समुद्र

कन्याकुमारी तट के पास पर्यटक। तस्वीर: के.ए. शाजी।

जैवविविधता से समृद्ध वेड्ज बैंक में तेल और गैस की खोज की योजना चिंता का विषय

इस साल की शुरुआत में भारत सरकार ने हाइड्रोकार्बन अन्वेषण एवं लाइसेंसिंग नीति (HELP) 2016 के प्रावधानों के तहत कन्याकुमारी तट पर तीन तेल और गैस ब्लॉकों में खोज और…
कन्याकुमारी तट के पास पर्यटक। तस्वीर: के.ए. शाजी।
नर्डल्स मछली के अंडों की तरह दिखते हैं। समुद्री पक्षी, मछलियाँ और क्रस्टेशियन उन्हें खाकर भूख से मर जाते हैं और अंग काम करना बंद कर देते हैं। तस्वीर- शौनक मोदी/तटीय संरक्षण फाउंडेशन।

समुद्री प्लास्टिक प्रदूषण केवल कचरे की समस्या नहीं है; उत्पादन में कमी लाना भी जरूरी है

पिछले साल जुलाई 2023 का रविवार था, जब मुंबई में एक लाइफगार्ड ने शहर के अक्सा बीच पर पारदर्शी छोटी-छोटी बूंदें देखीं। यह समझ पाने में असमर्थ कि वे क्या…
नर्डल्स मछली के अंडों की तरह दिखते हैं। समुद्री पक्षी, मछलियाँ और क्रस्टेशियन उन्हें खाकर भूख से मर जाते हैं और अंग काम करना बंद कर देते हैं। तस्वीर- शौनक मोदी/तटीय संरक्षण फाउंडेशन।
साल 2019 में ओडिशा के पुरी में आए चक्रवाती तूफान फानी से हुए विनाश के बाद फिर से घर बनाते लोग। समुद्री गर्म लहरों के बढ़ने के कारण, चक्रवातों के तेज होने की आशंका है। तस्वीर - निधि जामवाल।

हिंद महासागर में बढ़ती गर्मी और तूफानों की तीव्रता बढ़ने की आशंका

देश में गर्मी के मौसम में कई हिस्सों में भीषण लू का प्रभाव रहा। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में अप्रैल और मई के दौरान आम चुनाव करवाने का काम…
साल 2019 में ओडिशा के पुरी में आए चक्रवाती तूफान फानी से हुए विनाश के बाद फिर से घर बनाते लोग। समुद्री गर्म लहरों के बढ़ने के कारण, चक्रवातों के तेज होने की आशंका है। तस्वीर - निधि जामवाल।
दुसुमियर का मडस्किपर। बोलेओफथाल्मस दुसुमियरी। तस्वीर-वैथियानाथन कन्नन 

जमीन पर कूदने और रेंगने वाली मडस्किपर मछलियां

मडस्किपर एक अनोखे उभयचर मछलियों का समूह है जो इवोल्यूशन के अनुकूलन के एक चमत्कार के रूप में सामने आया है। ये दलदली इलाकों और मैंग्रोव वनों में रहती हैं।…
दुसुमियर का मडस्किपर। बोलेओफथाल्मस दुसुमियरी। तस्वीर-वैथियानाथन कन्नन 
बर्लिन के एक चिड़ियाघर में तिलापिया मछली। जब इन्हें जंगली इलाकों में छोड़ा जाता है, तो समय के साथ तिलापिया की आबादी तेजी से बढ़ती जाती है, जो संभावित रूप से देशी मछली प्रजातियों को विस्थापित कर देती है। तस्वीर: उडो श्रोटर/विकिमीडिया कॉमन्स। 

मीठे पानी के जलाशयों के बाद समुद्री जल में डेरा डालती तिलापिया मछली

तिलापिया मछली पाक खाड़ी के तटीय जल में अपने लिए नई जगह बना रही हैं। वो न सिर्फ इस नए क्षेत्र में बस रही हैं बल्कि प्रजनन भी कर रही…
बर्लिन के एक चिड़ियाघर में तिलापिया मछली। जब इन्हें जंगली इलाकों में छोड़ा जाता है, तो समय के साथ तिलापिया की आबादी तेजी से बढ़ती जाती है, जो संभावित रूप से देशी मछली प्रजातियों को विस्थापित कर देती है। तस्वीर: उडो श्रोटर/विकिमीडिया कॉमन्स। 
मुंबई में एक मैंग्रोव की प्रतीकात्मक तस्वीर। मैंग्रोव में माइक्रोप्लास्टिक पाए जाने की सबसे अहम वजह उस क्षेत्र में इंसानी गतिविधियों को माना जाता है और ये अलग-अलग इलाकों के हिसाब से अलग-अलग हो सकती हैं। तस्वीर- सौमित्र शिंदे/मोंगाबे।

