पर्यावरण से जुड़ी सुर्खियां

प्रकृति और पर्यावरण से जुड़े मुद्दों की खोज खबर। मोंगाबे एक गैर-लाभकारी संस्था है।

पटना में वायु प्रदूषण

दिल्ली की तर्ज पर बिहार में लगेगा स्मॉग टावर, प्रदूषण कम करने में कितना असरदार

बिहार की हवा दिन-ब-दिन प्रदूषित होती जा रही है। यहां की राजधानी पटना के हालात इतने खराब हैं कि वर्ष 2016 में विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट ने पटना…
पटना में वायु प्रदूषण
देश के खनन प्रभावित क्षेत्रों में न सिर्फ वन संपदा को नुकसान हुआ है बल्कि वहां के स्थानीय लोगों पर भी खनन का दुष्प्रभाव दिखता है। तस्वीर- गुरविंदर सिंह

छत्तीसगढ़ और कोयला खनन: पेसा कानून की अनदेखी पर फिर उठे सवाल, सरकार और ग्रामीण आमने-सामने

तो क्या आदिवासियों के संरक्षण के लिए 1996 में लागू किया गया पेसा यानी पंचायत (अनुसूचित क्षेत्रों में विस्तार) क़ानून का कोई अर्थ नहीं रह गया है? कम से कम…
देश के खनन प्रभावित क्षेत्रों में न सिर्फ वन संपदा को नुकसान हुआ है बल्कि वहां के स्थानीय लोगों पर भी खनन का दुष्प्रभाव दिखता है। तस्वीर- गुरविंदर सिंह
सुंदरबन

सुंदरबनः कहानी एक शिकारी के हृदयपरिवर्तन की, हत्या छोड़ अपनाई संरक्षण की राह

यह कहानी एक शिकारी के हृदय परिवर्तन की है। ऐसा हृदय परिवर्तन जिसने पूरे गांव को अपना पुश्तैनी शिकार का काम छोड़, वन्यजीवों के संरक्षण के लिए प्रेरित किया। यह…
सुंदरबन
जयपुर स्मार्ट सिटी के कचरे से बना पहाड़। यहां कलकत्ता से आए जहांगीर आलम कचरा बीन रहे हैं। दिनभर कचरे के इस ढेर पर मेहनत करने के बाद यह 300 रुपए तक का कचरा जमा कर लेते हैं। तस्वीर-माधव शर्मा

जयपुर: कई गांवों में ‘मौत’ बांट रहा स्मार्ट सिटी से निकला कचरा

महज 20 साल की उम्र में जोरावर सिंह कविया को सांस लेने में दिक्कत होने लगी। राजस्थान की राजधानी जयपुर की विधानसभा से महज 25 किमी दूर सेवापुरा ग्राम पंचायत…
जयपुर स्मार्ट सिटी के कचरे से बना पहाड़। यहां कलकत्ता से आए जहांगीर आलम कचरा बीन रहे हैं। दिनभर कचरे के इस ढेर पर मेहनत करने के बाद यह 300 रुपए तक का कचरा जमा कर लेते हैं। तस्वीर-माधव शर्मा
गोवा बीच पर पर्यटकों की भीड़। तस्वीरः पामेला डी'मेलो

[वीडियो] कांच की बोतलों से बेहाल हैं गोवा के खूबसूरत बीच

अपने खूबसूरत समुद्री किनारों यानी बीच की वजह से गोवा लंबे समय से एक बड़े पर्यटक वर्ग की पहली पसंद रहा है। पूरे साल यहां भारी मात्रा में पर्यटकों का…
गोवा बीच पर पर्यटकों की भीड़। तस्वीरः पामेला डी'मेलो
जमुई जिले के केड़िया गांव में 16 नये कुओं की खुदाई हुई। यह तस्वीर खुदाई के समय की है। तस्वीर- इश्तेयाक अहमद

