Articles by Shashi Shekhar

हरसिद्धि प्रखंड के सोनवरसा गांव में 400 साल पुराने बरगद के पेड़ की पहचान की गई और स्थानीय लोगों के सहयोग से इसे संरक्षित किया गया है। तस्वीर- शशि शेखर

चंपारण के गार्डियन: पुराने पेड़ों को बचाने की एक अनोखी पहल

दुनियाभर में पेड़ों को बचाने के लिए कई अभियान चल रहे हैं। लेकिन बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में पुराने दरख्तों को सहेजने का एक अनोखा अभियान चल रहा है।…
हरसिद्धि प्रखंड के सोनवरसा गांव में 400 साल पुराने बरगद के पेड़ की पहचान की गई और स्थानीय लोगों के सहयोग से इसे संरक्षित किया गया है। तस्वीर- शशि शेखर
पटना पक्षी अभयारण्य के पास उड़ते पक्षी। तस्वीर- विराग शर्मा/विकिमीडिया कॉमन्स

भूदान ने बदली ज़िंदगी, बहेलिये बन गए पक्षियों के पैरोकार

‘बहेलिया आएगा, जाल बिछाएगा, दाना डालेगा..।’ हिन्दी क्षेत्र में कौन होगा जिसने यह कहानी न सुनी होगी! इस कहानी में जिस बहेलिया समुदाय को पक्षियों के लिए खतरा बताया गया…
पटना पक्षी अभयारण्य के पास उड़ते पक्षी। तस्वीर- विराग शर्मा/विकिमीडिया कॉमन्स
बिहार में रोजाना 34 हजार किलो से अधिक मेडिकल कचरा पैदा होता है। इसका प्रबंधन न होने की वजह से राज्य के कई जिलों में खुले में कचरा फेंका जाता है। तस्वीर- समीर वर्मा

बिहार: रोज 34 हजार किलो मेडिकल कचरा का नहीं हो रहा निपटान, बड़ी आबादी को खतरा

साल 2020। दौर कोरोना महामारी का। बिहार विधान सभा के चुनाव होने थे। चुनाव हुए। चुनाव के लिए प्रशासनिक तैयारियों के अलावा, सबसे महत्वपूर्ण तैयारी यह करनी थी कि कैसे…
बिहार में रोजाना 34 हजार किलो से अधिक मेडिकल कचरा पैदा होता है। इसका प्रबंधन न होने की वजह से राज्य के कई जिलों में खुले में कचरा फेंका जाता है। तस्वीर- समीर वर्मा