कोसी

कोसी अपने साथ भारी मात्रा में गाद लाती है, जिसकी वजह से यह नदी बहुत तेजी से अपना रास्ता बदलती है और किसानों के खेतों से होकर बहने लगती है। तस्वीर- उमेश कुमार राय/मोंगाबे

बिहारः कोसी क्षेत्र के किसान क्यों कर रहे भू-सर्वेक्षण का विरोध?

60 वर्षीय सत्यनारायण यादव ने पिछले साल जिस 2.75 एकड़ खेत में खेती की थी, उस जमीन पर कोसी नदी की धारा बह रही है। “खेत में नदी बह रही…
कोसी अपने साथ भारी मात्रा में गाद लाती है, जिसकी वजह से यह नदी बहुत तेजी से अपना रास्ता बदलती है और किसानों के खेतों से होकर बहने लगती है। तस्वीर- उमेश कुमार राय/मोंगाबे
कोसी के भीमनगर बराज से जुड़ी कटैया विद्युत परियोजना जो बुरी तरह असफल साबित हुई। फोटो- प्रत्यूष सौरभ

बिहारः क्या कोसी वालों के लिए दूसरी आपदा साबित होगी डगमारा परियोजना?

बिहार के कोसी नदी के इलाके में इन दिनों अचानक फिर से डगमारा परियोजना से जुड़ी गतिविधियां तेज हो गयी हैं। लंबे समय से प्रस्तावित 130 मेगावाट क्षमता वाली इस…
कोसी के भीमनगर बराज से जुड़ी कटैया विद्युत परियोजना जो बुरी तरह असफल साबित हुई। फोटो- प्रत्यूष सौरभ
मखाना की फसल निकालने के लिए पानी में इस तरह उतरना होता है। घंटों पानी में खड़े रहकर एक-एक पौधे की जड़ से मखाना इकट्ठा किया जाता है। जलवायु परिवर्तन के दौर में बिहार के मखाना किसान लागत से दोगुनी आमदनी लेने में सफल हो रहे हैं। तस्वीर- चिन्मयानंद सिंह

बिहारः कोसी सीमांचल के किसानों को मौसम की मार से छुटकारा दिला रहा मखाना

मखाने की खेती का जिक्र सुनकर चिन्मयानंद सिंह चिहुक उठते हैं। वे कहते हैं, एक किसान के तौर पर अगर मैं कहूं हैप्पी फार्मर का जो सपना लेकर मैंने खेती करने…
मखाना की फसल निकालने के लिए पानी में इस तरह उतरना होता है। घंटों पानी में खड़े रहकर एक-एक पौधे की जड़ से मखाना इकट्ठा किया जाता है। जलवायु परिवर्तन के दौर में बिहार के मखाना किसान लागत से दोगुनी आमदनी लेने में सफल हो रहे हैं। तस्वीर- चिन्मयानंद सिंह