उत्तर प्रदेश News

उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में किसान आवारा पशुओं से परेशान हैं। तस्वीर- सुमित यादव

सोलर फेंसिंग मशीन: यूपी के किसानों की जरूरत, ‘खेत सुरक्षा योजना’ करवा रही है इंतजार

देश की सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश के किसान साल 2017 के बाद से खेतों की रखवाली करते हुए मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। आवारा गोवंशो और…
उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में किसान आवारा पशुओं से परेशान हैं। तस्वीर- सुमित यादव
वाइल्डलाइफ एसओएस के प्रांगण में टहलते हुए दो हाथी। तस्वीर साभार- वाइल्डलाइफ एसओएस

कैसे काम करता है भीख मांगने और सर्कस से बचाए गए हाथियों का संरक्षण केंद्र

आज से 14 साल पहले हरियाणा के पलवल हाईवे पर एक हथिनी चोटिल घूम रही थी। वन्यजीवों को बचाने वाली एक टीम ने उसकी देखभाल की। गंभीर चोट की वजह…
वाइल्डलाइफ एसओएस के प्रांगण में टहलते हुए दो हाथी। तस्वीर साभार- वाइल्डलाइफ एसओएस
बेतवा नदी मध्य प्रदेश के अशोकनगर से होकर उत्तर प्रदेश की सीमा के पास बहती है। तस्वीर- पंकज सक्सेना/विकिमीडिया कॉमन्स

केन-बेतवा परियोजना आगे बढ़ी, लेकिन नदियों को जोड़ने से सूखे की आशंका

केन-बेतवा लिंक परियोजना को 'सैद्धांतिक' मंजूरी दिए जाने के तकरीबन छह साल बाद ‘पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय’ की तरफ से 3 अक्टूबर को अंतिम वन मंजूरी दे दी…
बेतवा नदी मध्य प्रदेश के अशोकनगर से होकर उत्तर प्रदेश की सीमा के पास बहती है। तस्वीर- पंकज सक्सेना/विकिमीडिया कॉमन्स
छड़उवा खेड़ा से तीन किलोमीटर दूर सीधे हैंडपंप से पीने का पानी लेता ग्रामीण। तस्वीर- सुमित यादव

उत्तर प्रदेश: रखरखाव के अभाव में बंद पड़े आरओ प्लांट्स, दूषित पानी पीने को मजबूर ग्रामीण

“पानी मुँह में डाल कर देखिए, बिल्कुल नमक के घोल जैसा है। कोई इसे एक गिलास नहीं पी सकता,” हैंडपंप से पानी निकालते हुए 52 वर्षीय रामदुलारी कहने लगीं। देश…
छड़उवा खेड़ा से तीन किलोमीटर दूर सीधे हैंडपंप से पीने का पानी लेता ग्रामीण। तस्वीर- सुमित यादव
उत्तर प्रदेश के कई किसानों की भारी बारिश के चलते फसल बर्बाद हो गई, लेकिन खेत पर मालिकाना हक न होने की वजह से फसल के नुकसान के बाद उन्हें कोई मुआवजा नहीं मिला। तस्वीर- अरविंद शुक्ला

[वीडियो] मौसम की मार से फसल बर्बाद होने के बावजूद मुआवजे से वंचित भूमिहीन किसान

उत्तर प्रदेश में सीतापुर जिले के तुरकौली गांव में रहने वाले 64 वर्षीय किसान राम सागर की अक्टूबर 2022 में भारी और बेमौसम बारिश के कारण साढ़े तीन एकड़ धान…
उत्तर प्रदेश के कई किसानों की भारी बारिश के चलते फसल बर्बाद हो गई, लेकिन खेत पर मालिकाना हक न होने की वजह से फसल के नुकसान के बाद उन्हें कोई मुआवजा नहीं मिला। तस्वीर- अरविंद शुक्ला

यूपी के गाज़ियाबाद में सामूहिक प्रयासों से शुरू होते शहरी जंगल, कम होता प्रदूषण

करीब तीन साल पहले गाज़ियाबाद के प्रताप विहार इलाके में नगर निगम की लगभग 600 वर्ग मीटर की एक जमीन पर कचरा फेंका जाने लगा। एक तरफ मेडिकल कॉलेज और…
रंग लाई गैंड़ा संरक्षण की कोशिशें, यूपी के दुधवा में चार दशक में आठ गुना बढ़ी गैंडों की आबादी

