Mongabay series: क्लीन एनर्जी

भारत में सोलर थर्मल कंसंट्रेटर बनाने वाली कंपनी सनराइज सीएसपी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के दीपक गादिया सोलर कुकर के साथ खड़े है। तस्वीर- दीपक गादिया

सौर ऊर्जा से खाना पकाने के तरीकों में भारत अभी काफी पीछे

बेंगलुरु में रहने वाली रेवा मलिक की दिनचर्या थोड़ी अलग है। वह हर दिन सुबह 9 बजे अपने घर की छत पर जाती हैं, एक सौर कुकर लगाती हैं और…
भारत में सोलर थर्मल कंसंट्रेटर बनाने वाली कंपनी सनराइज सीएसपी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के दीपक गादिया सोलर कुकर के साथ खड़े है। तस्वीर- दीपक गादिया
उत्तर प्रदेश में छत पर लगे सोलर पैनल। तस्वीर- रचना वर्मा

[वीडियो] उत्तर प्रदेश में सौर ऊर्जा की चकाचौंध के पीछे छुपी सोलर कचरे की बड़ी समस्या

भारत ने साल 2050 के अपने ‘नेट जीरो’ लक्ष्य को पूरा करने के लिए पिछले कुछ सालों में अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में बहुत ध्यान दिया है। इसके चलते देश…
उत्तर प्रदेश में छत पर लगे सोलर पैनल। तस्वीर- रचना वर्मा
लंबे समय से बर्तन बनाने वाले कारीगर सैय्यद अहमद उन बर्तनों को तैयार करते हुए जिन्हें अगले दो दिन में भट्ठी के लिए भेजना है। तस्वीर-विशेष इंतजाम।

खुर्जा में चीनी मिट्टी के बर्तन बनाने के सतत तरीकों के प्रयास जारी

50 साल के सैय्यद अहमद का मिट्टी के बर्तनों को आकार देने का तरीका पारंपरिक तरीके से अलग है जबकि ज्यादातर कारीगर पारंपरिक तरीके से ही बर्तन बनाते हैं। बर्तनों…
लंबे समय से बर्तन बनाने वाले कारीगर सैय्यद अहमद उन बर्तनों को तैयार करते हुए जिन्हें अगले दो दिन में भट्ठी के लिए भेजना है। तस्वीर-विशेष इंतजाम।
गुजरात के कच्छ में बेहतर भट्टी बनाई जा रही है। नई बेहतर भट्टी के साथ कुम्हारों को जलावन की जरूरत में काफी कमी महसूस हो रही है। स्थानीय एनजीओ खमीर द्वारा ली गई तस्वीर।

कच्छ के कुम्हार बेहतर भट्टियों के साथ बदलाव के लिए तैयार

गुजरात के कच्छ में कुम्हारों के लिए ईंधन का कम खपत करने वाली भट्टियों की शुरुआत हुई है। इससे पकाने में लगने वाले समय और जलावन की जरूरत कम हो…
गुजरात के कच्छ में बेहतर भट्टी बनाई जा रही है। नई बेहतर भट्टी के साथ कुम्हारों को जलावन की जरूरत में काफी कमी महसूस हो रही है। स्थानीय एनजीओ खमीर द्वारा ली गई तस्वीर।
भारत सिंथेटिक कपड़ों का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक और तीसरा सबसे बड़ा निर्यातक है। तस्वीर: रवलीन कौर/मोंगाबे।

मौसम में बदलाव के बीच टिकाऊ तरीक़ों को बढ़ावा देता सूरत का कपड़ा उद्योग

साजिदा शेख की उम्र 45 साल है। वो 17 साल से गुजरात के सूरत जिले के पलसाना में स्थित कपड़ा क्लस्टर गुजरात ईको टेक्सटाइल पार्क में रंगाई के लिए आने…
भारत सिंथेटिक कपड़ों का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक और तीसरा सबसे बड़ा निर्यातक है। तस्वीर: रवलीन कौर/मोंगाबे।
अपने खेतों में काम करते हुए मोनपा जनजाति के कुछ लोग। तस्वीर- सुरजीत शर्मा/मोंगाबे 

