ऊर्जा

आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में सौर ड्रायर इकाई में एक महिला। तस्वीर- रहेजा सोलर-पॉवरिंग लाइवलीहुड्स इंटरप्राइज

पुश्तैनी रोजगार को बचाने में उपयोगी बन रही सौर ऊर्जा, आगे बढ़ाने के लिए सरकारी मदद जरूरी

आधा अक्टूबर करीब-करीब बीत चुका था। 44 साल के कुम्हार रघुराम कुलाल चाक पर मिट्टी का घड़ा बनाने में व्यस्त थे। किसी पारंगत कुम्हार की तरह उनकी उंगलियां तेजी से…
आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में सौर ड्रायर इकाई में एक महिला। तस्वीर- रहेजा सोलर-पॉवरिंग लाइवलीहुड्स इंटरप्राइज
गन्ना किसान महाराष्ट्र के सतारा में एक चीनी मिल के पास तुलाई और बिक्री के लिए इंतजार कर रहे हैं। तस्वीर- मनीष कुमार / मोंगाबे

गन्ने के कचरे से बायो-सीएनजी: स्वच्छ ईंधन में चीनी मिलों की बढ़ती भूमिका

गन्ना उत्पादक राज्य महाराष्ट्र की चीनी मिलें स्वच्छ ईंधन के लिए एक नया प्रयोग कर रही हैं। ये मिलें परिवहन ईंधन के नए स्रोत बायो-सीएनजी के उत्पादन में गन्ने के…
गन्ना किसान महाराष्ट्र के सतारा में एक चीनी मिल के पास तुलाई और बिक्री के लिए इंतजार कर रहे हैं। तस्वीर- मनीष कुमार / मोंगाबे
बिरला इंडस्ट्रियल एंड टेक्नोलॉजिकल म्यूजियम, कोलकाता में फोटो खिंचवाते कोयला खदान के श्रमिकों का भित्ति चित्र। तस्वीर- बिश्वरूप गांगुली/विकिमीडिया कॉमन्स

भारत में बढ़ती सौर ऊर्जा के बावजूद कोयला ऊर्जा का प्रमुख स्रोत बना रहेगा

भारत के ऊर्जा स्रोतों में सौर ऊर्जा एक प्रमुख स्रोत के रूप में उभरेगा, लेकिन कोयला अभी भी देश के ऊर्जा क्षेत्र का मुख्य आधार बना रहेगा। आने वाले दशक…
बिरला इंडस्ट्रियल एंड टेक्नोलॉजिकल म्यूजियम, कोलकाता में फोटो खिंचवाते कोयला खदान के श्रमिकों का भित्ति चित्र। तस्वीर- बिश्वरूप गांगुली/विकिमीडिया कॉमन्स
पवन चक्की से कुछ दूर जलावन के लिए लकड़ियां इकट्ठा करता एक किसान। नेट जीरो को लेकर भारत की महत्वाकांक्षी योजना को लेकर जानकारों की राय है कि वर्तमान स्थिति में भारत की नीति निर्माण में भारी विरोधाभास है। तस्वीर- वेस्तास/याहू/फ्लिकर

पुरानी पवन चक्कियों की क्षमता बढ़ाने की नई नीति से कैसे बदलेगा ऊर्जा क्षेत्र

भारत सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने हाल ही में पवन ऊर्जा को देश में बढ़ावा देने के लिए एक ड्राफ्ट नीति जारी की है। इस नीति का…
पवन चक्की से कुछ दूर जलावन के लिए लकड़ियां इकट्ठा करता एक किसान। नेट जीरो को लेकर भारत की महत्वाकांक्षी योजना को लेकर जानकारों की राय है कि वर्तमान स्थिति में भारत की नीति निर्माण में भारी विरोधाभास है। तस्वीर- वेस्तास/याहू/फ्लिकर
औद्योगिक क्षेत्र से होने वाले कुल कार्बन उत्सर्जन का लगभग एक तिहाई लौह और इस्पात क्षेत्र से होता है। तस्वीर- जॉन ब्यूफोर्ट/Publicdomainpictures.net

ऑटोमोबाइल से लेकर अंतरिक्ष अभियान तक उपयोग हो सकेगी ‘स्मार्ट मटेरियल्स’ से बनी बिजली

औद्योगिक गतिविधियों और ऊर्जा उत्पादन की प्रक्रियाओं में बड़े पैमाने पर अपशिष्ट-ताप उत्सर्जित होता है। यह गर्मी वायुमंडल में अवशोषित हो जाती है। भारत में वैज्ञानिकों का एक समूह कुछ…
औद्योगिक क्षेत्र से होने वाले कुल कार्बन उत्सर्जन का लगभग एक तिहाई लौह और इस्पात क्षेत्र से होता है। तस्वीर- जॉन ब्यूफोर्ट/Publicdomainpictures.net
पराली जलाने के स्थान पर मशीनों को किराए पर लेने या खरीदने की लागत छोटे और सीमांत किसान वहन नहीं कर सकते। तस्वीर- 2011CIAT / नील पामर / फ़्लिकर

