पराली

ओडिशा के सुंदरगढ़ के फुलधुडी गांव में अपनी मशरूम की फसल के साथ खड़ी कुछ महिलाएं। तस्वीर- ऐश्वर्या मोहंती/मोंगाबे।

भूसे और पराली से मशरूम की खेती ने ओडिशा के गांवों की बदली तस्वीर

ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले के फुलधुडी गांव में रहने वाली 30 साल की भारती प्रूसेच के घर के पीछे की जमीन कई साल से बंजर पड़ी थी। लेकिन आज यही…
ओडिशा के सुंदरगढ़ के फुलधुडी गांव में अपनी मशरूम की फसल के साथ खड़ी कुछ महिलाएं। तस्वीर- ऐश्वर्या मोहंती/मोंगाबे।
काम पर एक बेलर मशीन। पीईडीए के अनुसार, पंजाब में 42 नियोजित सीबीजी संयंत्रों में सालाना 17 लाख टन पराली का इस्तेमाल करके हर दिन 495 टन सीबीजी का उत्पादन किया जाएगा। तस्वीर- रवलीन कौर/मोंगाबे।

[वीडियो] पराली से बायोगैस बनाना वायु प्रदूषण से निपटने का उम्दा विकल्प, लेकिन सामने हैं कई बाधाएं

साल 2022 में नवंबर के शुरुआती दिनों की एक शाम। पंजाब के संगरूर जिले की ये शाम पिछले कई सालों के मुकाबले बहुत अलग थी। आसमान साफ था। हवा में…
काम पर एक बेलर मशीन। पीईडीए के अनुसार, पंजाब में 42 नियोजित सीबीजी संयंत्रों में सालाना 17 लाख टन पराली का इस्तेमाल करके हर दिन 495 टन सीबीजी का उत्पादन किया जाएगा। तस्वीर- रवलीन कौर/मोंगाबे।
भारत में किसान धान की फसल लेने के बाद पराली को इस तरह जलाते हैं। इसकी वजह से भी प्रदूषण में काफी बढ़ोतरी होती है। फोटो- नील पाल्मर (सीआईएटी)/ विकिमीडिया कॉमन्स

पंजाब के धुंए के पीछे छुपी मध्य प्रदेश की बढ़ती पराली जलाने की समस्या

मध्य प्रदेश गेहूं उत्पादन में देश में दूसरे स्थान पर आता है, यह बात प्रदेश के लिए गर्व का विषय है। लेकिन इसके साथ ही मध्य प्रदेश अब फसल अवशेषों…
भारत में किसान धान की फसल लेने के बाद पराली को इस तरह जलाते हैं। इसकी वजह से भी प्रदूषण में काफी बढ़ोतरी होती है। फोटो- नील पाल्मर (सीआईएटी)/ विकिमीडिया कॉमन्स
तमिलनाडु के कोल्ली हिल्स में किसान हाथ से धान निकाल रहे हैं। अध्ययन से पता चलता है कि फसल के अवशेषों को जलाना, इनसे निपटने का आसान और कम लागत वाला तरीका है। तस्वीर- पी जेगनाथन/विकिमीडिया कॉमन्स

फसल अवशेषों के अनुमान के साथ आसान हो सकेगा बायो ऊर्जा उत्पादन: रिपोर्ट

हाल ही मे हुए एक अध्ययन में दावा किया गया है कि फसलों के अवशेषों से बायो ऊर्जा का उत्पादन करने की भारत की क्षमता पहले के अनुमान से कम…
तमिलनाडु के कोल्ली हिल्स में किसान हाथ से धान निकाल रहे हैं। अध्ययन से पता चलता है कि फसल के अवशेषों को जलाना, इनसे निपटने का आसान और कम लागत वाला तरीका है। तस्वीर- पी जेगनाथन/विकिमीडिया कॉमन्स
खेतों को अगली फसल के लिए तैयार करने के लिए नरवाई में आग लगा देना मिट्टी की सेहत को सबसे नुकसान में डाल देता है, इससे मिट्टी के सूक्ष्म पोषक तत्व ख़तम हो रहे हैं और मिट्टी कि उपजाऊ क्षमता पर बुरा असर पड़ रहा है। तस्वीर- राकेश कुमार मालवीय/मोंगाबे

अब तीसरी फसल के लिए भी पराली जला रहे किसान, मिट्टी के लिए बड़ा खतरा

मध्य प्रदेश गेहूं उत्पादन में देश में दूसरे स्थान पर आता है। यहां के नर्मदापुरम जिले की मिट्टी को एशिया की सबसे उपजाऊ मिट्टी माना जाता है और गेहूं उत्पादन…
खेतों को अगली फसल के लिए तैयार करने के लिए नरवाई में आग लगा देना मिट्टी की सेहत को सबसे नुकसान में डाल देता है, इससे मिट्टी के सूक्ष्म पोषक तत्व ख़तम हो रहे हैं और मिट्टी कि उपजाऊ क्षमता पर बुरा असर पड़ रहा है। तस्वीर- राकेश कुमार मालवीय/मोंगाबे
भोपाल के लहारपुरा के पास गेहूं के खेतों में लगी आग। फसल काटने के बाद कई किसान खेत साफ करने के लिए फसल अवशेष में आग लगा देते हैं। तस्वीर- मनीष चंद्र मिश्र/मोंगाबे

पराली जलाने के मामले में मध्य प्रदेश का देश में दूसरा स्थान, सरकारी योजनाओं से बेखबर किसान

मध्य प्रदेश गेहूं उत्पादन में देश में दूसरे स्थान पर आता है, यह बात प्रदेश के लिए गर्व का विषय है। लेकिन इसके साथ ही मध्य प्रदेश अब फसल अवशेषों…
भोपाल के लहारपुरा के पास गेहूं के खेतों में लगी आग। फसल काटने के बाद कई किसान खेत साफ करने के लिए फसल अवशेष में आग लगा देते हैं। तस्वीर- मनीष चंद्र मिश्र/मोंगाबे
पंजाब में एक बायोमास पावर प्लांट के पास रखे धान की पराली के बंडल। तस्वीर- मनु मौदगिल / मोंगाबे

[वीडियो] पराली से प्रदूषण नहीं बल्कि बनेगी उर्जा पर इस राह में है काफी अड़चन

सर्दियों की शुरुआत में धान की कटाई और उससे जुड़े अवशेष की खूब चर्चा होती है। इस पुआल या पराली का निपटारा किसानों के लिए मुश्किल होता है। देश के…
पंजाब में एक बायोमास पावर प्लांट के पास रखे धान की पराली के बंडल। तस्वीर- मनु मौदगिल / मोंगाबे