जल प्रदूषण

बैनर तस्वीर: झील में बड़े पैमाने पर मृत मछलियां।

तालाबों और झीलों में एकसाथ भारी तादात में क्यों मर रही हैं मछलियां

अप्रैल 2022 में, मुंबई के मालाबार पहाड़ी क्षेत्र में स्थित बाणगंगा टैंक में तैरती मृत मछलियों की कई तस्वीरें समाचार साइटों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हुईं। स्थानीय लोगों…
बैनर तस्वीर: झील में बड़े पैमाने पर मृत मछलियां।
दूषित भूजल के संपर्क में आने के कारण अपनी त्वचा पर चकत्ते दिखाती महिला। तस्वीर-  सत सिंह/मोंगाबे।

हरियाणा में कुंडली इलाके के लोग दूषित पानी से बेहाल

हरियाणा के सोनीपत जिले के कुंडली क्षेत्र में औद्योगिक क्षेत्र ने पिछले 40 वर्षों में कई लोगों को रोजी-रोटी दी है। एक गुमनाम गांव से कुंडली एक प्रमुख-औद्योगिक क्षेत्र में…
दूषित भूजल के संपर्क में आने के कारण अपनी त्वचा पर चकत्ते दिखाती महिला। तस्वीर-  सत सिंह/मोंगाबे।
सामजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय निवासियों के दावे के अनुसार, अजनार नदी में डाला जा रहा रासायनिक कचरा पानी को प्रदूषित कर रहा है और स्थानीय लोगों और जानवरों के स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर रहा है। तस्वीर- ओंकार सिंह।

मध्य प्रदेश में इंडस्ट्रीज के छोड़े गए केमिकल से प्रदूषित होती अजनार नदी

लगभग 50 औद्योगिक इकाइयों के साथ एक विशेष आर्थिक क्षेत्र, पीथमपुर के पास मध्य प्रदेश का मानपुर शहर, जल प्रदूषण का सामना कर रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है…
सामजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय निवासियों के दावे के अनुसार, अजनार नदी में डाला जा रहा रासायनिक कचरा पानी को प्रदूषित कर रहा है और स्थानीय लोगों और जानवरों के स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर रहा है। तस्वीर- ओंकार सिंह।
जौनपुर शहर में गोमती नदी में कुल 14 नाले गिरते हैं और इन नालों से प्रतिदिन 30 एमएलडी कचरा डिस्चार्ज होता है। तस्वीर- आनंद देव/मोंगाबे

जौनपुर से गोमती में बहने वाले कचरे का अनुमान भी नहीं लगा पा रहा प्रशासन, कैसे होगी नदी साफ?

गंगा की सहायक नदी है गोमती। गंगा नदी की सफाई के लिए केंद्र स्तर पर नमामि गंगे नाम से योजना चलाई जा रही है। इसके तहत सहायक नदियों की सफाई…
जौनपुर शहर में गोमती नदी में कुल 14 नाले गिरते हैं और इन नालों से प्रतिदिन 30 एमएलडी कचरा डिस्चार्ज होता है। तस्वीर- आनंद देव/मोंगाबे
30 साल के दिवाकर मांझी (बाएं) को फ्लोराइड की वजह से कई बीमारियां हो गई हैं। वह बिना छड़ी के सहारे चल नहीं सकते। तस्वीर- मनीष कुमार/मोंगाबे

सरकारी उदासीनता से बढ़ रहा है झारखंड, छत्तीसगढ़ में फ्लोराइड का प्रकोप

बुधराम भुइयां, झारखंड के लातेहार जिले के सकलकट्टा गांव के रहने वाले हैं। उनके जिले से सटा एक जिला है - पलामू, जहां फ्लोराइड की समस्या बहुत अधिक है। इसकी…
30 साल के दिवाकर मांझी (बाएं) को फ्लोराइड की वजह से कई बीमारियां हो गई हैं। वह बिना छड़ी के सहारे चल नहीं सकते। तस्वीर- मनीष कुमार/मोंगाबे

नदियां कैसे बन गई प्लास्टिक कचरे की हाइवे, हरिद्वार, आगरा और प्रयागराज में हुआ सर्वे

गंगा नदी में प्लास्टिक कचरे के स्रोत को समझने के लिए हाल ही में उत्तर भारत के तीन शहरों में एक सर्वे किया गया। इससे सामने आया कि 10 से…