[वीडियो] बिहार: कुएं तो नये हो जायेंगे, मगर क्या इनके पाटों पर लौटेगी रौनक

बिहार सरकार के पंचायती राज विभाग ने हाल ही में तय किया है कि वह राज्य के 69768 सार्वजनिक कुओं का जीर्णोद्धार करायेगी। इनमें से 67,554 कुओं का जीर्णोद्धार जून,…
जमुई जिले के केड़िया गांव में 16 नये कुओं की खुदाई हुई। यह तस्वीर खुदाई के समय की है। तस्वीर- इश्तेयाक अहमद
हिमालय से निकली हिमनदी

उत्तराखंड त्रासदीः वैज्ञानिकों ने विश्लेषण कर बताई हिमालय क्षेत्र में निगरानी की जरूरत

उत्तराखंड के चमोली जिले में 7 फरवरी को हुए हादसे में कई लोगों की जान चली गयी और अभी भी सैकड़ों लोगों की तलाश जारी है। इसी बीच वैज्ञानिकों ने…
हिमालय से निकली हिमनदी
उत्तरकाशी स्थित हर्षिल इलाके के सेब। तस्वीरः सचेंद्र पंवार

[वीडियो] उत्तराखंड: बर्फ़बारी की बढ़ती अनिश्चितता से सेब बागवान निराश

एक तरफ उत्तराखंड के चमोली में आए सैलाब और उससे हुए जान-माल से सब आहत हैं। दूसरी तरफ वहां के किसान बर्फबारी में अनियमितता और उससे खेती-किसानी पर पड़ने वाले…
उत्तरकाशी स्थित हर्षिल इलाके के सेब। तस्वीरः सचेंद्र पंवार
उत्तराखंड त्रासदी - चमोली में आए बाढ़ के बाद एनटीपीसी पनबिजली परियोजना को खासा नुकसान हुआ है। तस्वीर- हृदयेश जोशी

उत्तराखंड त्रासदी के बाद हिमालय क्षेत्र में अंधाधुंध विकास की होड़ पर फिर उठने लगे सवाल

उत्तराखंड त्रासदी के तीन दिन बीतने के बाद भी ऋषिगंगा नदी के आसपास अफरातफरी मची हुई है। तीन दिनों से लगातार राहत एवं बचाव कार्य चल रहा है। सैलाब के…
उत्तराखंड त्रासदी - चमोली में आए बाढ़ के बाद एनटीपीसी पनबिजली परियोजना को खासा नुकसान हुआ है। तस्वीर- हृदयेश जोशी
जिम कार्बेट नेशनल पार्क में दो एशियाई हाथी आपस में खेलते हुए। तस्वीर- अरिंदम भट्टाचार्य/फ्लिकर

[कमेंट्री] विकास बनाम पर्यावरण: उत्तराखंड किस रास्ते पर अग्रसर है!

उत्तराखंड के इकलौते हाथियों के निवास स्थान शिवालिक हाथी रिजर्व को वहां की सरकार निरस्त करने के प्रयास में हैं। यानी राज्य सरकार वन भूमि को सामान्य भूमि में तब्दील…
जिम कार्बेट नेशनल पार्क में दो एशियाई हाथी आपस में खेलते हुए। तस्वीर- अरिंदम भट्टाचार्य/फ्लिकर
घड़ियाल

भारत-नेपाल के बीच हुई संरक्षण की साझेदारी, फिर बेखौफ तैरने लगे घड़ियाल

बिहार और बंगाल की सीमा पर बसे एक गांव में अजीब खलबली मची थी। कोई चिल्ला रहा था- घड़ियाल देख लो, घड़ियाल देख लो। देखने वालों में अजीबोगरीब उत्साह था।…
घड़ियाल
पन्ना के हीरा खदान में रामप्यारे मिट्टी से सने कंकड़ों को धो रहे हैं। इन्हीं कंकड़ों में से हीरा मिलने की संभावना रहती है। तस्वीर- मनीष चंद्र मिश्र/मोंगाबे-हिन्दी

