साफ पानी

उरावु लैब्स में पानी की शुद्धता की जांच करता हुआ एक कर्मचारी। उरावु लिक्विड डेसीकेंट तकनीक का इस्तेमाल करता है जो हवा से नमी को सोखता है। फिर इसे फिल्टर और विशोषण प्रक्रिया के जरिए भेजा जाता है, ताकि पानी में दूषित पदार्थ न हों। मोंगाबे के लिए अभिषेक एन. चिन्नाप्पा द्वारा ली गई तस्वीर।

नई तकनीक से हवा से तैयार हो रहा किफायती पीने योग्य पानी

बेंगलुरु जैसे भारतीय महानगर पिछले कुछ समय से डे जीरो (किसी दिन पूरी तरह पानी नहीं मिलना) के संभावित खतरे से दो-चार हैं। शहर में जल संसाधनों का कुप्रबंधन इतना…
उरावु लैब्स में पानी की शुद्धता की जांच करता हुआ एक कर्मचारी। उरावु लिक्विड डेसीकेंट तकनीक का इस्तेमाल करता है जो हवा से नमी को सोखता है। फिर इसे फिल्टर और विशोषण प्रक्रिया के जरिए भेजा जाता है, ताकि पानी में दूषित पदार्थ न हों। मोंगाबे के लिए अभिषेक एन. चिन्नाप्पा द्वारा ली गई तस्वीर।
छड़उवा खेड़ा से तीन किलोमीटर दूर सीधे हैंडपंप से पीने का पानी लेता ग्रामीण। तस्वीर- सुमित यादव

उत्तर प्रदेश: रखरखाव के अभाव में बंद पड़े आरओ प्लांट्स, दूषित पानी पीने को मजबूर ग्रामीण

“पानी मुँह में डाल कर देखिए, बिल्कुल नमक के घोल जैसा है। कोई इसे एक गिलास नहीं पी सकता,” हैंडपंप से पानी निकालते हुए 52 वर्षीय रामदुलारी कहने लगीं। देश…
छड़उवा खेड़ा से तीन किलोमीटर दूर सीधे हैंडपंप से पीने का पानी लेता ग्रामीण। तस्वीर- सुमित यादव