[वीडियो] क्या अरुणाचल के बढ़ते बिजली संकट को हल कर पाएंगी पारंपरिक पनचक्कियां

रूपा बौद्ध मठ में काफी चहल पहल है। उत्तर पूर्वी राज्य अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम कामेंग जिले के रूपा उप-मंडल में रहने वाली एक प्रमुख जनजाति शेरटुकपेन अपने सबसे लोकप्रिय…
अपने खेतों में काम करते हुए मोनपा जनजाति के कुछ लोग। तस्वीर- सुरजीत शर्मा/मोंगाबे 
चुनावी बॉन्ड योजना में बुनियादी ढांचा विकास उद्योग की भागीदारी भारत के पर्यावरण नियमों में कमियों को उजागर करती है, जिन्हें कारोबारी हितों को शामिल करने के लिए खत्म कर दिया गया है। तस्वीर - प्रणव कुमार/मोंगाबे।

भारत के हरित विकास को बढ़ावा देने वाली कंपनियों ने राजनीतिक दलों को दिया करोड़ों का चंदा

साल 2014 में सत्ता में आने के बाद से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने खुद को स्थानीय और दुनिया भर में हरित विकास के समर्थक…
चुनावी बॉन्ड योजना में बुनियादी ढांचा विकास उद्योग की भागीदारी भारत के पर्यावरण नियमों में कमियों को उजागर करती है, जिन्हें कारोबारी हितों को शामिल करने के लिए खत्म कर दिया गया है। तस्वीर - प्रणव कुमार/मोंगाबे।
मेघालय का एक जंगल। तस्वीर- अश्विन कुमार/विकिमीडिया कॉमन्स 

सरकार ने जंगलों से 500 मीटर दूर तेल उत्खनन तकनीक को मंजूरी दी, प्रभावों पर कोई प्राथमिक डेटा नहीं

नए सरकारी नियमों के मुताबिक, जंगलों में प्राकृतिक भंडार से तेल और गैस निकालने के लिए अब परियोजना के डेवलपर्स को वन मंजूरी लेने की जरूरत नहीं है। शर्त बस…
मेघालय का एक जंगल। तस्वीर- अश्विन कुमार/विकिमीडिया कॉमन्स 
13 दिसंबर, 2023 को संयुक्त अरब अमीरात के दुबई  स्थित एक्सपो सिटी में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन कॉप28 के समापन समारोह के दौरान प्रतिनिधि। तस्वीर- कॉप28/क्रिस्टोफ़ विसेक्स/फ़्लिकर।

कॉप28 में जीवाश्म ईंधन से ‘दूर जाने’ का वादा लेकिन पूंजी और समान भागीदारी बड़ी चुनौती

कॉप28 में जीवाश्म ईंधन के इस्तेमाल को खत्म करने पर ऐतिहासिक समझौता हुआ है। यह करार संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की अध्यक्षता में हुए 28वें कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज (सीओपी28/कॉप28) में…
13 दिसंबर, 2023 को संयुक्त अरब अमीरात के दुबई  स्थित एक्सपो सिटी में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन कॉप28 के समापन समारोह के दौरान प्रतिनिधि। तस्वीर- कॉप28/क्रिस्टोफ़ विसेक्स/फ़्लिकर।
कई देशों, विशेष रूप से यूरोपीय संघ द्वारा समर्थित छोटे द्वीप राज्यों ने कॉप28 में जीवाश्म ईंधन को पूरी तरह से बंद करने का आह्वान किया है। तस्वीर-