[वीडियो] रंग लाई गैंडा संरक्षण की कोशिशें, यूपी के दुधवा में चार दशक में आठ गुना बढ़ी गैंडों की आबादी

भारत में जब भी एक सींग वाले गैंडे (राइनो) की बात होती है, तो हमारे दिमाग में एक नाम ही आता है। वो है असम का काजीरंगा नेशनल पार्क। लेकिन…
रंग लाई गैंड़ा संरक्षण की कोशिशें, यूपी के दुधवा में चार दशक में आठ गुना बढ़ी गैंडों की आबादी
उत्तर भारत में बढ़ता वायु प्रदूषण और तकनीकी विशेषज्ञों की कमी से जूझते प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड: रिपोर्ट

उत्तर भारत में बढ़ता वायु प्रदूषण और तकनीकी विशेषज्ञों की कमी से जूझते प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड: रिपोर्ट

इस साल एक नवम्बर को देश की राजधानी नई दिल्ली पूरी तरह से प्रदूषित जहरीली हवा के चंगुल में दिखी। इस दिन इस साल के वायु प्रदूषण के सारे रिकॉर्ड…
उत्तर भारत में बढ़ता वायु प्रदूषण और तकनीकी विशेषज्ञों की कमी से जूझते प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड: रिपोर्ट
पराली जलाने के स्थान पर मशीनों को किराए पर लेने या खरीदने की लागत छोटे और सीमांत किसान वहन नहीं कर सकते। तस्वीर- 2011CIAT / नील पामर / फ़्लिकर

[वीडियो] तमाम सरकारी ‘समाधानों’ के बावजूद उत्तर भारत में क्यों लौट रहा है पराली संकट

देश में पराली जलाने यानी धान के अवशेष को खेतों में जलाने की समस्या साल-दर-साल बढ़ती जा रही है। पराली जलाने की समस्या सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा संकट…
पराली जलाने के स्थान पर मशीनों को किराए पर लेने या खरीदने की लागत छोटे और सीमांत किसान वहन नहीं कर सकते। तस्वीर- 2011CIAT / नील पामर / फ़्लिकर
एनसीआर के गुरुग्राम जैसे शहरों के अनियोजित व्यावसायीकरण और विकास का ख़ामियाजा अरावली को भुगतना पड़ रहा है। तस्वीर: अरावली बचाओ नागरिक आंदोलन

अरावली की तबाही का सबब बन सकता है एनसीआर ड्राफ्ट प्लान-2041

साल 2005 से लागू एनसीआर क्षेत्रीय योजना- 2021 को आगे बढ़ाने के लिए एनसीआर मसौदे की क्षेत्रीय योजना- 2041 को प्रस्ताव लाया गया है। इस ड्राफ्ट प्लान को एनसीआर में…
एनसीआर के गुरुग्राम जैसे शहरों के अनियोजित व्यावसायीकरण और विकास का ख़ामियाजा अरावली को भुगतना पड़ रहा है। तस्वीर: अरावली बचाओ नागरिक आंदोलन
उत्तर प्रदेश का एक गांव। फाइल तस्वीर- विश्वरूप गांगुली/विकिमीडिया कॉमन्स

उत्तर प्रदेश में ग्राम पंचायतों को क्लाइमेट स्मार्ट बनाने की योजना कितनी गंभीर?

उत्तर प्रदेश सरकार जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना पर काम कर रही है। इसके तहत राज्य की 27 ग्राम पंचायतों को नेट जीरो यानी क्लाइमेट स्मार्ट…
उत्तर प्रदेश का एक गांव। फाइल तस्वीर- विश्वरूप गांगुली/विकिमीडिया कॉमन्स
गोमती किनारे बसा लखनऊ शहर।

लखनऊ में सदा के लिए खत्म होता भूजल, धंस रही है जमीन

गंगा की सहायक नदी गोमती के किनारे बसा शहर लखनऊ में भूजल की भारी कमी आ रही है। एक हालिया अध्ययन से पता चलता है कि लखनऊ में भूजल निरंतर…
गोमती किनारे बसा लखनऊ शहर।
जौनपुर शहर में गोमती नदी में कुल 14 नाले गिरते हैं और इन नालों से प्रतिदिन 30 एमएलडी कचरा डिस्चार्ज होता है। तस्वीर- आनंद देव/मोंगाबे

जौनपुर से गोमती में बहने वाले कचरे का अनुमान भी नहीं लगा पा रहा प्रशासन, कैसे होगी नदी साफ?

