वन्य जीव एवं जैव विविधता News

कुएं की खुदाई में मारुवन परियोजना की टीम की मदद करते स्थानीय लोग। गौरव गुर्जर द्वारा फोटो।

जापानी विधि से राजस्थान के मरुस्थल में तैयार हो रहा वन

जंगली पेड़ों के जानकार गौरव गुर्जर जोधपुर में पले-बढ़े हैं। पढ़ाई और रोजगार के लिए वे अपने घर से दूर जाने वाले गौरव गुर्जर को इसका अंदाजा यह नहीं था…
कुएं की खुदाई में मारुवन परियोजना की टीम की मदद करते स्थानीय लोग। गौरव गुर्जर द्वारा फोटो।

छत्तीसगढ़: धान के कटोरे से गायब होता स्वाद

छत्तीसगढ़ के बालोद ज़िले के दुर्गीटोला गांव के रहने वाले कार्तिक भूआर्य से आप धान की खेती की बात करें तो वो पुरानी यादों में गुम हो जाते हैं, “अब…

[वीडियो] प्रदूषण और गंदगी के बावजूद प्रवासी पक्षियों का ठिकाना बने रहे दिल्ली के तालाब, तत्काल संरक्षण की जरूरत

राजधानी दिल्ली के शहरी कचरे से पटा एक गंदा सा तालाब, सर्दी में खूबसूरत और रंगबिरंगे पेंटेड स्टॉर्क नाम के पक्षी के आने से गुलजार हो उठा है। हल्का सफेद…
घर के भीतर नागराज। तस्वीर- अल्मास मसूद/मोंगाबे द्वारा फोटो।

[वीडियो] क्या सांप और इंसान बैंगलुरु जैसे शहर में साथ रह सकते हैं?

सूरज निकलते ही सांप भी निकल आता है। यह कहना है शौयब अहमद और यतीन कल्की का। दोनों अपने काम पर निकल रहे हैं। इनका काम है बैंगलुरु शहर में…
घर के भीतर नागराज। तस्वीर- अल्मास मसूद/मोंगाबे द्वारा फोटो।
उत्तराखंड स्थित हिमालय के जंगल। तस्वीर- पॉल हैमिल्टन/विकिमीडिया कॉमन्स

जैव विविधता संशोधन कानून का महत्व क्या है और क्यों हुआ इसका विरोध?

जैव विविधता संशोधन बिल (2021) फिलहाल संसदीय संयुक्त समिति के पास है। जैव विविधता कानून (2002) के कुछ प्रावधानों में संशोधन के वास्ते यह बिल अस्तित्व में आया। पूरी दुनिया…
उत्तराखंड स्थित हिमालय के जंगल। तस्वीर- पॉल हैमिल्टन/विकिमीडिया कॉमन्स
दार्जिलिंग में चाय के बगान। तस्वीर- व्याचेस्लाव अर्जेनबर्ग/विकिमीडिया कॉमन्स

देश में वनों की स्थिति: बढ़ रहा है पौधारोपण और घट रहे हैं वन

भारत सरकार ने हाल ही में वन सर्वेक्षण रिपोर्ट 2021 (आईएसएफआर) जारी किया। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दो साल पहले की तुलना में देश के वन क्षेत्र…
दार्जिलिंग में चाय के बगान। तस्वीर- व्याचेस्लाव अर्जेनबर्ग/विकिमीडिया कॉमन्स
हिमालय से गुजरती कई नदियों को नेपाल की सरकार पनबिजली उत्पन्न करने के स्रोत के रूप में देखती है जिनका दोहन अभी होना है। तस्वीर-जोनस ग्रेटजर/मोंगाबे

नेपाल में अंधाधुंध निर्माण में लगा है चीन, हिमालय के नाजुक पारिस्थितिकी को खतरा

बजरी से भरा एक ट्रक नेपाल के स्याब्रुबेसी की सड़क पर धूल का गुबार उड़ाते हुए बेधड़क चलता जा रहा है। इलाके में सड़क को चौड़ा करने का काम चल…
हिमालय से गुजरती कई नदियों को नेपाल की सरकार पनबिजली उत्पन्न करने के स्रोत के रूप में देखती है जिनका दोहन अभी होना है। तस्वीर-जोनस ग्रेटजर/मोंगाबे
सेशेल्स द्वीप से तस्करी कर लाए दो एल्डबरा विशाल कछुए लैलापुर में बरामद किए गए। यह प्रजाति दुनिया में मिलने वाले बड़े कछुए में शामिल है। तस्वीर- काचर वन मंडल