कॉप28 के समापन तक भी देशों के बीच नहीं बनी आम सहमति

अट्ठाईसवें कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज़ (कॉप28) ने सम्मेलन के पहले दिन जलवायु हानि और क्षति के लिए एक फंड शुरू करने का निर्णय देकर इतिहास रच दिया। लेकिन जैसे-जैसे दो सप्ताह…
कई देशों, विशेष रूप से यूरोपीय संघ द्वारा समर्थित छोटे द्वीप राज्यों ने कॉप28 में जीवाश्म ईंधन को पूरी तरह से बंद करने का आह्वान किया है। तस्वीर-
जापान के नारिता हवाई अड्डे पर लगे सौर पैनल। प्रतिकात्मक तस्वीर। सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करने वाले हवाई अड्डों को एक चुनौती का सामना करना पड़ता है क्योंकि सौर पैनलों से निकलने वाली चमक पायलटों के लिए फ्लैश ब्लाइंडनेस और कुछ देर तक दिखाई न देने जैसी समस्याओं का कारण बन सकती है। तस्वीर-ताकाशी एम/फ्लिकर

सौर पैनलों से चौंध का खतरा, स्वच्छ ऊर्जा की ओर रुख करने वाले हवाई अड्डों के लिए सुरक्षा की चिंता

मार्च की शुरूआत में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) ने घोषणा की थी कि वह 2024 तक अपने सभी हवाई अड्डों पर 100 फीसदी नवीकरणीय ऊर्जा का इस्तेमाल करने लगेगा।…
जापान के नारिता हवाई अड्डे पर लगे सौर पैनल। प्रतिकात्मक तस्वीर। सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करने वाले हवाई अड्डों को एक चुनौती का सामना करना पड़ता है क्योंकि सौर पैनलों से निकलने वाली चमक पायलटों के लिए फ्लैश ब्लाइंडनेस और कुछ देर तक दिखाई न देने जैसी समस्याओं का कारण बन सकती है। तस्वीर-ताकाशी एम/फ्लिकर
खेत में किसान। प्रतिकात्मक तस्वीर। तुम्मलापल्ले खदान के पास रहने वाले स्थानीय लोगों का कहना है कि यूरेनियम खदान के टेलिंग तालाब से अपशिष्ट भूजल में मिल रहा है, जिससे फसलों की ग्रोथ पर असर पड़ रहा है। तस्वीर- सूरज मोंडोल/विकिमीडिया कॉमन्स 

यूरेनियम खदानों के पास रहने वाले लोगों ने कहा, प्रदूषण से उनकी सेहत और खेतों पर असर पड़ा

आंध्र प्रदेश के वाईएसआर कडपा जिले के तुम्मलपल्ले और अन्य गांवों के पास यूरेनियम टेलिंग्स तालाब में यूरेनियम कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (यूसीआईएल) द्वारा खनन के संभावित प्रभावों के कारण,…
खेत में किसान। प्रतिकात्मक तस्वीर। तुम्मलापल्ले खदान के पास रहने वाले स्थानीय लोगों का कहना है कि यूरेनियम खदान के टेलिंग तालाब से अपशिष्ट भूजल में मिल रहा है, जिससे फसलों की ग्रोथ पर असर पड़ रहा है। तस्वीर- सूरज मोंडोल/विकिमीडिया कॉमन्स 
चैनपुरा गांव में अपना खेत दिखाते मनोज कुमार। तस्वीर-पारुल कुलश्रेष्ठ/मोंगाबे 

घटते भूजल के कारण राजस्थान के किसानों के लिए सोलर पंप का इस्तेमाल कर पाना हुआ मुश्किल

इस साल जून में जैसे ही तापमान बढ़ा, राजस्थान के झुंझुनू जिले के बदनगढ़ गांव में रहने वाले 69 साल के किसान जमन सिंह सैनी की मुसीबतें भी बढ़ने लगीं…
चैनपुरा गांव में अपना खेत दिखाते मनोज कुमार। तस्वीर-पारुल कुलश्रेष्ठ/मोंगाबे 
डॉ. अजय माथुर, अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) के महानिदेशक। तस्वीर- अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए)

[साक्षात्कार] सौर क्षेत्र में निवेश का झुकाव चीन और ओईसीडी देशों की ओर है: आईएसए प्रमुख अजय माथुर