गंगा की सहायक नदी है गोमती। गंगा नदी की सफाई के लिए केंद्र स्तर पर नमामि गंगे नाम से योजना चलाई जा रही है। इसके तहत सहायक नदियों की सफाई…
जौनपुर शहर में गोमती नदी में कुल 14 नाले गिरते हैं और इन नालों से प्रतिदिन 30 एमएलडी कचरा डिस्चार्ज होता है। तस्वीर- आनंद देव/मोंगाबे
गम्बूसिया अलग-अलग तापमान में जीवित रह सकते हैं। साथ ही पानी में मौजूद रसायनिक और जैविक सामग्री के साथ भी जीवित रह सकता है। तस्वीर- NOZO/विकिमीडिया कॉमन्स

उत्तर प्रदेश में मच्छर नियंत्रण के लिए हो रहा गम्बूसिया मछली का इस्तेमाल, भविष्य के लिए खतरनाक

मॉनसून का इंतजार चल रहा है। मॉनसून के साथ-साथ मच्छरों का मौसम भी आने वाला है। 2021 में उत्तर प्रदेश के कई जिलों ने डेंगू और मलेरिया जैसे घातक बीमारी…
गम्बूसिया अलग-अलग तापमान में जीवित रह सकते हैं। साथ ही पानी में मौजूद रसायनिक और जैविक सामग्री के साथ भी जीवित रह सकता है। तस्वीर- NOZO/विकिमीडिया कॉमन्स
सुरहा ताल झील बलिया जिले की सबसे बड़ा फ्लडप्लेन है जहां बाढ़ का पानी जमा होता है। तस्वीर- बलिया जिला प्रशासन

उत्तर प्रदेशः कहीं विकास की बलि न चढ़ जाए बलिया का पक्षी अभयारण्य

संरक्षित क्षेत्र यानी पशु-पक्षियों के रहने का ऐसा स्थान जहां वे निर्भिक होकर घूम-फिर सकते हैं। ऐसे क्षेत्र में निर्माण गतिविधि होना हमेशा विवाद की वजह बनता है। लेकिन तब…
सुरहा ताल झील बलिया जिले की सबसे बड़ा फ्लडप्लेन है जहां बाढ़ का पानी जमा होता है। तस्वीर- बलिया जिला प्रशासन
वाराणसी स्थित कछुआ प्रजनन केंद्र के 900 कछुओं का उधारी के सहारे चल रहा जीवन

वाराणसी स्थित कछुआ प्रजनन केंद्र के 900 कछुओं का उधारी के सहारे चल रहा जीवन

वाराणसी जिले के सारनाथ स्थिति कछुआ प्रजनन केंद्र में मौजूद करीब 900 कछुओं का दाना-पानी उधारी पर चल रहा है। सुनने में यह बात थोड़ी अजीब लगती है लेकिन वास्तविकता…
वाराणसी स्थित कछुआ प्रजनन केंद्र के 900 कछुओं का उधारी के सहारे चल रहा जीवन
बहराइच जिले के इस स्कूल में बच्चों को कछुआ संरक्षण के लिए प्रेरित किया जाता है। स्कूल के बच्चों ने कई कछुओं की जान बचाई है। तस्वीर- अजीम मिर्ज़ा

उत्तर प्रदेश में एक ऐसा स्कूल जहां पढ़ाई के साथ लगती है कछुआ संरक्षण की क्लास

अभी लॉकडाउन नहीं लगा था और बच्चे स्कूल जा रहे थे। उन्हीं दिनों 11-वर्षीय पवन कुमार निषाद को स्कूल से घर जाते हुए अचानक एक कछुआ दिखा। सड़क पर। उस…
बहराइच जिले के इस स्कूल में बच्चों को कछुआ संरक्षण के लिए प्रेरित किया जाता है। स्कूल के बच्चों ने कई कछुओं की जान बचाई है। तस्वीर- अजीम मिर्ज़ा
ताजमहल के बगल में बहती यमुना नदी। तस्वीर- एस. गोपीकृष्ण वारियर/मोंगाबे

