अपशिष्ट. पहाड़ी

कोटागिरी में कन्निगदेवी कॉलोनी में खुले मैदान में पड़ा कचरे का ढ़ेर एक लैंडमार्क बन चुका है। यह वन्यजीवों को आकर्षित करता है। इसकी वजह से अक्सर इंसान और जानवरों का आमना-सामना हो जाता है या फिर जानवर इसके आसपास रहने वाले लोगों के घरों में घुस आते हैं। तस्वीर- अभिषेक एन चिन्नप्पा/मोंगाबे 

खराब अपशिष्ट प्रबंधन की कीमत चुकाता नीलगिरी जिले का एक पहाड़ी शहर

38 साल की जयासुधा इसे अपना सौभाग्य मानती हैं कि 11 दिसंबर, 2020 की रात वह घर पर नहीं थीं। उस रात तमिल नाडू के नीलगिरी जिले के कोटागिरी शहर…
कोटागिरी में कन्निगदेवी कॉलोनी में खुले मैदान में पड़ा कचरे का ढ़ेर एक लैंडमार्क बन चुका है। यह वन्यजीवों को आकर्षित करता है। इसकी वजह से अक्सर इंसान और जानवरों का आमना-सामना हो जाता है या फिर जानवर इसके आसपास रहने वाले लोगों के घरों में घुस आते हैं। तस्वीर- अभिषेक एन चिन्नप्पा/मोंगाबे