मलेरिया

मेघालय के री भोई जिले में धान के खेत। मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों की प्रजातियां इस क्षेत्र में संरचना बदल रही हैं और चावल के खेतों में तेजी से प्रजनन कर रही हैं। तस्वीर-वंदना के.

मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों ने बदला अपना बसेरा, जंगलों को छोड़ धान के खेतों में ढूंढी नई जगह

मलेरिया का जिक्र आते ही अक्सर घरों और आस पास भिनभिनाने वाले मच्छरों की तस्वीर हमारे दिमाग में घूमने लग जाती है। आपको ये जानकर थोड़ा हैरानी होगी कि पूर्वोत्तर…
मेघालय के री भोई जिले में धान के खेत। मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों की प्रजातियां इस क्षेत्र में संरचना बदल रही हैं और चावल के खेतों में तेजी से प्रजनन कर रही हैं। तस्वीर-वंदना के.
गम्बूसिया अलग-अलग तापमान में जीवित रह सकते हैं। साथ ही पानी में मौजूद रसायनिक और जैविक सामग्री के साथ भी जीवित रह सकता है। तस्वीर- NOZO/विकिमीडिया कॉमन्स

उत्तर प्रदेश में मच्छर नियंत्रण के लिए हो रहा गम्बूसिया मछली का इस्तेमाल, भविष्य के लिए खतरनाक

मॉनसून का इंतजार चल रहा है। मॉनसून के साथ-साथ मच्छरों का मौसम भी आने वाला है। 2021 में उत्तर प्रदेश के कई जिलों ने डेंगू और मलेरिया जैसे घातक बीमारी…
गम्बूसिया अलग-अलग तापमान में जीवित रह सकते हैं। साथ ही पानी में मौजूद रसायनिक और जैविक सामग्री के साथ भी जीवित रह सकता है। तस्वीर- NOZO/विकिमीडिया कॉमन्स