तस्करी का अड्डा

[वीडियो] म्यांमार के रास्ते भारत पहुंच रहे विदेशी नस्ल के वन्यजीव, पूर्वोत्तर राज्य बन रहे तस्करी का अड्डा

असम के गोलाघाट जिले के घिलाधारी में चुनाव को लेकर चेकपोस्ट पर वाहनों की चेकिंग के दौरान कुछ ऐसा हुआ कि सुरक्षाकर्मी भी चौंक गए। हाल ही में संपन्न विधानसभा…
म्यांमार के रास्ते भारत पहुंच रहे विदेशी नस्ल के वन्यजीव, पूर्वोत्तर राज्य बन रहे तस्करी का अड्डा
सांप से लेकर तेंदुए तक की जान बचा रही कश्मीर की आलिया

सांप से लेकर तेंदुए तक की जान बचा रहीं हैं कश्मीर की आलिया मीर

पिछले साल दिसंबर में श्रीनगर की गलियों में एक तेंदुआ भटकता हुआ दिखा। इसका एक वीडियो भी सामने आया। तेंदुआ जंगल के बाड़े को पार कर बाग-ए-महताब इलाके में चला…
सांप से लेकर तेंदुए तक की जान बचा रही कश्मीर की आलिया
हसदेव अरण्य में लेमरु हाथी रिजर्व: कोयले की चाह, सरकारी चक्र और पंद्रह साल का लंबा इंतजार

[वीडियो] हसदेव अरण्य और लेमरु हाथी रिजर्व: कोयले की चाह, सरकारी चक्र और पंद्रह साल का लंबा इंतजार

कोरबा ज़िले की पतुरियाडांड के सरपंच उमेश्वर सिंह आर्मो को 15 जून 2015 को मदनपुर में कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी का वह वादा याद है, जिसमें उन्होंने कहा…
हसदेव अरण्य में लेमरु हाथी रिजर्व: कोयले की चाह, सरकारी चक्र और पंद्रह साल का लंबा इंतजार
लेदरबैक कछुआ देश में पाई जाने वाली सभी पांच प्रजातियों में सबसे बड़ा है। कई बार इसका आकार आदमकद भी हो जाता है। तस्वीर- अदिथ स्वामीनाथन

आदमकद कछुए: लिटिल अंडमान में पाए जाने वाले जीव पर पड़ सकती है ‘विकास’ की मार

लेदरबैक टर्टल यानी ऐसा कछुआ जिसकी पीठ चमड़े जैसी दिखती हो। दुनियाभर में समुद्री कछुए की सात प्रजातियां पाई गई हैं। इनमें से पांच प्रजातियां भारत में पाई जाती हैं।…
लेदरबैक कछुआ देश में पाई जाने वाली सभी पांच प्रजातियों में सबसे बड़ा है। कई बार इसका आकार आदमकद भी हो जाता है। तस्वीर- अदिथ स्वामीनाथन
रेगिस्तान में भेड़ों का एक झुंड

तस्वीरों में कैद रेगिस्तान: खतरे में है थार का पारिस्थितिकी तंत्र

जब जैव-विविधता और वन्य जीवों की बात होती है तो अमूमन सबका ध्यान घने जंगलों की तरफ जाता है। पर इस खूबसूरत पृथ्वी के लिए रेगिस्तान की जैव-विविधता भी काफी…
रेगिस्तान में भेड़ों का एक झुंड
माउंट आबू में स्लोथ बीयर यानी भालुओं की संख्या लगातार कम हो रही है। पूरे राजस्थान में लगभग 655 भालू हैं। तस्वीर- रुद्राक्ष चोडनकर/विकिमीडिया कॉमन्स

माउंट आबूः भालुओं ने किया बंदर का शिकार, विशेषज्ञ हैरान, राजस्थान का पहला मामला

बीते फरवरी महीने की 17 तारीख को माउंट आबू के जंगलों में भालुओं  ने अपने स्वभाव के विपरीत एक बंदर का शिकार किया। इस वाकये ने वन्यजीव विशेषज्ञ और जानकारों…
माउंट आबू में स्लोथ बीयर यानी भालुओं की संख्या लगातार कम हो रही है। पूरे राजस्थान में लगभग 655 भालू हैं। तस्वीर- रुद्राक्ष चोडनकर/विकिमीडिया कॉमन्स
सिमलीपाल जंगल में लगी आगः वन विभाग या वनवासी, कौन है जिम्मेवार?

सिमलीपाल जंगल में लगी आगः वन विभाग या वनवासी, कौन है जिम्मेवार?