[वीडियो] पन्ना के हीरा खदानों से निकलती बेरोजगारी, गरीबी और कुपोषण

जनवरी में पड़ने वाली सर्दी की एक ढलती हुई शाम जब कुसुम बाई (बदला हुआ नाम) अपने कच्चे घर के बाहर चारपाई पर बैठी हुई हैं। पन्ना जिले के कल्याणपुर…
पन्ना के हीरा खदान में रामप्यारे मिट्टी से सने कंकड़ों को धो रहे हैं। इन्हीं कंकड़ों में से हीरा मिलने की संभावना रहती है। तस्वीर- मनीष चंद्र मिश्र/मोंगाबे-हिन्दी
बैनर तस्वीर- कमला भील के पति सिलिकोसिस बीमारी की वजह से नहीं रहे। अब उनका बेटा भी इसी बीमारी से जूझ रहा है। तस्वीर- एमएलपीसी

खनन ने लील लिया परिवार पर पापी पेट की वजह से खदान में वापस आने को मजबूर हैं महिलाएं

“इसके सिवा मेरे पास रास्ता क्या है! मेरे चार बेटे भी जानते थे कि खदानों में काम करने से सिलिकोसिस जैसी बीमारी होगी। फिर भी वो यहां काम करते रहे।…
बैनर तस्वीर- कमला भील के पति सिलिकोसिस बीमारी की वजह से नहीं रहे। अब उनका बेटा भी इसी बीमारी से जूझ रहा है। तस्वीर- एमएलपीसी
अमरकंटक में जंगलों के बीच से गुजरती नर्मदा। यहां जंगल से निकली छोटी-छोटी जलधाराएं नर्मदा को विशाल बनाती जाती है। तस्वीर- अजय ताव/फ्लिकर

नर्मदा के उद्गम से ही शुरू हो रही है नदी को खत्म करने की कोशिश

मध्य भारत की जीवन रेखा मानी जाने वाली नर्मदा नदी के लिए उद्गम स्थल से ही अस्तित्व का संकट शुरू होने लगा है। यह नदी मध्यप्रदेश के अमरकंटक के आस-पास…
अमरकंटक में जंगलों के बीच से गुजरती नर्मदा। यहां जंगल से निकली छोटी-छोटी जलधाराएं नर्मदा को विशाल बनाती जाती है। तस्वीर- अजय ताव/फ्लिकर
चंबल सफारी में चौकीदार का काम करने वाले जगदीश इंडियन स्किमर के घोसलों की रक्षा करते हैं। एक दशक पहले इन्होंने घड़ियाल से संरक्षण का काम शुरू किया था। इलस्ट्रेशन- तान्या टिम्बले

अंडों की चौकीदारी: चम्बल के बीहड़ में मेहमान पक्षी को बचाने का संघर्ष

चम्बल के एक गांव जैतपुर से जगदीश जब लाठी, टॉर्च, कलम और डायरी लेकर निकलते हैं तो ऐसा लगता है कि गांव की चौकीदारी करने निकल रहें हैं। कुछ हद…
चंबल सफारी में चौकीदार का काम करने वाले जगदीश इंडियन स्किमर के घोसलों की रक्षा करते हैं। एक दशक पहले इन्होंने घड़ियाल से संरक्षण का काम शुरू किया था। इलस्ट्रेशन- तान्या टिम्बले
काशी के गंगा घाट पर प्रवासी पक्षियों की वजह से प्रकृति का खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है। तस्वीर- प्रभु बी/फ्लिकर

क्या है वेटलैंड और इसे बचाना क्यों है जरूरी?