दुर्लभ वन्यजीवों की तस्करी में सरकार की माफी योजना का हो रहा इस्तेमाल

देश में वन्यजीव व्यापार पर पूर्ण प्रतिबंध है। यह प्रतिबंध देसी वन्यजीवों पर तो लागू है, पर विदेशी वन्यजीव इसके दायरे में नहीं आते। तस्कर इसी का फायदा उठा कर…
सेशेल्स द्वीप से तस्करी कर लाए दो एल्डबरा विशाल कछुए लैलापुर में बरामद किए गए। यह प्रजाति दुनिया में मिलने वाले बड़े कछुए में शामिल है। तस्वीर- काचर वन मंडल
[कॉमेंट्री] उदारीकरण के 30 साल: क्या कोविड-19 की दूसरी लहर भारतीय मध्य वर्ग की दिशा बदलेगी?

कोविड, किसान आंदोलन, उदारीकरण, पेसा, नेट जीरो से जोड़कर देखा जाएगा साल 2021

अभी 2022 दहलीज पर खड़ा है और इसके साथ ओमीक्रॉन भी। पूरी मानव सभ्यता इस उम्मीद में है कि कोविड के डेल्टा ने 2021 में जो तबाही मचाई वैसे आगे…
[कॉमेंट्री] उदारीकरण के 30 साल: क्या कोविड-19 की दूसरी लहर भारतीय मध्य वर्ग की दिशा बदलेगी?
खेत में फसल के साथ पशुधन, पेड़, बागवानी के साथ एक किसान का घर। यह कृषि वानिकी का एक उदाहरण है। ऐसे मॉडल अपनाने से जलवायु परिवर्तन की रफ्तार कम हो सकती है। तस्वीर- वर्ल्ड एग्रोफोरेस्ट्री सेंटर/देवश्री नायक/फ़्लिकर

ग्लोबल वार्मिंग को रोकने में कारगर हैं प्रकृति आधारित समाधान

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूनेप) और प्रकृति संरक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय संघ (आईयूसीएन) की हाल ही में जारी रिपोर्ट चर्चा में है। रिपोर्ट के लेखकों का कहना है कि भारत…
खेत में फसल के साथ पशुधन, पेड़, बागवानी के साथ एक किसान का घर। यह कृषि वानिकी का एक उदाहरण है। ऐसे मॉडल अपनाने से जलवायु परिवर्तन की रफ्तार कम हो सकती है। तस्वीर- वर्ल्ड एग्रोफोरेस्ट्री सेंटर/देवश्री नायक/फ़्लिकर
चटपट बानी, पठानकोट। तस्वीर- जसकरण सिंह

[वीडियो] पौराणिक मान्यताओं की वजह से बचे हैं पंजाब के ये पवित्र वन, संरक्षण की जरूरत

खेती-बाड़ी के मामले में देश में अव्वल पंजाब जंगल के मामले में कमजोर पड़ जाता है। यहां छिटफुट इलाकों में ही जंगल बच गए हैं। ये भी जंगल इसलिए बचे…
चटपट बानी, पठानकोट। तस्वीर- जसकरण सिंह
बहराइच जिले के इस स्कूल में बच्चों को कछुआ संरक्षण के लिए प्रेरित किया जाता है। स्कूल के बच्चों ने कई कछुओं की जान बचाई है। तस्वीर- अजीम मिर्ज़ा

उत्तर प्रदेश में एक ऐसा स्कूल जहां पढ़ाई के साथ लगती है कछुआ संरक्षण की क्लास

अभी लॉकडाउन नहीं लगा था और बच्चे स्कूल जा रहे थे। उन्हीं दिनों 11-वर्षीय पवन कुमार निषाद को स्कूल से घर जाते हुए अचानक एक कछुआ दिखा। सड़क पर। उस…
बहराइच जिले के इस स्कूल में बच्चों को कछुआ संरक्षण के लिए प्रेरित किया जाता है। स्कूल के बच्चों ने कई कछुओं की जान बचाई है। तस्वीर- अजीम मिर्ज़ा
दिल्ली के चिड़ियाघर में दोपहर के दौरान लेटा भालू। तस्वीर- परीक्षित निर्भय

