खाना

पश्चिम बंगाल के हावड़ा में सब्जी बेचता एक विक्रेता। तस्वीरः बिस्वरूप गांगुली/विकिमीडिया कॉमन्स

खाने की पौष्टिकता को कम कर रहा बढ़ता कार्बन डाइऑक्साइड

वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड का बढ़ता स्तर पौधों में प्रमुख खनिज पोषक तत्वों पर नकारात्मक असर डाल रहा है। इसकी वजह से उनमें पोषकता कम हो रही है। ‘ट्रेंड्स इन…
पश्चिम बंगाल के हावड़ा में सब्जी बेचता एक विक्रेता। तस्वीरः बिस्वरूप गांगुली/विकिमीडिया कॉमन्स
खेत में मिलेट्स निकालती एक महिला किसान। तस्वीर- वर्षा सिंह/मोंगाबे

उत्तराखंडः आहार संस्कृति, कृषि विविधता और आजीविका से जुडा गढ़भोज अभियान

मंडुवे की रोटी, गहत की दाल, लिंगुड़े की भुज्जी, लाल भात, रायते में जख्या का तडका। देहरादून के 40 वीं वाहिनी पीएसी की पुलिस कैंटीन में जवान पूरी गर्मजोशी के…
खेत में मिलेट्स निकालती एक महिला किसान। तस्वीर- वर्षा सिंह/मोंगाबे
तमिलनाडु में खाने-पीने की ऑर्गेनिक चीजों का स्टॉल। तस्वीर- थमिझप्परिथि मारी/विकिपीडिया कॉमन्स

क्या है ऑर्गेनिक फूड और कैसे करें इसकी पहचान?

आपने अपने मोहल्ले की किराना दुकान पर खाने-पीने की ऑर्गेनिक चीजें देखी होंगी। लेकिन इन उत्पादों को ऑर्गेनिक का तमगा किस तरह दिया जाता है? और इनकी कीमत बहुत ज़्यादा…
तमिलनाडु में खाने-पीने की ऑर्गेनिक चीजों का स्टॉल। तस्वीर- थमिझप्परिथि मारी/विकिपीडिया कॉमन्स
‘राष्ट्रीय बायोगैस विकास कार्यक्रम’ बायोगैस संयंत्रों को प्रोत्साहित करने के लिए सब्सिडी मुहैया कराने के मकसद से 1981 में शुरू किया गया था। तस्वीर- कृषि अधिकारी, जिला परिषद, कोल्हापुर 

चुनौतियों के बावजूद शौचालयों से जुड़े बायोगैस अपनाने में प्रगति की राह पर कोल्हापुर

पश्चिमी राज्य महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में चौधरवाड़ी गांव की 35 वर्षीय रूपाली चौधरी का उनकी शादी के बाद ज्यादातर समय परिवार के लिए खाना पकाने में बीतता है। पहले…
‘राष्ट्रीय बायोगैस विकास कार्यक्रम’ बायोगैस संयंत्रों को प्रोत्साहित करने के लिए सब्सिडी मुहैया कराने के मकसद से 1981 में शुरू किया गया था। तस्वीर- कृषि अधिकारी, जिला परिषद, कोल्हापुर 
स्वच्छ, नवीकरणीय ऊर्जा आधारित खाना पकाने के विकल्पों को बढ़ाना भारत में चुनौतीपूर्ण है। नतीजतन, लोग, विशेष रूप से छोटे शहरों और ग्रामीण भारत में, खाना पकाने के लिए ठोस ईंधन जलाते हैं। फोटो: संयम बहगा/विकिमीडिया कॉमन्स।

खाना पकाने के स्वच्छ ईंधन को बढ़ावा देने के लिए एलपीजी सब्सिडी तंत्र में बदलाव जरूरी है

हाल के महीनों में एलपीजी की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी के बावजूद क्या यह भारत में खाना पकाने का सबसे लोकप्रिय ईंधन बना रह सकता है? व्यापक रूप से लोकप्रिय…
स्वच्छ, नवीकरणीय ऊर्जा आधारित खाना पकाने के विकल्पों को बढ़ाना भारत में चुनौतीपूर्ण है। नतीजतन, लोग, विशेष रूप से छोटे शहरों और ग्रामीण भारत में, खाना पकाने के लिए ठोस ईंधन जलाते हैं। फोटो: संयम बहगा/विकिमीडिया कॉमन्स।