ओडिशा के सिमलीपाल राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व में भीषण आग लगी हुई है। वन विभाग तकरीबन एक महीने से यहां आग बुझाने की कोशिश कर रहा है पर सफलता…
सिमलीपाल जंगल में लगी आगः वन विभाग या वनवासी, कौन है जिम्मेवार?
अरावली के जंगल में कैमरा ट्रैप में कैद हुई तेंदुए की तस्वीर। (बाएं) मांगर बनी का जंगल। (दाएं) तस्वीर- सुनील हर्सना और प्रदीप कृष्ण

दिल्ली-हरियाणा का अरावली जंगल है जैव-विविधतता का केंद्र, संरक्षण की जरूरत

दिल्ली की भागदौड़ भरी जिंदगी और  ट्रैफिक की भीड़भाड़ के बीच जंगल और जंगली जीव की उपस्थिति के बारे में शायद ही कोई सोच सकता है, लेकिन हाल में आए…
अरावली के जंगल में कैमरा ट्रैप में कैद हुई तेंदुए की तस्वीर। (बाएं) मांगर बनी का जंगल। (दाएं) तस्वीर- सुनील हर्सना और प्रदीप कृष्ण
सुभद्रा सान्याल और गीता मंडल सुंदरबन के सतजेलिया गांव में रहती हैं। दोनों महिलाओं के पति बाघ के हमले में मारे गए। गीता आज भी जंगल के उत्पादों से जीवन यापन करती हैं, लेकिन सुभद्रा के मन मस्तिष्क पर बाघ के हमले का गहरा असर हुआ और अब वह जंगल जाने से डरती हैं। तस्वीर- कार्तिक चंद्रमौली/मोंगाबे

सुंदरबन में भ्रांति और अनदेखी के बीच पिसती ‘बाघ विधवाएं’

रॉयल बंगाल टाइगर के घर सुंदरबन के सतजेलिया गांव में सूरज ढलते ही लोगों के बीच अजीब सी मायूसी छा जाती है। मछली और केकड़ा पकड़कर पेट पालने वाली गीता…
सुभद्रा सान्याल और गीता मंडल सुंदरबन के सतजेलिया गांव में रहती हैं। दोनों महिलाओं के पति बाघ के हमले में मारे गए। गीता आज भी जंगल के उत्पादों से जीवन यापन करती हैं, लेकिन सुभद्रा के मन मस्तिष्क पर बाघ के हमले का गहरा असर हुआ और अब वह जंगल जाने से डरती हैं। तस्वीर- कार्तिक चंद्रमौली/मोंगाबे
स्थानीय मछुआरों को काली धारी वाले शार्क अधिक मिलते हैं। तस्वीर- मेमुरुबु/विकिमीडिया कॉमन्स

गोवा में बढ़ रहा शार्क खाने का चलन, दुर्लभ प्रजातियों पर पड़ सकता है विपरीत प्रभाव

समुद्र की बेहतरीन शिकारी शार्क के दांत इतने मजबूत होते हैं कि मछली और इंसान तो क्या पानी के नाव भी चबा जाए। बावजूद इसके शार्क इंसानों के आहार का…
स्थानीय मछुआरों को काली धारी वाले शार्क अधिक मिलते हैं। तस्वीर- मेमुरुबु/विकिमीडिया कॉमन्स
पहाड़ी मैना

बस्तर में है छत्तीसगढ़ के राजकीय पक्षी पहाड़ी मैना का आशियाना, शुरु हुए संरक्षण के प्रयास

गहरा काला रंग, नारंगी चोंच और पीले रंग के पैर और कलगी। यह पहचान है खूबसूरत पहाड़ी मैना की। इन्हें देखना हो तो छत्तीसगढ़ के बस्तर स्थित घने जंगलों का…
पहाड़ी मैना
सुंदरबन

सुंदरबनः कहानी एक शिकारी के हृदयपरिवर्तन की, हत्या छोड़ अपनाई संरक्षण की राह

यह कहानी एक शिकारी के हृदय परिवर्तन की है। ऐसा हृदय परिवर्तन जिसने पूरे गांव को अपना पुश्तैनी शिकार का काम छोड़, वन्यजीवों के संरक्षण के लिए प्रेरित किया। यह…
सुंदरबन
जिम कार्बेट नेशनल पार्क में दो एशियाई हाथी आपस में खेलते हुए। तस्वीर- अरिंदम भट्टाचार्य/फ्लिकर

[कमेंट्री] विकास बनाम पर्यावरण: उत्तराखंड किस रास्ते पर अग्रसर है!

