जल संरक्षण News

सैकड़ों किलोमीटर घूमकर पशु चराने वाले राजस्थान के घुमक्कड़ चरवाहे कोविड-19 से हुए हलकान, बीच में छोड़ी यात्रा

[कॉमेंट्री] कोविड-19 और चारे की कमी से परेशान राजस्थान के घुमक्कड़ चरवाहे, बीच में छोड़ी यात्रा

राजस्थान में करीब चार लाख लोग अपनी रोजी-रोटी के लिए चरवाही पर निर्भर हैं। संसाधनों की कमी समेत तमाम चुनौतियों से निपटने में माहिर होने के लिए मशहूर गडरिया समुदाय…
सैकड़ों किलोमीटर घूमकर पशु चराने वाले राजस्थान के घुमक्कड़ चरवाहे कोविड-19 से हुए हलकान, बीच में छोड़ी यात्रा
गंडक नदी में रेत के टापू पर आराप फरमाता एक घड़ियाल। नदी में घड़ियाल संरक्षण की कोशिशें चल रही हैं। वर्ष 2018 में नदी में 211 घड़ियाल पाए गए, जो कि एक समय में विलुप्त होने की कगार पर पहुंच चुके थे। तस्वीर- समीर कुमार सिन्हा

गंडक नदी के घड़ियालों का आशियाना उजाड़ सकता है यह अंतर्राष्ट्रीय जलमार्ग

बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग के केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनसुख मांडविया ने 18 मार्च, 2021 को लोकसभा में यह जानकारी दी थी कि बिहार के सारण जिले के कालू…
गंडक नदी में रेत के टापू पर आराप फरमाता एक घड़ियाल। नदी में घड़ियाल संरक्षण की कोशिशें चल रही हैं। वर्ष 2018 में नदी में 211 घड़ियाल पाए गए, जो कि एक समय में विलुप्त होने की कगार पर पहुंच चुके थे। तस्वीर- समीर कुमार सिन्हा

मगध क्षेत्र में विलुप्त होती नदियां, कोर्ट के हस्तक्षेप के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं

अप्रैल में जब गया का तापमान अप्रैल में ही 40 डिग्री सेल्सियस पार कर चुका था और मोबाईल पर कोरोना से बचने के लिए बार-बार हाथ धोने की सलाह दी…
राजस्थानः बारिश की बूंद बचाकर हजारों परिवार ने पाई लोहे तक को गला देने वाले पानी से निजात

[वीडियो] राजस्थानः बारिश की बूंद बचाकर हजारों परिवार ने पाई लोहे तक को गला देने वाले पानी से निजात

मिलिये 60-साल की प्रेम दरोगा से जो जयपुर जिले की दूदू पंचायत समिति के भोजपुर गांव की रहने वाली हैं। चार साल पहले तक इनको प्रतिदिन आठ किलोमीटर पैदल चलना…
राजस्थानः बारिश की बूंद बचाकर हजारों परिवार ने पाई लोहे तक को गला देने वाले पानी से निजात
[कॉमेंट्री] उदारीकरण के 30 साल: क्या कोविड-19 की दूसरी लहर भारतीय मध्य वर्ग की दिशा बदलेगी?

[कॉमेंट्री] उदारीकरण के 30 साल: क्या कोविड-19 की दूसरी लहर भारतीय मध्य वर्ग की दिशा बदलेगी?

इक्कसवीं सदी के पहले दशक के मध्य में, मैं हैदराबाद से दूर, पाटनचेरू में मौजूद अंतर्राष्ट्रीय अर्ध-शुष्क उष्णकटिबंधीय फसल अनुसंधान संस्थान के वैश्विक मुख्यालय में कार्यरत था। इस संस्था का…
[कॉमेंट्री] उदारीकरण के 30 साल: क्या कोविड-19 की दूसरी लहर भारतीय मध्य वर्ग की दिशा बदलेगी?
[फ़ोटो] पश्चिम बंगाल में गंगा नदी की कटाई से बेहाल हैं लोग

[फ़ोटो] पश्चिम बंगाल में गंगा नदी की हर साल बढ़ती कटाई से बेहाल हैं लोग

मुर्शिदाबाद जिले के धनघरा गांव के लोग पिछले साल आधी रात आए सैलाब को चाहकर भी भूल नहीं पा रहे हैं। गांव वालों पर गंगा का रौद्र रूप कहर बनकर…
[फ़ोटो] पश्चिम बंगाल में गंगा नदी की कटाई से बेहाल हैं लोग
छोटी आसन नामक स्थानीय जंगली नदी सूखने की कगार पर पहुंच गई थी। इन प्रयासों के बाद नदी का जलस्तर बढ़ा। तस्वीर- वर्षा सिंह

[वीडियो] क्या शुक्लापुर मॉडल उत्तराखंड के धधकते जंगल को बचा सकता है!