दिल्ली के चिड़ियाघर में मरने वाले जीवों में आधे से अधिक सदमे के शिकार

चिड़ियाघर में जानवरों की मौत के लिए शॉक या सदमा सबसे बड़ी वजह बनता जा रहा है। दिल्ली चिड़ियाघर के आंकड़ों से तो यही साबित होता है। यहां पिछले तीन…
दिल्ली के चिड़ियाघर में दोपहर के दौरान लेटा भालू। तस्वीर- परीक्षित निर्भय
खेत पर कटाई करते मजदूर। इलाके में बाघ की इतनी दहशत है कि किसानों को कम काम के लिए भी अधिक मात्रा में मजदूर रखने की जरूरत होती है, ताकि बाघ के हमले से बचा जा सके। तस्वीर- सौरभ कटकुरवार

महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में 30 साल बाद फिर दिखने लगे बाघ, इंसानों के साथ संघर्ष शुरू

हाल के वर्षों तक महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में स्थानीय लोग बेफिक्र होकर जंगल में चले जाया करते थे। जलावन की लकड़ी हो, फल-फूल इकट्ठा करना हो या अपने खेतों में…
खेत पर कटाई करते मजदूर। इलाके में बाघ की इतनी दहशत है कि किसानों को कम काम के लिए भी अधिक मात्रा में मजदूर रखने की जरूरत होती है, ताकि बाघ के हमले से बचा जा सके। तस्वीर- सौरभ कटकुरवार
बैनर तस्वीर: हंगुल का झुंड। तस्वीर- ताहिरशॉल/विकिमीडिया कॉमन्स

[वीडियो] बढ़ने लगी कश्मीर के राजकीय पशु हंगुल की आबादी, भोजन और आवास की कमी अब भी चुनौती

हंगुल या कश्मीरी हिरण की गिरती संख्या चिंता का सबब रहा है। पर मार्च 2021 में सामने आई संख्या उत्साहजनक है। वन्यजीव संरक्षण विभाग के अनुसार, लुप्तप्राय प्रजातियों में शामिल…
बैनर तस्वीर: हंगुल का झुंड। तस्वीर- ताहिरशॉल/विकिमीडिया कॉमन्स
वर्ष 2020 में तीन लाख से अधिक पर्यटक सुंदर नर्सरी देखने आए। कोविड महामारी के दौरान इतनी भारी संख्या में पर्यटकों का आना अच्छा संकेत है। तस्वीर- अर्चना सिंह

दिल्ली की सुंदर नर्सरी: बंजर जमीन से प्रसिद्ध हेरिटेज पार्क तक का सुंदर सफर

देश के अधिकतर शहर धीरे-धीरे कॉन्क्रीट के जंगल बनते जा रहे हैं। ऐसे ही माहौल के बीच दिल्ली में 90 एकड़ में फैली सुंदर नर्सरी, राहत की सांस देती है। …
वर्ष 2020 में तीन लाख से अधिक पर्यटक सुंदर नर्सरी देखने आए। कोविड महामारी के दौरान इतनी भारी संख्या में पर्यटकों का आना अच्छा संकेत है। तस्वीर- अर्चना सिंह
बाघ की तलाश में हाथी के साथ महावत। बाघ वाले जंगल में गश्ती के लिए हाथी बेहद जरूरी है। तस्वीर- कल्याण वर्मा/विकिमीडिया कॉमन्स

[वीडियो] मध्यप्रदेश में पालतू हाथियों की कमी से बाघ संरक्षण में आ रही हैं मुश्किलें

इस साल जनवरी में एक बाघ मध्य प्रदेश के हरदा जिले स्थित केलझिरी वन के एक गांव में घुस आया। तीन दिन में ही बाघ ने इंसानों पर तीन बार…
बाघ की तलाश में हाथी के साथ महावत। बाघ वाले जंगल में गश्ती के लिए हाथी बेहद जरूरी है। तस्वीर- कल्याण वर्मा/विकिमीडिया कॉमन्स
समुद्री स्पंज (Porifera sp.) तस्वीर- सारंग नायक