उत्तराखंड के इकलौते हाथियों के निवास स्थान शिवालिक हाथी रिजर्व को वहां की सरकार निरस्त करने के प्रयास में हैं। यानी राज्य सरकार वन भूमि को सामान्य भूमि में तब्दील…
जिम कार्बेट नेशनल पार्क में दो एशियाई हाथी आपस में खेलते हुए। तस्वीर- अरिंदम भट्टाचार्य/फ्लिकर
घड़ियाल

भारत-नेपाल के बीच हुई संरक्षण की साझेदारी, फिर बेखौफ तैरने लगे घड़ियाल

बिहार और बंगाल की सीमा पर बसे एक गांव में अजीब खलबली मची थी। कोई चिल्ला रहा था- घड़ियाल देख लो, घड़ियाल देख लो। देखने वालों में अजीबोगरीब उत्साह था।…
घड़ियाल
चंबल सफारी में चौकीदार का काम करने वाले जगदीश इंडियन स्किमर के घोसलों की रक्षा करते हैं। एक दशक पहले इन्होंने घड़ियाल से संरक्षण का काम शुरू किया था। इलस्ट्रेशन- तान्या टिम्बले

अंडों की चौकीदारी: चम्बल के बीहड़ में मेहमान पक्षी को बचाने का संघर्ष

चम्बल के एक गांव जैतपुर से जगदीश जब लाठी, टॉर्च, कलम और डायरी लेकर निकलते हैं तो ऐसा लगता है कि गांव की चौकीदारी करने निकल रहें हैं। कुछ हद…
चंबल सफारी में चौकीदार का काम करने वाले जगदीश इंडियन स्किमर के घोसलों की रक्षा करते हैं। एक दशक पहले इन्होंने घड़ियाल से संरक्षण का काम शुरू किया था। इलस्ट्रेशन- तान्या टिम्बले
काशी के गंगा घाट पर प्रवासी पक्षियों की वजह से प्रकृति का खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है। तस्वीर- प्रभु बी/फ्लिकर

क्या है वेटलैंड और इसे बचाना क्यों है जरूरी?

जंगल को धरती का फेफड़ा कहा जाता है क्योंकि यही जंगल वातावरण में फैले कार्बन डाइऑक्साइड को ग्रहण कर ऑक्सीजन का उत्सर्जन करते हैं। इस आधार पर कहें तो वेटलैंड्स…
काशी के गंगा घाट पर प्रवासी पक्षियों की वजह से प्रकृति का खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है। तस्वीर- प्रभु बी/फ्लिकर
मवेशी

कमाल कर रही मवेशियों की देसी नस्ल, क्या यही है क्लाइमेट चेंज का समाधान!

क्लाइमेट चेंज यानी मौसम में अनियमित बदलाव की बात अब जगजाहिर है। खेती-किसानी के साथ-साथ पशुपालन पर भी इसका विपरीत प्रभाव पड़ने लगा है। आने वाले समय में मौसम का…
मवेशी
बीज का संग्रहण, उसकी रोपाई और खेती के अन्य मौके डोंगरिया के लिए त्योहार की तरह हैं।

प्रकृति पूजक डोंगरिया आदिवासी सहेज रहे बीजों की विरासत, बदलते मौसम में भी बरकरार पैदावार

नियमगिरि पहाड़ियों पर सुंदर और घने वनों के बीच आधुनिकता से दूर एक आदिवासी समाज रहता है। अपने में अनोखे इस समाज को डोंगरिया कोंध के नाम से जानते हैं।…
बीज का संग्रहण, उसकी रोपाई और खेती के अन्य मौके डोंगरिया के लिए त्योहार की तरह हैं।
बोनट मकाक खाना मांगने के लिए इस तरह हाथ फैलाता है। तस्वीर- श्रीजाता गुप्ता

बांदीपुर टाइगर रिजर्व के बंदरों ने सीख लिया है हाथ फैलाकर भीख मांगना

कर्नाटक के बांदीपुर टाइगर रिजर्व में पर्यटकों और यहां पाए जाने वाले बोनट मकाक (Macaca radiata) यानी बंदर की एक विशेष प्रजाति के बीच नोंकझोंक रोज की बात हो गई…
बोनट मकाक खाना मांगने के लिए इस तरह हाथ फैलाता है। तस्वीर- श्रीजाता गुप्ता
भोरमदेव

विस्थापन के भय से छत्तीसगढ़ के भोरमदेव जंगल को टाइगर रिजर्व बनाने के विरोध में बैगा आदिवासी

छत्तीसगढ़ में मध्यप्रदेश की सीमा से सटा भोरमदेव का जंगल अपने इतिहास और बाघ समेत दर्जनों अन्य प्रजाति के जीवों की उपस्थिति को लेकर चर्चा में रहा है। मध्यप्रदेश कान्हा…
भोरमदेव
गंगा डॉल्फिन