भारत के ऊर्जा परिवर्तन में सौर ऊर्जा का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। पिछले दशक में, सोलर फोटोवोल्टिक (पीवी) की संचयी वैश्विक क्षमता लगभग 942 गीगावॉट तक पहुंच गई है। लेकिन…
डॉ. अजय माथुर, अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) के महानिदेशक। तस्वीर- अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए)
छत पर सौर प्रणाली स्थापित करने वाले कार्यकर्ता की एक प्रतिनिधि छवि। तस्वीर- ट्रिन ट्रॅन/पेक्सल्स।

[टिप्पणी] भारत के सबसे दक्षिणी जिले में एक परिवार के सौर ऊर्जा अपनाने की कहानी

भारत की भौगोलिक स्थिति उष्ण कटिबंध में है। मानसून के मौसम के कुछ दिनों को छोड़कर, सूरज पूरे साल चमकता रहता है। अनुमान के मुताबिक, भारत को सालाना लगभग 3000…
छत पर सौर प्रणाली स्थापित करने वाले कार्यकर्ता की एक प्रतिनिधि छवि। तस्वीर- ट्रिन ट्रॅन/पेक्सल्स।
तमिलनाडु में पवन टरबाइन और ट्रांसमिशन नेटवर्क। आरएमआई की रिपोर्ट के मुताबिक, डिस्कॉम के लंबे समय के लिए किए गए विद्युत खरीद अनुबंध उन्हें नवीकरणीय ऊर्जा की घटती उत्पादन लागत का पूरा लाभ उठाने से रोकते हैं। तस्वीर -प्रियंका शंकर/मोंगाबे 

राष्ट्रीय विद्युत योजना: अक्षय ऊर्जा क्षमता बढ़ने का अनुमान, कोयले पर निर्भरता रहेगी जारी

भारत की राष्ट्रीय विद्युत योजना (एनईपी) के अनुमान के अनुसार, देश साल 2026-27 तक अपनी कुल ऊर्जा क्षमता का लगभग 55% स्थापित नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता हासिल कर लेगा। यदि यह…
तमिलनाडु में पवन टरबाइन और ट्रांसमिशन नेटवर्क। आरएमआई की रिपोर्ट के मुताबिक, डिस्कॉम के लंबे समय के लिए किए गए विद्युत खरीद अनुबंध उन्हें नवीकरणीय ऊर्जा की घटती उत्पादन लागत का पूरा लाभ उठाने से रोकते हैं। तस्वीर -प्रियंका शंकर/मोंगाबे 

[टिप्पणी] आरबीआई की रिपोर्ट भविष्य में भारत की निम्न-कार्बन अर्थव्यवस्था की कल्पना करती है

साल 2070 तक नेट जीरो उत्सर्जन हासिल करने का भारत का लक्ष्य नीति निर्माताओं के लिए वित्तीय प्रणाली के संभावित जोखिमों और आवश्यक नीति सुधारों के संबंध में महत्वपूर्ण प्रश्न…
कर्नाटक के बेल्लारी में थर्मल पॉवर प्लांट। तस्वीर- प्रणव कुमार/मोंगाबे।

ग्रीन क्रेडिट से पर्यावरण संरक्षण को प्रोत्साहन, लेकिन चाहिए मजबूत नियामक तंत्र

केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने टिकाऊ विकास और पर्यावरण संरक्षण को आगे बढ़ाने के लिए "ग्रीन क्रेडिट" स्कीम का प्रस्ताव तैयार किया है। इसके तहत व्यक्ति, संगठन और उद्योग पर्यावरण के…
कर्नाटक के बेल्लारी में थर्मल पॉवर प्लांट। तस्वीर- प्रणव कुमार/मोंगाबे।
काम पर एक बेलर मशीन। पीईडीए के अनुसार, पंजाब में 42 नियोजित सीबीजी संयंत्रों में सालाना 17 लाख टन पराली का इस्तेमाल करके हर दिन 495 टन सीबीजी का उत्पादन किया जाएगा। तस्वीर- रवलीन कौर/मोंगाबे।

[वीडियो] पराली से बायोगैस बनाना वायु प्रदूषण से निपटने का उम्दा विकल्प, लेकिन सामने हैं कई बाधाएं

