Articles by Shuchita Jha

रस्टी-स्पॉटेड बिल्ली, जिसे अक्सर बिल्लियों में सबसे छोटी कद-काठी वाला माना जाता है। यह छोटी और फुर्तीली बिल्ली है और IUCN रेड लिस्ट में करीबी खतरे वाली श्रेणी में शामिल है। तस्वीर-राधेश्याम बिश्नोई।

केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में रस्टी स्पॉटेड कैट की निगरानी के लिए 100 कैमरा ट्रैप

पिछले महीने राजस्थान के भरतपुर में केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में अपने बिल्ली के बच्चे को ले जाते हुए एक रस्टी स्पॉटेड कैट (लोहे पर लगे जंग जैसे धब्बे) (वैज्ञानिक नाम-…
रस्टी-स्पॉटेड बिल्ली, जिसे अक्सर बिल्लियों में सबसे छोटी कद-काठी वाला माना जाता है। यह छोटी और फुर्तीली बिल्ली है और IUCN रेड लिस्ट में करीबी खतरे वाली श्रेणी में शामिल है। तस्वीर-राधेश्याम बिश्नोई।
कैराकल को भारत में आईयूसीएन  रेड लिस्ट में खतरे के करीब के रूप में रखा गया है और यह भारतीय वन्यजीव (संरक्षण) कानून की अनुसूची- I में आता है। तस्वीर: गोबिंद सागर भारद्वाज।

संरक्षण के अभाव में कहीं विलुप्त न हो जाए रोबदार बिल्ली स्याहगोश

भारत में एक छोटी जंगली बिल्ली पाई जाती है। स्थानीय भाषा में इसे स्याहगोश कहते हैं। इसे कैराकल (कैराकल कैराकल श्मित्ज़ी)  के नाम से भी जाना जाता है। अब अनुमान…
कैराकल को भारत में आईयूसीएन  रेड लिस्ट में खतरे के करीब के रूप में रखा गया है और यह भारतीय वन्यजीव (संरक्षण) कानून की अनुसूची- I में आता है। तस्वीर: गोबिंद सागर भारद्वाज।
राजस्थान के रेगिस्तान में सूखी घास के रंग में भारतीय रेगिस्तानी बिल्ली का रंग पूरी तरह मिल जाता है। तस्वीर-राधेश्याम बिश्नोई।

भारतीय रेगिस्तानी बनबिलाव की आबादी घटने की वजह बन रहा संकरण और सड़कों पर हो रही मौत

राजस्थान की जलाने वाली गर्मी में दो प्रकृतिवादी नागफनी की एक बहुत बड़ी झाड़ी के सामने सब्र के साथ इंतजार कर रहे हैं। कैमरे तैयार हैं और आंखें विलुप्त होती…
राजस्थान के रेगिस्तान में सूखी घास के रंग में भारतीय रेगिस्तानी बिल्ली का रंग पूरी तरह मिल जाता है। तस्वीर-राधेश्याम बिश्नोई।
2022 में कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़े जाने के लिए तैयार रेडियो कॉलर वाला नामीबियाई चीता। तस्वीर- चीता कंजर्वेशन फंड।

नमी और मौसम के हालात से जूझ रहे कूनो नेशनल पार्क में लाए गए चीते

पिछली तीन मौतें एक महीने से कुछ ज्यादा वक्त के दरम्यान हुईं। इन मौतों की वजह चीतों के रेडियो कॉलर के नीचे घावों में अंडे देने वाले कीड़ों और सेप्टीसीमिया…
2022 में कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़े जाने के लिए तैयार रेडियो कॉलर वाला नामीबियाई चीता। तस्वीर- चीता कंजर्वेशन फंड।
वेटलैंड की रक्षा के लिए प्रकृति-आधारित समाधानों ने जल सुरक्षा में सुधार, जैव विविधता में वृद्धि, और एक विकासशील शहर में एक सार्वजनिक स्थान की रक्षा करने में मदद की है। शुचिता झा/मोंगाबे

[वीडियो] कितना सफल रहा भोपाल की बड़ी झील में दो दशक लंबा संरक्षण का प्रयास?

सुबह के सात बज रहे हैं। लेकिन भोपाल के बोरवन जंगल में रात का अंधेरा पेड़ों की ओट में छिपा बैठा है। चिड़ियों की चहचहाहट के बीच अपनी सेहत को…
वेटलैंड की रक्षा के लिए प्रकृति-आधारित समाधानों ने जल सुरक्षा में सुधार, जैव विविधता में वृद्धि, और एक विकासशील शहर में एक सार्वजनिक स्थान की रक्षा करने में मदद की है। शुचिता झा/मोंगाबे