जिस गंगा डॉल्फिन का जिक्र पौराणिक कथाओं में उसे क्यों भूलने लगे हम

पिछले सप्ताह एक बेचैन करने वाला विडियो वायरल हुआ जिसमें कुछ लोग एक डॉल्फिन पर लाठी, डंडे और कुल्हाड़ी जैसे हथियार से अंधाधुंध हमला करते दिखे। उसपर हमला करने वाले…
गंगा डॉल्फिन
खराई ऊंट

गुजरात में पाए जाते हैं तैरने वाले ऊंट, मंडराने लगा है इनके अस्तित्व पर खतरा

ऊंट को रेगिस्तान का जहाज कहा जाता है। ऐसा इसीलिए क्योंकि ऊंचे गर्दन वाला यह जीव रेत के बीच भी तेजी से भागता है। गर्म दिनों में कई दिनों तक…
खराई ऊंट
भालू

राजस्थान-गुजरात के बीच जंगल का गलियारा अब इको सेंसेटिव जोन, क्या आसान होगा भालुओं का सफर?

राजस्थान और गुजरात के बीच अरावली की पहाड़ियों पर बसा इकलौता हिल स्टेशन है माउंट आबू। यहां दूर-दूर से सैलानी आते है। इस खूबसूरत हिल स्टेशन के आसपास के जंगल…
भालू
लेह के जंगलों में घूमते आवारा कुत्ते। जानकार मानते हैं कि घरेलू कुत्तों से वन्यजीवन को खतरा है। तस्वीर- अथर परवेज

कुत्ते इंसानों के बेहतरीन दोस्त पर वन्यजीवों की 80 प्रजातियों के लिए खतरा

कुत्तों को इंसानों का सबसे पुराना दोस्त होने का दर्जा मिला हुआ है। पर इंसानों से दोस्ताना व्यवहार रखने वाले कुत्ते जंगली जीवों से ऐसी दोस्ती नहीं निभाते। देश में…
लेह के जंगलों में घूमते आवारा कुत्ते। जानकार मानते हैं कि घरेलू कुत्तों से वन्यजीवन को खतरा है। तस्वीर- अथर परवेज
दक्षिणपूर्व कर्नाटक में बिलीगिरिंगा पहाड़ी का तेंदुआ। देशभर में कर्नाटक तेंदुए की अनुमानित संख्या (1,783) में दूसरे स्थान पर है। फोटो- उदय किरण/विकिमीडिया कॉमन्स

देश में 60 फीसदी और मध्यप्रदेश में 88 फीसदी बढ़ी तेंदुए की आबादी, इंसानों के साथ संघर्ष रोकना बड़ी चुनौती

आए दिन देश के किसी कोने से तेंदुए के पीछे लाठी-डंडा लेकर दौड़ते लोगों की तस्वीर नजर आती है। कभी पंजाब के खेतों से तो कभी मध्यप्रदेश के किसी रिहायशी…
दक्षिणपूर्व कर्नाटक में बिलीगिरिंगा पहाड़ी का तेंदुआ। देशभर में कर्नाटक तेंदुए की अनुमानित संख्या (1,783) में दूसरे स्थान पर है। फोटो- उदय किरण/विकिमीडिया कॉमन्स
कॉमन क्रो। भोपाल के वन विहार में नेक्टर प्लांट पर तितलियां फूलों का रस लेती हुई नजर आती हैं। फोटो- मोहम्मद खालिक

सुंदरता बनी जी का जंजाल: क्या तितली पार्क बनाने से बचेगा यह जीता-जागता फूल!

क्यारियों में लगे रंग-बिरंगे फूल और उसपर मंडराती अनगिनत तितलियां। एक साथ हजारों तितलियों को उड़ता देखकर लगता है मानो खूबसूरत फूल हवा में तैर रहे हों। यह दृश्य भोपाल…
कॉमन क्रो। भोपाल के वन विहार में नेक्टर प्लांट पर तितलियां फूलों का रस लेती हुई नजर आती हैं। फोटो- मोहम्मद खालिक
बैनर तस्वीर- कुल्हिया वाइल्ड लाइफ सेंचुरी ओडिशा से लगी सड़क पर हाथी। फोटो - अरिंदम भट्टाचार्य/फ्लिकर

तकनीक के सहारे हाथियों से बचाव, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में हो रहे नए प्रयोग

मनोरम पठारी क्षेत्र में बसे जशपुर जिले के गांव अमूमन शांत रहते हैं। यहां जंगल के सटे गांवों में तो चिड़ियों की आवाज के अलावा घंटों कोई दूसरी आवाज नहीं…
बैनर तस्वीर- कुल्हिया वाइल्ड लाइफ सेंचुरी ओडिशा से लगी सड़क पर हाथी। फोटो - अरिंदम भट्टाचार्य/फ्लिकर