दक्षिण पश्चिमी भारत के मैंग्रोव में मिले फाइबर जैसे माइक्रोप्लास्टिक

भारत में हुई एक नई स्टडी में दक्षिण-पश्चिमी भारत के मैंग्रोव में पाए गए कई तरह के माइक्रोप्लास्टिक और उनके डिस्ट्रीब्यूशन के बारे में जानकारी दी गई है। इससे, इन…
मुंबई में एक मैंग्रोव की प्रतीकात्मक तस्वीर। मैंग्रोव में माइक्रोप्लास्टिक पाए जाने की सबसे अहम वजह उस क्षेत्र में इंसानी गतिविधियों को माना जाता है और ये अलग-अलग इलाकों के हिसाब से अलग-अलग हो सकती हैं। तस्वीर- सौमित्र शिंदे/मोंगाबे।
हनुमान प्लोवर जमीन पर घोंसला बनाने वाला पक्षी है और अंडे और चूजे दोनों अपने परिवेश से अच्छी तरह छिपे रहते हैं। तस्वीर - जूड जनिथा निरोशन।

श्रीलंका में खोजी गई समुद्री पक्षी की नई प्रजाति, मिला हनुमान का नाम

संस्कृत के प्राचीन महाकाव्य रामायण में ताकतवर वानर देवता हनुमान ने उत्तरी श्रीलंका के मन्नार क्षेत्र को तमिलनाडु के रामेश्वरम से जोड़ने के मकसद से पुल बनाने के लिए सेना…
हनुमान प्लोवर जमीन पर घोंसला बनाने वाला पक्षी है और अंडे और चूजे दोनों अपने परिवेश से अच्छी तरह छिपे रहते हैं। तस्वीर - जूड जनिथा निरोशन।
समुद्र तट पर मिली प्लास्टिक की बोतल पर सवार बार्नेकल। दुनिया भर में मसल्स, बार्नेकल, स्पंज, समुद्री स्कवर्ट और ब्रिसल कीड़े की लगभग 400 विदेशी प्रजातियां समुद्री कूड़े पर मंडराती हैं और अक्सर स्थानीय जीवों को बाहर कर देती हैं। तस्वीर-गुनासशेखरन कन्नन

समुद्री मलबे के जरिए दक्षिण-पूर्वी तट पर पहुंच रही विदेशी आक्रामक प्रजातियां

समुद्री जीव प्लास्टिक, रबर, कांच, फोम स्पंज, धातु और लकड़ी के मलबे पर सवार होकर दक्षिण पूर्वी भारत के तटों तक पहुंच रहे हैं। इसकी वजह से स्थानीय जैव विविधता…
समुद्र तट पर मिली प्लास्टिक की बोतल पर सवार बार्नेकल। दुनिया भर में मसल्स, बार्नेकल, स्पंज, समुद्री स्कवर्ट और ब्रिसल कीड़े की लगभग 400 विदेशी प्रजातियां समुद्री कूड़े पर मंडराती हैं और अक्सर स्थानीय जीवों को बाहर कर देती हैं। तस्वीर-गुनासशेखरन कन्नन
मुथलप्पोझी बंदरगाह, जो मछुआरों के लिए जोखिम भरा क्षेत्र है, के पास एक टूटी हुई नाव बह गई। तस्वीर- बेनेट जॉन।

केरलः संचार के नए माध्यमों से मॉनसून के दौरान सुरक्षित रहने के उपाय ढूंढते मछुआरे

अपनी छोटी नाव के आउटबोर्ड इंजन को चालू करते हुए, डेविडसन एंथोनी आदिमा, जिनकी उम्र 40 वर्ष के आसपास थी, केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम से 23 किलोमीटर उत्तर में, मुथलप्पोझी…
मुथलप्पोझी बंदरगाह, जो मछुआरों के लिए जोखिम भरा क्षेत्र है, के पास एक टूटी हुई नाव बह गई। तस्वीर- बेनेट जॉन।
ताड़ के पत्तों से बने नर्सरी बैग लिए हुए महिलाएं। तस्वीर- बालाजी वेदराजन।

मैंग्रोव रोपाई के लिए प्लास्टिक की जगह लेते ताड़ के पत्तों से बने नर्सरी बैग

फूस से बनी अपनी झोपड़ी के पास बैठकर, अचिक्कन्नु मछली पकड़ने के टूटे हुए जाल से बने बाड़ पर रखे ताड़ के सूखे पत्ते (बोरासस फ्लेबेलिफ़र) की तरफ हाथ बढ़ाती…
ताड़ के पत्तों से बने नर्सरी बैग लिए हुए महिलाएं। तस्वीर- बालाजी वेदराजन।
नर्सरी से लाने के बाद पौधों को लगाते लोग। तस्वीर- रवलीन कौर/मोंगाबे ।

मैंग्रोव के निर्माण से लाभान्वित हो रहा गुजरात का तटीय समुदाय, आजीविका के साथ पर्यावरण को फायदा