जंगल को धरती का फेफड़ा कहा जाता है क्योंकि यही जंगल वातावरण में फैले कार्बन डाइऑक्साइड को ग्रहण कर ऑक्सीजन का उत्सर्जन करते हैं। इस आधार पर कहें तो वेटलैंड्स…
काशी के गंगा घाट पर प्रवासी पक्षियों की वजह से प्रकृति का खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है। तस्वीर- प्रभु बी/फ्लिकर
मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले का एक ग्रामीण हाट। ऐसे हाट किसानों को अपनी उपज बेचने में मददगार हैं। तस्वीर- श्रीकांत चौधरी

ग्राम: छोटे किसानों को सही दाम दिलाने के लिए तीन साल पहले लायी गयी योजना कागजों तक सीमित

करीब दो महीने तक राजधानी की सीमा के बाहर हाड़ कंपा देने वाले सर्दी में संघर्ष करने के बाद लाखों किसानों गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली की सीमा में ट्रैक्टर…
मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले का एक ग्रामीण हाट। ऐसे हाट किसानों को अपनी उपज बेचने में मददगार हैं। तस्वीर- श्रीकांत चौधरी
मवेशी

कमाल कर रही मवेशियों की देसी नस्ल, क्या यही है क्लाइमेट चेंज का समाधान!

क्लाइमेट चेंज यानी मौसम में अनियमित बदलाव की बात अब जगजाहिर है। खेती-किसानी के साथ-साथ पशुपालन पर भी इसका विपरीत प्रभाव पड़ने लगा है। आने वाले समय में मौसम का…
मवेशी
आलू की फसल खोदता इचाक गांव का एक किसान। तस्वीर- दीपांविता गीता नियोगी

आलू उपजाने भर से नहीं बनती बात, सही भंडारण से फायदा ले रहे झारखंड के किसान

अनिता देवी झारखंड के हजारीबाग जिले के चंदा गांव की किसान हैं। यह आलू की खेती करती हैं और यही इनके आजीविका का मुख्य साधन है। साल-डेढ़ साल पहले तक…
आलू की फसल खोदता इचाक गांव का एक किसान। तस्वीर- दीपांविता गीता नियोगी
जीरो बजट प्राकृतिक खेती

ये है आंध्रपदेश का जीरो बजट प्राकृतिक खेती का तरीका, रसायन मुक्त खेती से जुड़ेंगे 60 लाख किसान

भारत की खेती व्यवस्था में कीटनाशकों का प्रयोग काफी हो चला है। देश में उन कीटनाशकों का इस्तेमाल धड़ल्ले से होता है जो अन्य देशों में प्रतिबंधित हैं। खेतों में…
जीरो बजट प्राकृतिक खेती
इलस्ट्रेशन- देबांशु मौलिक। मौलिक पुणे से हैं और उन्हें कहानियों, किताब और वीडियो के लिए इलस्ट्रेशन और एनिमेशन बनाना पसंद है।

बेशरम के पौधे से बेहाल विदर्भ के 300 साल पुराने तालाबों को बचा रहे मछुआरे

बेहया, बेशरम या थेथर, देश के विभिन्न इलाकों में अलग नामों से प्रचलित यह पौधा तमाम जल-स्रोतों को लील रहा है। इसके प्रकोप से महाराष्ट्र का विदर्भ जैसा सूखा प्रभावित…
इलस्ट्रेशन- देबांशु मौलिक। मौलिक पुणे से हैं और उन्हें कहानियों, किताब और वीडियो के लिए इलस्ट्रेशन और एनिमेशन बनाना पसंद है।
झारखंड के खनन क्षेत्र में एक महिला कोयला चुनते हुए

खनन का दंश झेल रही देश की महिलाएं, स्वास्थ्य से लेकर अस्मिता तक खतरे में

मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिला खनन के लिए जाना जाता है। खदान क्षेत्र की सैकड़ों महिलाओं को जबरन देह-व्यापार में घसीट लिया गया। खनन के फायदे और नुकसान पर हो रही…
झारखंड के खनन क्षेत्र में एक महिला कोयला चुनते हुए
बीज का संग्रहण, उसकी रोपाई और खेती के अन्य मौके डोंगरिया के लिए त्योहार की तरह हैं।

