प्राकृतिक संसाधन

स्थानीय जलवायु में बदलाव की वजह से प्रभावित हो रहे कच्छ के कारीगर और उनका पारंपरिक काम

गुजरात के कच्छ में समुद्र के निचले इलाको में बसे गांव टुना में रहने वाले रजाक भाई बैठे-बैठे आसमान में उमड़ते बादलों को देख रहे हैं। रजाक भाई कुम्हार का…
मेंधालेखा में ग्राम सभा की बैठक। तस्वीर- मेंधालेखा / विकिमीडिया कॉमन्स

[कॉमेंट्री ] पंचायती राज: 30 साल में कितना मजबूत हुआ लोकतंत्र?

भारत में लोकतंत्र की जड़ों को और मजबूत करने के लिहाज से साल 1992 को मील का पत्थर माना जाता है। तीन दशक पहले इसी साल संविधान में 73वां (पंचायती…
मेंधालेखा में ग्राम सभा की बैठक। तस्वीर- मेंधालेखा / विकिमीडिया कॉमन्स