[वीडियो] तमाम सरकारी ‘समाधानों’ के बावजूद उत्तर भारत में क्यों लौट रहा है पराली संकट

देश में पराली जलाने यानी धान के अवशेष को खेतों में जलाने की समस्या साल-दर-साल बढ़ती जा रही है। पराली जलाने की समस्या सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा संकट…
पराली जलाने के स्थान पर मशीनों को किराए पर लेने या खरीदने की लागत छोटे और सीमांत किसान वहन नहीं कर सकते। तस्वीर- 2011CIAT / नील पामर / फ़्लिकर
स्माल विंड सोलर हाइब्रिड में ग्रिड-कनेक्शन के साथ-साथ ऑफ-ग्रिड सिस्टम के माध्यम से ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करने की क्षमता है। तस्वीर- कैरल एम. हाईस्मिथ आर्काइव, लाइब्रेरी ऑफ कांग्रेस, प्रिंट्स एंड फोटोग्राफ्स डिवीजन/विकिमीडिया कॉमन्स

भारत के अक्षय-ऊर्जा लक्ष्य को हासिल करने में छोटी पवन चक्कियां कितनी उपयोगी हैं?

चेन्नई के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर सेंथिल कुमार ने हाल ही में दक्षिणी तमिलनाडु में मदुरै के पास अपने गृहनगर सुंदरपंडियम के दौरे पर पहली बार बिजली कटौती के कारण होने…
स्माल विंड सोलर हाइब्रिड में ग्रिड-कनेक्शन के साथ-साथ ऑफ-ग्रिड सिस्टम के माध्यम से ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करने की क्षमता है। तस्वीर- कैरल एम. हाईस्मिथ आर्काइव, लाइब्रेरी ऑफ कांग्रेस, प्रिंट्स एंड फोटोग्राफ्स डिवीजन/विकिमीडिया कॉमन्स
स्वच्छ, नवीकरणीय ऊर्जा आधारित खाना पकाने के विकल्पों को बढ़ाना भारत में चुनौतीपूर्ण है। नतीजतन, लोग, विशेष रूप से छोटे शहरों और ग्रामीण भारत में, खाना पकाने के लिए ठोस ईंधन जलाते हैं। फोटो: संयम बहगा/विकिमीडिया कॉमन्स।

खाना पकाने के स्वच्छ ईंधन को बढ़ावा देने के लिए एलपीजी सब्सिडी तंत्र में बदलाव जरूरी है

हाल के महीनों में एलपीजी की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी के बावजूद क्या यह भारत में खाना पकाने का सबसे लोकप्रिय ईंधन बना रह सकता है? व्यापक रूप से लोकप्रिय…
स्वच्छ, नवीकरणीय ऊर्जा आधारित खाना पकाने के विकल्पों को बढ़ाना भारत में चुनौतीपूर्ण है। नतीजतन, लोग, विशेष रूप से छोटे शहरों और ग्रामीण भारत में, खाना पकाने के लिए ठोस ईंधन जलाते हैं। फोटो: संयम बहगा/विकिमीडिया कॉमन्स।
महाराष्ट्र के तटीय शहर दहानू में दहानू थर्मल पावर स्टेशन। 31 मार्च, 2021 तक, भारत में 267 कोयला आधारित ताप विद्युत संयंत्र थे। तस्वीर- कार्तिक चंद्रमौली/मोंगाबे

क्यों हो रहा है विद्युत संशोधन विधेयक का विरोध, आम उपभोक्ताओं पर कैसे पड़ेगा असर?

भारत सरकार के केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने हाल ही में संसद के मॉनसून सत्र में बिजली संशोधन विधेयक को लोक सभा में पेश किया। यह बिल 2003 के…
महाराष्ट्र के तटीय शहर दहानू में दहानू थर्मल पावर स्टेशन। 31 मार्च, 2021 तक, भारत में 267 कोयला आधारित ताप विद्युत संयंत्र थे। तस्वीर- कार्तिक चंद्रमौली/मोंगाबे

भारत में अब बनेगा अपना खुद का कार्बन क्रेडिट मार्केट, भवन निर्माण के भी बदलेंगे नियम

लोक सभा में हाल ही में ऊर्जा संरक्षण (संशोधन) विधेयक 2022 पारित हुआ। अगस्त 10 को पारित इस विधेयक में स्वच्छ ऊर्जा को प्रोत्साहित करने के कई उपाय किये गए…