ताजमहल की खूबसूरती में चार चांद लगाने वाली यमुना अब इसके बदरंग होने की जिम्मेदार

आगरा में ताजमहल देखने आने वाले लोग काफी समय से यह शिकायत करते हैं कि इस परिसर में एक खास तरह की दुर्गंध आती है। दुनिया के सात अजूबों में…
ताजमहल के बगल में बहती यमुना नदी। तस्वीर- एस. गोपीकृष्ण वारियर/मोंगाबे
जानकार मानते हैं कि दीपावली की आतिशबाज़ी और खेतों में पराली के कारण दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का ग्राफ नवंबर में उछल गया। तस्वीर- सुमिता रॉय दत्ता/विकिमीडिया कॉमन्स

उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली में नॉक्स प्रदूषण का बुरा हाल, चुनावी साल में भी नहीं है मुद्दा

सर्दियों में एक बार फिर कई राज्यों में वायु प्रदूषण दमघोंटू स्तर पर है। पिछले दिनों दीवाली की आतिशबाज़ी, खेतों में पराली जलाने और उद्योगों के धुयें के साथ मौसमी…
जानकार मानते हैं कि दीपावली की आतिशबाज़ी और खेतों में पराली के कारण दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का ग्राफ नवंबर में उछल गया। तस्वीर- सुमिता रॉय दत्ता/विकिमीडिया कॉमन्स
हैदराबाद में एक इलेक्ट्रिक बस स्टैंड। आंकड़े बताते है की तेलंगाना राज्य मे देश मे ईवी के लिए सबसे ज्यादा चार्जिंग पॉइंट्स है। तस्वीर- मनीष कुमार/मोंगाबे

नीति आयोग के निर्देश के तीन साल बाद भी इलेक्ट्रिक वाहन को लेकर नीति नहीं बना पा रहे राज्य

नीति आयोग ने 2018 मे सभी राज्यो को खुद की इलेक्ट्रिक वाहन नीति बनाने के लिए कहा था। अब 2022 आने को है पर छत्तीसगढ़ जैसे राज्य अभी तक, इस…
हैदराबाद में एक इलेक्ट्रिक बस स्टैंड। आंकड़े बताते है की तेलंगाना राज्य मे देश मे ईवी के लिए सबसे ज्यादा चार्जिंग पॉइंट्स है। तस्वीर- मनीष कुमार/मोंगाबे

नदियां कैसे बन गई प्लास्टिक कचरे की हाइवे, हरिद्वार, आगरा और प्रयागराज में हुआ सर्वे

गंगा नदी में प्लास्टिक कचरे के स्रोत को समझने के लिए हाल ही में उत्तर भारत के तीन शहरों में एक सर्वे किया गया। इससे सामने आया कि 10 से…
उत्तरप्रदेशः गन्ने की खेती में नई पद्धति अपनाने से हो रहा जल संरक्षण

उत्तरप्रदेशः गन्ने की खेती में नई पद्धति अपनाने से हो रहा जल संरक्षण

उत्तरप्रदेश के बिजनौर जिले के खानपुर गांव के निवासी नरेंद्र कुमार बीते दो दशक से गन्ने की खेती करते हैं। वह कहते हैं, “मेरे पिता ने बेहतर आमदनी के लिए…
उत्तरप्रदेशः गन्ने की खेती में नई पद्धति अपनाने से हो रहा जल संरक्षण
सोनिया विहार दिल्ली में युमना नदी में मछुआरों के नावें। तस्वीर- अवली वर्मा

[कॉमेंट्री] क्यों फेल हुई दिल्ली में यमुना नदी पर वाटर-टैक्सी परियोजना: एक असफलता और ढेरों सीख

वर्तमान सरकार सत्ता में आने के बाद से जल यातायात को लेकर कई घोषणाएं करती आयी है। फिर उन योजनाओं का होता क्या है, इसकी तस्वीर स्पष्ट हो नहीं पाती।…
सोनिया विहार दिल्ली में युमना नदी में मछुआरों के नावें। तस्वीर- अवली वर्मा
क्या तराई क्षेत्र में बढ़ रही है गिद्धों की संख्या?

