पंजाब

मोहाली में सड़क पार करते पैदल यात्री। पंजाब ने इसी साल के मई महीने से राइट टु वॉक को लागू करने का फैसला किया है। तस्वीर- बिस्वरूप गांगुली/विकिमीडिया कॉमन्स।

पंजाब ने पैदल चलने वालों को प्राथमिकता देने के लिए लागू की नीति

पंजाब ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत राइट टू वॉक को इसी साल मई के महीने में लागू किया है। इसके लिए पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट…
मोहाली में सड़क पार करते पैदल यात्री। पंजाब ने इसी साल के मई महीने से राइट टु वॉक को लागू करने का फैसला किया है। तस्वीर- बिस्वरूप गांगुली/विकिमीडिया कॉमन्स।
पराली जलाने के स्थान पर मशीनों को किराए पर लेने या खरीदने की लागत छोटे और सीमांत किसान वहन नहीं कर सकते। तस्वीर- 2011CIAT / नील पामर / फ़्लिकर

[वीडियो] तमाम सरकारी ‘समाधानों’ के बावजूद उत्तर भारत में क्यों लौट रहा है पराली संकट

देश में पराली जलाने यानी धान के अवशेष को खेतों में जलाने की समस्या साल-दर-साल बढ़ती जा रही है। पराली जलाने की समस्या सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा संकट…
पराली जलाने के स्थान पर मशीनों को किराए पर लेने या खरीदने की लागत छोटे और सीमांत किसान वहन नहीं कर सकते। तस्वीर- 2011CIAT / नील पामर / फ़्लिकर
पंजाब में एक बायोमास पावर प्लांट के पास रखे धान की पराली के बंडल। तस्वीर- मनु मौदगिल / मोंगाबे

[वीडियो] पराली से प्रदूषण नहीं बल्कि बनेगी उर्जा पर इस राह में है काफी अड़चन

सर्दियों की शुरुआत में धान की कटाई और उससे जुड़े अवशेष की खूब चर्चा होती है। इस पुआल या पराली का निपटारा किसानों के लिए मुश्किल होता है। देश के…
पंजाब में एक बायोमास पावर प्लांट के पास रखे धान की पराली के बंडल। तस्वीर- मनु मौदगिल / मोंगाबे
चटपट बानी, पठानकोट। तस्वीर- जसकरण सिंह

[वीडियो] पौराणिक मान्यताओं की वजह से बचे हैं पंजाब के ये पवित्र वन, संरक्षण की जरूरत

खेती-बाड़ी के मामले में देश में अव्वल पंजाब जंगल के मामले में कमजोर पड़ जाता है। यहां छिटफुट इलाकों में ही जंगल बच गए हैं। ये भी जंगल इसलिए बचे…
चटपट बानी, पठानकोट। तस्वीर- जसकरण सिंह

प्रदूषण की गिरफ्त में पंजाब की सतलज नदी, सफाई अभियान में हो रही लेटलतीफी

कभी सतलज नदी के किनारे मेला लगा करता था पर आज यहां सिर्फ बर्बादी के मंजर दिखता है, कहते हैं गुरुचरण सिंह जो पंजाब के गौंसपुर गांव के पूर्व सरपंच…
ब्यास नदी की कछार में रेत पर धूप सेंकता घड़ियाल। रेत खनन की वजह से इनका यह स्थान छिन सकता है, जिस पर ये आराम करने के साथ-साथ अंडा भी देते हैं। फोटो- विवेक गुप्ता

दशकों बाद पंजाब की नदी में फिर नजर आ रहे घड़ियाल, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश का भी योगदान

दशकों से पंजाब में यह माना जा रहा था कि घड़ियाल खत्म हो गए। तीन साल पहले इस जलजन्तु को लेकर एक छोटी सी कोशिश हुई और फिर इसके संरक्षण…
ब्यास नदी की कछार में रेत पर धूप सेंकता घड़ियाल। रेत खनन की वजह से इनका यह स्थान छिन सकता है, जिस पर ये आराम करने के साथ-साथ अंडा भी देते हैं। फोटो- विवेक गुप्ता