मुंबई की चकाचौंध में छिप जाता है शहर का यह खूबसूरत पक्ष

हम समूह में खड़े थे और समुद्र से निकलने वाली एक तेज गंध हमें बेचैन कर रही थी। हमें यात्रा की शुरुआत के पहले यह समझाया जा रहा था कि…
समुद्री स्पंज (Porifera sp.) तस्वीर- सारंग नायक
बिहार के सुलतानगंज में नाव से गंगा पार करते श्रद्धालु। फिल्मकार सिद्धार्थ अग्रवाल ने गंगासागर से गंगोत्री तक की पैदल यात्रा कर एक डॉक्यूमेंट्री बनाई है। तस्वीर- सिद्धार्थ अग्रवाल

[समीक्षा] मूविंग अप्स्ट्रीम: गंगा- हजार किस्से मिले नदी के साथ चलने में

‘मिलना था इत्तिफ़ाक़ बिछड़ना नसीब था/ वो उतनी दूर हो गया जितना क़रीब था।’ अंजुम रहबर के इस शेर की मदद से उत्तराखंड का एक युवक यूं तो अपने कुनबे…
बिहार के सुलतानगंज में नाव से गंगा पार करते श्रद्धालु। फिल्मकार सिद्धार्थ अग्रवाल ने गंगासागर से गंगोत्री तक की पैदल यात्रा कर एक डॉक्यूमेंट्री बनाई है। तस्वीर- सिद्धार्थ अग्रवाल
उदयपुर को झीलों का शहर कहा जाता है, लेकिन यहां के झील दिन-ब-दिन खत्म होते जा रहे हैं। तस्वीर- अर्चना सिंह

[वीडियो] उदयपुर का आकर्षण ही बन रहा इसका काल, अधिक पर्यटन से खतरे में यहां के झील और पहाड़

राजस्थान का उदयपुर शहर सदियों से आकर्षण का केंद्र रहा है। अंग्रेज अधिकारियों से लेकर हॉलीवुड के सितारों तक को यह शहर अपनी तरफ आकर्षित करता रहा है। हालांकि, पिछले…
उदयपुर को झीलों का शहर कहा जाता है, लेकिन यहां के झील दिन-ब-दिन खत्म होते जा रहे हैं। तस्वीर- अर्चना सिंह
राजस्थान के जैसलमेर में ऊंट के साथ पालक। राज्य में ऊंट लगातार कम हो रहे हैं। वर्ष 2012 से 2019 के दौरान राजस्थान में ऊंटों की संख्या में 35 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी। तस्वीर- मनोज वसंथ/फ्लिकर

[वीडियो] राजस्थानः ऊंट के संरक्षण के लिए आया कानून ही बन रहा उसकी तबाही की वजह

राजस्थान में ऊंट पालना कभी काफी मुनाफे का सौदा हुआ करता था और ऊंट, संपत्ति की तरह देखे जाते थे। पाली जिले के माधवराम रायका बताते हैं कि उनके पिता…
राजस्थान के जैसलमेर में ऊंट के साथ पालक। राज्य में ऊंट लगातार कम हो रहे हैं। वर्ष 2012 से 2019 के दौरान राजस्थान में ऊंटों की संख्या में 35 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी। तस्वीर- मनोज वसंथ/फ्लिकर
हसदेव अरण्य को हाथियों का घर कहा जाता है। यह करीब 1,70,000 हेक्टेयर में फैला जैव विविधता से भरा हुआ जंगल है। तस्वीर- आलोक प्रकाश पुतुल

[वीडियो] छत्तीसगढ़ के जंगलों में हाथियों के लिए छोड़ा जा रहा धान, जानकारों को अजीब लग रहा यह फैसला

सरगुजा ज़िले के मैनपाट के बरपारा के लोकनाथ यादव अपने टूटे हुए घर के सामने खड़े हो कर यही सोच रहे हैं कि अब इस बरसात में टूटे घर की…
हसदेव अरण्य को हाथियों का घर कहा जाता है। यह करीब 1,70,000 हेक्टेयर में फैला जैव विविधता से भरा हुआ जंगल है। तस्वीर- आलोक प्रकाश पुतुल
महानदी की कछार पर ताप विद्युत गृह और साथ में धान के खेत। यहां पानी का बेतहाशा इस्तेमाल होता है। तस्वीर- रंजन पांडा

महानदी को लेकर ओडिशा और छत्तीसगढ़ में खींचतान, क्या बच पाएगी नदी?