“पहले यहां गर्मियों में पूरा जंगल जलकर राख हो जाया करता था। यहां लैंटाना की झाड़ियां होती थीं और उनमें आग लग जाया करती थी। ये आग हमारे खेत और…
छोटी आसन नामक स्थानीय जंगली नदी सूखने की कगार पर पहुंच गई थी। इन प्रयासों के बाद नदी का जलस्तर बढ़ा। तस्वीर- वर्षा सिंह
करोड़ों लीटर गंदा पानी जज़्ब करती गोमती नाले में हो रही तब्दील, गंगा की है सहायक नदी

[वीडियो] करोड़ों लीटर गंदा पानी जज़्ब करती गोमती नाले में हो रही तब्दील, गंगा की है सहायक नदी

"गोमती में अब वो बात नहीं रही," आंखों में मायूसी लिए मोहम्मद इरफान कहते हैं। इरफान उत्‍तर प्रदेश के लखनऊ में गोमती नदी के किनारे कपड़ों की धुलाई का काम…
करोड़ों लीटर गंदा पानी जज़्ब करती गोमती नाले में हो रही तब्दील, गंगा की है सहायक नदी
हिमाचल के वादियों को स्वच्छ बना रहे हरियाणा के प्रदीप

हिमाचल की वादियों को स्वच्छ बना रहे हरियाणा के प्रदीप सांगवान

हिमाचल की खूबसूरत वादियों का लुत्फ लेने देश-दुनिया से लाखों लोग हर साल आते हैं। शहर की भागदौड़ से परेशान लोग यहां चैन की तलाश में आते हैं पर लौटते…
हिमाचल के वादियों को स्वच्छ बना रहे हरियाणा के प्रदीप
अमरकंटक में जंगलों के बीच से गुजरती नर्मदा। यहां जंगल से निकली छोटी-छोटी जलधाराएं नर्मदा को विशाल बनाती जाती है। तस्वीर- अजय ताव/फ्लिकर

नर्मदा के उद्गम से ही शुरू हो रही है नदी को खत्म करने की कोशिश

मध्य भारत की जीवन रेखा मानी जाने वाली नर्मदा नदी के लिए उद्गम स्थल से ही अस्तित्व का संकट शुरू होने लगा है। यह नदी मध्यप्रदेश के अमरकंटक के आस-पास…
अमरकंटक में जंगलों के बीच से गुजरती नर्मदा। यहां जंगल से निकली छोटी-छोटी जलधाराएं नर्मदा को विशाल बनाती जाती है। तस्वीर- अजय ताव/फ्लिकर
इलस्ट्रेशन- देबांशु मौलिक। मौलिक पुणे से हैं और उन्हें कहानियों, किताब और वीडियो के लिए इलस्ट्रेशन और एनिमेशन बनाना पसंद है।

बेशरम के पौधे से बेहाल विदर्भ के 300 साल पुराने तालाबों को बचा रहे मछुआरे

बेहया, बेशरम या थेथर, देश के विभिन्न इलाकों में अलग नामों से प्रचलित यह पौधा तमाम जल-स्रोतों को लील रहा है। इसके प्रकोप से महाराष्ट्र का विदर्भ जैसा सूखा प्रभावित…
इलस्ट्रेशन- देबांशु मौलिक। मौलिक पुणे से हैं और उन्हें कहानियों, किताब और वीडियो के लिए इलस्ट्रेशन और एनिमेशन बनाना पसंद है।
बुंदेलखंड

जल सहेलीः पानी को तरसते बुंदेलखंड में महिलाओं के अभियान से जगी नई उम्मीद

मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र की महिलाएं पानी की तलाश में दूर-दूर तक भटकती हैं। गर्मी के दिनों में यह तस्वीर काफी आम है। छतरपुर जिले के चौधरीखेरा गांव की गंगा…
बुंदेलखंड
गंगा डॉल्फिन

जिस गंगा डॉल्फिन का जिक्र पौराणिक कथाओं में उसे क्यों भूलने लगे हम

पिछले सप्ताह एक बेचैन करने वाला विडियो वायरल हुआ जिसमें कुछ लोग एक डॉल्फिन पर लाठी, डंडे और कुल्हाड़ी जैसे हथियार से अंधाधुंध हमला करते दिखे। उसपर हमला करने वाले…
गंगा डॉल्फिन

संपादक की नजर में 2020: वायरस से जुड़ी चिंता के बीच पर्यावरण को लेकर मिले मौके चूक जाने का वर्ष

आधिकारिक तौर पर भारत में कोविड-19 का पहला मामला केरल के थ्रीसुर में जनवरी 2020 में दर्ज किया गया था। अभी दिसंबर 2020 में 90-वर्षीय ब्रिटेन का एक नागरिक इस…
कावर झील के आसपास रहने वाले मछुआरों के लिए यह आजीविका का साधन है। फोटो- समीर वर्मा

बिहार को मिले पहले रामसर स्थल से क्यों खुश है मछुआरे

बिहार की राजधानी पटना से तकरीबन डेढ़ सौ किलोमीटर दूर बेगुसराय में एशिया का सबसे बड़ा गोखुर झील है। इसका नाम कावर ताल है। जब नदी अपना रास्ता बदल देती…
कावर झील के आसपास रहने वाले मछुआरों के लिए यह आजीविका का साधन है। फोटो- समीर वर्मा
बूंद-बूंद पानी बचाने वाले आबिद सूरती की कहानी, पानी बचाने में लगाई पूरी जिंदगी

बूंद बूंद का संघर्ष: 85 वर्ष के आबिद सुरती ने अपने 13 सालों के प्रयास से बचाया करोड़ों लीटर पानी

आपके घर में नल से पानी गिरने की टप-टप की आवाज़ आती है तो आप क्या करते हैं? सामान्यतः लोग अनसुना कर देते हैं। लेकिन देश में एक 85 साल…
बूंद-बूंद पानी बचाने वाले आबिद सूरती की कहानी, पानी बचाने में लगाई पूरी जिंदगी