प्रकृति पूजक डोंगरिया आदिवासी सहेज रहे बीजों की विरासत, बदलते मौसम में भी बरकरार पैदावार

नियमगिरि पहाड़ियों पर सुंदर और घने वनों के बीच आधुनिकता से दूर एक आदिवासी समाज रहता है। अपने में अनोखे इस समाज को डोंगरिया कोंध के नाम से जानते हैं।…
बीज का संग्रहण, उसकी रोपाई और खेती के अन्य मौके डोंगरिया के लिए त्योहार की तरह हैं।
बोनट मकाक खाना मांगने के लिए इस तरह हाथ फैलाता है। तस्वीर- श्रीजाता गुप्ता

बांदीपुर टाइगर रिजर्व के बंदरों ने सीख लिया है हाथ फैलाकर भीख मांगना

कर्नाटक के बांदीपुर टाइगर रिजर्व में पर्यटकों और यहां पाए जाने वाले बोनट मकाक (Macaca radiata) यानी बंदर की एक विशेष प्रजाति के बीच नोंकझोंक रोज की बात हो गई…
बोनट मकाक खाना मांगने के लिए इस तरह हाथ फैलाता है। तस्वीर- श्रीजाता गुप्ता
बुंदेलखंड

जल सहेलीः पानी को तरसते बुंदेलखंड में महिलाओं के अभियान से जगी नई उम्मीद

मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र की महिलाएं पानी की तलाश में दूर-दूर तक भटकती हैं। गर्मी के दिनों में यह तस्वीर काफी आम है। छतरपुर जिले के चौधरीखेरा गांव की गंगा…
बुंदेलखंड
भोरमदेव

विस्थापन के भय से छत्तीसगढ़ के भोरमदेव जंगल को टाइगर रिजर्व बनाने के विरोध में बैगा आदिवासी

छत्तीसगढ़ में मध्यप्रदेश की सीमा से सटा भोरमदेव का जंगल अपने इतिहास और बाघ समेत दर्जनों अन्य प्रजाति के जीवों की उपस्थिति को लेकर चर्चा में रहा है। मध्यप्रदेश कान्हा…
भोरमदेव
गंगा डॉल्फिन

जिस गंगा डॉल्फिन का जिक्र पौराणिक कथाओं में उसे क्यों भूलने लगे हम

पिछले सप्ताह एक बेचैन करने वाला विडियो वायरल हुआ जिसमें कुछ लोग एक डॉल्फिन पर लाठी, डंडे और कुल्हाड़ी जैसे हथियार से अंधाधुंध हमला करते दिखे। उसपर हमला करने वाले…
गंगा डॉल्फिन
खराई ऊंट

गुजरात में पाए जाते हैं तैरने वाले ऊंट, मंडराने लगा है इनके अस्तित्व पर खतरा

ऊंट को रेगिस्तान का जहाज कहा जाता है। ऐसा इसीलिए क्योंकि ऊंचे गर्दन वाला यह जीव रेत के बीच भी तेजी से भागता है। गर्म दिनों में कई दिनों तक…
खराई ऊंट
हैदरपुर वेटलैंड

एक पक्षी प्रेमी ने समाज और सरकार को जोड़कर दिया हैदरपुर तालाब को नया जीवनदान

पिछले तीन दशक में अनगिनत लोगों का बिजनौर के गंगा बैराज से गुजरना हुआ होगा। कभी पक्षियों को देखने तो कभी बैराज के खुशनुमा माहौल का आनंद लेने। पर किसी…
हैदरपुर वेटलैंड
भालू

राजस्थान-गुजरात के बीच जंगल का गलियारा अब इको सेंसेटिव जोन, क्या आसान होगा भालुओं का सफर?

राजस्थान और गुजरात के बीच अरावली की पहाड़ियों पर बसा इकलौता हिल स्टेशन है माउंट आबू। यहां दूर-दूर से सैलानी आते है। इस खूबसूरत हिल स्टेशन के आसपास के जंगल…
भालू