ओडिशा और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित संबलपुर में हीराकुंड बांध का पानी दोनों राज्यों के लिए खींचतान का विषय बना हुआ है। ओडिशा का आरोप है कि महानदी पर…
महानदी की कछार पर ताप विद्युत गृह और साथ में धान के खेत। यहां पानी का बेतहाशा इस्तेमाल होता है। तस्वीर- रंजन पांडा
महाराष्ट्र के मीठे पानी में मिला रेड इयर्ड स्लाइडर। इसे पालने वाले शौकीन लोग एक समय के बाद अक्सर इसे पास के तालाबों में छोड़ जाते हैं। तस्वीर- राहुल कुलकर्णी

[वीडियो] भारतीय घरों की शान बढ़ाने वाले लाल कान वाले कछुओं का स्याह पक्ष

तकरीबन तीन महीने पहले केरल के थ्रीसुर में छठवीं कक्षा में पढ़ने वाला आदिथ्यान डी ताम्बी को मछली पकड़ने के प्रयास में एक खूबसूरत कछुआ हाथ लग गया। घर जाते…
महाराष्ट्र के मीठे पानी में मिला रेड इयर्ड स्लाइडर। इसे पालने वाले शौकीन लोग एक समय के बाद अक्सर इसे पास के तालाबों में छोड़ जाते हैं। तस्वीर- राहुल कुलकर्णी
पेंच टाइगर रिजर्व के आस-पास कृषि-वानिकी के लिए तैयार हैं किसान, सबके लिए है फायदे का सौदा

पेंच टाइगर रिजर्व के आस-पास कृषि-वानिकी के लिए तैयार हैं किसान, सबके लिए है फायदे का सौदा

संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2021-2030 को पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली का दशक घोषित किया है। यानी इस दौरान पारिस्थितिकी तंत्र को जो नुकसान हुआ है उसकी भारपाई की कोशिश की…
पेंच टाइगर रिजर्व के आस-पास कृषि-वानिकी के लिए तैयार हैं किसान, सबके लिए है फायदे का सौदा
एक बाघिन के पलायन की कहानी, 99 किलोमीटर की यात्रा का बनाया रिकार्ड

[वीडियो] एक बाघिन के पलायन की कहानी, 99 किलोमीटर की यात्रा का बनाया रिकार्ड

हाल ही में एक बाघिन के द्वारा किया गया इतिहास का सबसे लंबा पलायन का मामला सामने आया है। एक 18 महीने की बाघिन, पन्ना टाइगर रिजर्व के अपने इलाके…
एक बाघिन के पलायन की कहानी, 99 किलोमीटर की यात्रा का बनाया रिकार्ड
लाखों वर्ष से आपदा झेलकर जीवित रहे कीट, एकबार फिर मंडरा रहा खतरा

[वीडियो] लाखों वर्ष से आपदा झेलकर जीवित रहे कीट, एकबार फिर मंडरा रहा खतरा

करीब 5000 लाख वर्ष पहले धरती पर कई उल्लेखनीय परिवर्तन हुए जिन्हें कैम्ब्रियन एक्सप्लोजन कहा जाता है। इस वजह से जीवन के कई स्वरूप सामने आए, जिनमें कुछ बहुत ही…
लाखों वर्ष से आपदा झेलकर जीवित रहे कीट, एकबार फिर मंडरा रहा खतरा
चाय बागान में हाथी। तस्वीर- अंशुमा बासुमतारी

चाय की प्याली से जुड़ा है हाथियों का संरक्षण

भारत और भूटान की अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगा 40-एकड़ में फैला है तेंजिंग बोडोसा का चाय बागान। इसे पहली नजर में देखकर असम के तमाम चाय बागानों जैसा एक और…
चाय बागान में हाथी। तस्वीर- अंशुमा बासुमतारी
फिल्म शेरनी के एक दृष्य में जंगल का मुआयना करती अभिनेत्री विद्या बालन। तस्वीर साभार- शेरनी फिल्म

[साक्षात्कार] संरक्षण और मानव-वन्यजीव टकराव की ओर ध्यान आकर्षित करने का एक गंभीर प्रयास है शेरनी

जंगल और जैव-विविधता के मामले भारत की दुनिया में ख़ास पहचान है। ग्लोबल फॉरेस्ट वॉच संस्था के अनुसार दुनिया के वनस्पतियों और जीवों के कुल दर्ज़ प्रजातियों का लगभग आठ…
फिल्म शेरनी के एक दृष्य में जंगल का मुआयना करती अभिनेत्री विद्या बालन। तस्वीर साभार- शेरनी फिल्म