ऐसा लग रहा था कि यह दलदल कभी ख़त्म नहीं होगा। जब मैं घुटनों तक दलदल में चली गई, तो सिर्फ़ केकड़ ही मेरे साथ थे। मुझसे महज 10 फुट…
नर्सरी से लाने के बाद पौधों को लगाते लोग। तस्वीर- रवलीन कौर/मोंगाबे ।
हिंद महासागर में डाला गया एक एफएडी। तस्वीर- ग्रीनपीस।

मछलियों को आकर्षित करने वाले उपकरणों से हिंद महासागर की टूना प्रजाति पर बढ़ता खतरा

हिंद महासागर में टूना मछलियों की तीन व्यावसायिक प्रजातियां पाई जाती हैं और इस समय तीनों की लुप्त होने की कगार पर हैं। दुनियाभर में टूना मछलियों के कारोबार के…
हिंद महासागर में डाला गया एक एफएडी। तस्वीर- ग्रीनपीस।
रामेश्वरम के मछुआरे पकड़ी हुई मछलियों को किनारे पर लाते हुए। तस्वीर- नारायण स्वामी सुब्बारमन/मोंगाबे

प्रदूषण, नियमों की अनदेखी और भूमि रूपांतरण की वजह बनते रामेश्वरम के झींगा फार्म

भारत में, पिछले कुछ वर्षों में, केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा मत्स्य पालन को प्रोत्साहित करने के लिए अलग-अलग योजनाएं चलाई गई हैं। इन अनुकूल नीतियों के चलते  देश में…
रामेश्वरम के मछुआरे पकड़ी हुई मछलियों को किनारे पर लाते हुए। तस्वीर- नारायण स्वामी सुब्बारमन/मोंगाबे
थूथुकुडी, तमिलनाडु में नमक के पैन। नमक अब उन कई स्रोतों में से एक है जिसके माध्यम से इंसान के शरीर में माइक्रोप्लास्टिक पहुंच रहा है। तस्वीर- राधा रंगराजन।

[वीडियो] समुद्री नमक में मिला माइक्रोप्लास्टिक, सेहत पर असर के लिए रिसर्च की जरूरत

समुद्र के इको-सिस्टम के लिए प्लास्टिक प्रदूषण चिंता का मुद्दा है। हालांकि, समुद्र में बहाए जाने वाले प्लास्टिक की मात्रा का सही अंदाजा लगाना कठिन है। लेकिन अनुमान है कि…
थूथुकुडी, तमिलनाडु में नमक के पैन। नमक अब उन कई स्रोतों में से एक है जिसके माध्यम से इंसान के शरीर में माइक्रोप्लास्टिक पहुंच रहा है। तस्वीर- राधा रंगराजन।
केरल, तिरुवनंतपुरम के विझिंजम बाजार में मछलियां बेचती मछुआरने। तस्वीर- इंडिया वाटर पोर्टल/ फ़्लिकर 

समुद्र तट के पास कम हो रही मछलियां, गहरे पानी में जाने का जोखिम उठा रहे परंपरागत मछुआरे

डेविडसन एंथोनी एडिमा ने दक्षिण-पश्चिमी भारत के तटीय इलाके में 12 साल की उम्र में मछली पकड़ना शुरू किया था। तब उनके पास लकड़ी के लट्ठे से बनी नाव ‘कट्टुमरम’…
केरल, तिरुवनंतपुरम के विझिंजम बाजार में मछलियां बेचती मछुआरने। तस्वीर- इंडिया वाटर पोर्टल/ फ़्लिकर 
ब्लास्ट के बाद समुद्र तल पर मरी हुई मछलियों को इकट्ठा करता हुआ एक मछुआरा। तस्वीर- दर्शन जयवर्धने

श्रीलंका में ब्लास्ट फिशिंग से तबाह हो रहे समुद्री जीव, भारत से अवैध तरीके से लाया जा रहा विस्फोटक

समुद्र के किनारे एक सुहानी सुबह थी, पूर्वी श्रीलंका के पिजन आइलैंड नेशनल पार्क में नौका विहार करने वाले पर्यटकों के एक समूह को एक असामान्य झटका महसूस हुआ। इतने…
ब्लास्ट के बाद समुद्र तल पर मरी हुई मछलियों को इकट्ठा करता हुआ एक मछुआरा। तस्वीर- दर्शन जयवर्धने
अध्ययन की प्रमुख शोधकर्ता अपर्णा लाजमी पश्चिमी घाट के जंगलों में छिपकली की तलाश कर रही हैं। तस्वीर साभार- अपर्णा लाजमी।

करोड़ों वर्ष पहले श्रीलंका और भारत के बीच नहीं था समुद्र, छिपकली की कहानी से सामने आया रहस्य

आपने घर की दीवारों से चिपक कर रेंगते आम घरेलू छिपकली को जरूर देखा होगा। इस छिपकली का इतिहास लाखों वर्ष पुराना है। दक्षिण एशिया के अधिकांश घरों में हर…
अध्ययन की प्रमुख शोधकर्ता अपर्णा लाजमी पश्चिमी घाट के जंगलों में छिपकली की तलाश कर रही हैं। तस्वीर साभार- अपर्णा लाजमी।