चंद्रपुर

ताड़ोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व में एक बाघ। विकिमीडिया कॉमन्स (CC BY-SA 4.0) के जरिए अजिंक्य विश्वेकर की तस्वीर। 

इंसानी बस्तियों में बाघों की बढ़ती संख्या से लोगों में बढ़ता मानसिक तनाव

नवंबर की एक रात। रात के करीब 9:30 बज रहे हैं। हमारी कार महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के गांव मुधोली के पास पहुंची, जो मोहरली में हमारे किराए के होमस्टे…
ताड़ोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व में एक बाघ। विकिमीडिया कॉमन्स (CC BY-SA 4.0) के जरिए अजिंक्य विश्वेकर की तस्वीर। 
खेत पर कटाई करते मजदूर। इलाके में बाघ की इतनी दहशत है कि किसानों को कम काम के लिए भी अधिक मात्रा में मजदूर रखने की जरूरत होती है, ताकि बाघ के हमले से बचा जा सके। तस्वीर- सौरभ कटकुरवार

महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में 30 साल बाद फिर दिखने लगे बाघ, इंसानों के साथ संघर्ष शुरू

हाल के वर्षों तक महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में स्थानीय लोग बेफिक्र होकर जंगल में चले जाया करते थे। जलावन की लकड़ी हो, फल-फूल इकट्ठा करना हो या अपने खेतों में…
खेत पर कटाई करते मजदूर। इलाके में बाघ की इतनी दहशत है कि किसानों को कम काम के लिए भी अधिक मात्रा में मजदूर रखने की जरूरत होती है, ताकि बाघ के हमले से बचा जा सके। तस्वीर- सौरभ कटकुरवार

महाराष्ट्र के एक विद्युत संयंत्र में इंसानों के साथ रहने लगे हैं बाघ, क्या होगा भविष्य

चंद्रपुर, महाराष्ट्र। बाघ का नाम आते ही घने जंगल याद आते हैं। ऐसे जंगल जहां बाघ निश्चिंत भाव से विचरण कर रहे हैं और उन्हें इंसानी गतिविधियों की कोई फिक्र…