मधुमक्खी

लीची के फूल पर मंडराती एक मधुमक्खी। बिहार के मुजफ्फरपुर में सबसे अधिक 8400 मिट्रीक टन शहद का उत्पादन होता है। मुजफ्फरपुर में अधिक शहद उत्पादन की सबसे बड़ी वजह यहां लीची के साथ फूल और सरसो की अच्छी खेती है। तस्वीर- फ़ॉरेस्ट और किम स्टार/विकिमीडिया कॉमन्स

लीची शहद के लिए मशहूर बिहार उत्पादन में आगे, पर दूसरे राज्यों पर निर्भर किसान

बिहार के गया जिले में परैया मरांची गांव के चितरंजन कुमार 18-20 टन शहद का उत्पादन करते हैं। ठीक ऐसे ही, इस ही गाँव के निरंजन प्रसाद भी साल में…
लीची के फूल पर मंडराती एक मधुमक्खी। बिहार के मुजफ्फरपुर में सबसे अधिक 8400 मिट्रीक टन शहद का उत्पादन होता है। मुजफ्फरपुर में अधिक शहद उत्पादन की सबसे बड़ी वजह यहां लीची के साथ फूल और सरसो की अच्छी खेती है। तस्वीर- फ़ॉरेस्ट और किम स्टार/विकिमीडिया कॉमन्स
छत्ते पर काम करती हुई एपिस डोरसाटा प्रजाति की मधुमक्खियां। तस्वीर-नीरक्षित/विकिमीडिया कॉमन्स

मधुमक्खियां जो रात में भी रंगों को देख सकती हैं

एक नए अध्ययन से पता चला है कि रॉक मधुमक्खियां (एपिस डोरसाटा), जिन्हें एशिया की विशाल मधु मक्खियां भी कहा जाता है, इंसानों की तरह ही तेज और धुंधली रोशनी…
छत्ते पर काम करती हुई एपिस डोरसाटा प्रजाति की मधुमक्खियां। तस्वीर-नीरक्षित/विकिमीडिया कॉमन्स
मधुमक्खी की नजदीक से ली गई तस्वीर। फोटो- जॉन सुलिवन विकिमीडिया कॉमन्स

मधुमक्खियों पर दिखने लगा वायु प्रदूषण का असर, खेती पर भी आएगा संकट

वायु प्रदूषण को लेकर देश के कुछ महानगर और औद्योगिक शहरों की चर्चा होती है, जहां प्रदूषण का स्तर मानक से काफी अधिक है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि…
मधुमक्खी की नजदीक से ली गई तस्वीर। फोटो- जॉन सुलिवन विकिमीडिया कॉमन्स