क्या तराई क्षेत्र में बढ़ रही है गिद्धों की संख्या?

पांच साल पहले तक गिद्धों की घटती संख्या सबके लिए चिंता की बात थी। गिद्धों की संख्या सन 1980 तक भारत में चार करोड़ से भी ऊपर थी लेकिन 2017…
क्या तराई क्षेत्र में बढ़ रही है गिद्धों की संख्या?
नीतियों में अनिश्चितता से जा सकती है भारत के सौर ऊर्जा क्षेत्र की चमक

नीतियों में अनिश्चितता से जा सकती है भारत के सौर ऊर्जा क्षेत्र की चमक

एक तरफ तो देश में अक्षय ऊर्जा के बड़े-बड़े लक्ष्य तय किए जा रहे हैं तो दूसरी तरफ इस क्षेत्र में तय नियम-कानून को लेकर लापरवाही बरती जा रही है।…
नीतियों में अनिश्चितता से जा सकती है भारत के सौर ऊर्जा क्षेत्र की चमक
उत्तरप्रदेश के कुछ जिलों में श्रिम्प पालन का काम शुरुआ हुआ है। तस्वीर: जज फ़्लोरो/ विकिमीडिया कॉमनस

उत्तर प्रदेश में होने लगा श्रिम्प-पालन, मिल सकता है स्थानीय लोगों को रोजगार

कुछ सालों पहले, उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के रहने वाले कमल कुमार केशवानी ने सरकारी परियोजना के तहत श्रिम्प-पालन की शुरुआत की थी। ऐसे जीव का पालन जो मूलतः…
उत्तरप्रदेश के कुछ जिलों में श्रिम्प पालन का काम शुरुआ हुआ है। तस्वीर: जज फ़्लोरो/ विकिमीडिया कॉमनस

क्या कुसुम योजना की मदद से अन्नदाता से ऊर्जा-दाता बन पाए उत्तर प्रदेश के किसान?

उत्तर प्रदेश में आयोजित किसानों की एक सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2016 में घोषणा की थी कि 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुनी…
कतरनियाघाट में रह रहे घड़ियालों के निवास पर हरियाली का छापा

कतरनियाघाट में रह रहे घड़ियालों के निवास पर हरियाली का छापा

उत्तर प्रदेश और नेपाल सीमा से सटे कतरनियाघाट वन्यजीव अभ्यारण्य के समीप से गुजरती गिरवा नदी के बहाव में कमी आयी और इसके किनारे हरियाली उग आई। यूं तो हरियाली…
कतरनियाघाट में रह रहे घड़ियालों के निवास पर हरियाली का छापा
सज्जनगढ़ बायोलाजिकल पार्क, उदयपुर में आराम करता एक मगरमच्छ

पानी में बिना किसी टकराव के कैसे साथ रह लेते हैं घड़ियाल और मगरमच्छ

जब दो बराबर के जीवों का ठिकाना एक ही हो। आमना-सामना होता हो और मौजूदा संसाधनों में दोनों को हिस्सा चाहिए हो तो टकराव होना सामान्य हो जाता है। इस…
सज्जनगढ़ बायोलाजिकल पार्क, उदयपुर में आराम करता एक मगरमच्छ
प्लास्टिक प्रदूषण रोकने के लिए रिसाइकल के साथ प्लास्टिक निर्माताओं की जिम्मेदारी भी करनी होगी तय

प्लास्टिक प्रदूषण रोकने के लिए रिसाइकल के साथ प्लास्टिक निर्माताओं की जिम्मेदारी भी करनी होगी तय

बिहार की राजधानी पटना को जल्द ही प्लास्टिक कचरा के निपटारे के लिए रिसाइकलिंग प्लांट मिलने वाला है। 15वें वित्त आयोग की रिपोर्ट में पटना के अलावा अहमदाबाद, बैंगलुरु और…
प्लास्टिक प्रदूषण रोकने के लिए रिसाइकल के साथ प्लास्टिक निर्माताओं की जिम्मेदारी भी करनी होगी तय