साल 2022 में नवंबर के शुरुआती दिनों की एक शाम। पंजाब के संगरूर जिले की ये शाम पिछले कई सालों के मुकाबले बहुत अलग थी। आसमान साफ था। हवा में…
काम पर एक बेलर मशीन। पीईडीए के अनुसार, पंजाब में 42 नियोजित सीबीजी संयंत्रों में सालाना 17 लाख टन पराली का इस्तेमाल करके हर दिन 495 टन सीबीजी का उत्पादन किया जाएगा। तस्वीर- रवलीन कौर/मोंगाबे।

आर्थिक विकास और वित्तीय स्थिरता पर जलवायु परिवर्तन के प्रभावों की जांच करती आरबीआई की रिपोर्ट

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 2022-23 के लिए मुद्रा और वित्त रिपोर्ट (आरसीएफ) में मुख्य रूप से जलवायु परिवर्तन पर ध्यान दिया है। यह भारत में केंद्रीय बैंकिंग और व्यापक…
भारत में किसान धान की फसल लेने के बाद पराली को इस तरह जलाते हैं। इसकी वजह से भी प्रदूषण में काफी बढ़ोतरी होती है। फोटो- नील पाल्मर (सीआईएटी)/ विकिमीडिया कॉमन्स

पंजाब के धुंए के पीछे छुपी मध्य प्रदेश की बढ़ती पराली जलाने की समस्या

मध्य प्रदेश गेहूं उत्पादन में देश में दूसरे स्थान पर आता है, यह बात प्रदेश के लिए गर्व का विषय है। लेकिन इसके साथ ही मध्य प्रदेश अब फसल अवशेषों…
भारत में किसान धान की फसल लेने के बाद पराली को इस तरह जलाते हैं। इसकी वजह से भी प्रदूषण में काफी बढ़ोतरी होती है। फोटो- नील पाल्मर (सीआईएटी)/ विकिमीडिया कॉमन्स
तमिलनाडु के कोल्ली हिल्स में किसान हाथ से धान निकाल रहे हैं। अध्ययन से पता चलता है कि फसल के अवशेषों को जलाना, इनसे निपटने का आसान और कम लागत वाला तरीका है। तस्वीर- पी जेगनाथन/विकिमीडिया कॉमन्स

फसल अवशेषों के अनुमान के साथ आसान हो सकेगा बायो ऊर्जा उत्पादन: रिपोर्ट

हाल ही मे हुए एक अध्ययन में दावा किया गया है कि फसलों के अवशेषों से बायो ऊर्जा का उत्पादन करने की भारत की क्षमता पहले के अनुमान से कम…
तमिलनाडु के कोल्ली हिल्स में किसान हाथ से धान निकाल रहे हैं। अध्ययन से पता चलता है कि फसल के अवशेषों को जलाना, इनसे निपटने का आसान और कम लागत वाला तरीका है। तस्वीर- पी जेगनाथन/विकिमीडिया कॉमन्स
कृष्णशिला ओपनकास्ट कोयला खदान में खदान श्रमिक। तस्वीर: रोज़हुबविकी, कुबेर पटेल/विकिमीडिया कॉमन्स।

बंद पड़े कोयला बिजली संयंत्रों का अधिग्रहण करना एनटीपीसी के लिए हो सकता है फायदे का सौदा: रिपोर्ट

ऊर्जा बाजारों पर शोध करने वाली संस्था, इंस्टीट्यूट फॉर एनर्जी इकोनॉमिक्स एंड फाइनेंसियल एनालिसिस (आईईईएफए) की एक रिपोर्ट के अनुसार, नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन (एनटीपीसी) को नए कोयला आधारित थर्मल…
कृष्णशिला ओपनकास्ट कोयला खदान में खदान श्रमिक। तस्वीर: रोज़हुबविकी, कुबेर पटेल/विकिमीडिया कॉमन्स।
बेल्लारी के निवासी जिले के एक नए सोलर पार्क के सामने से गुजरते हुए। तस्वीर - प्रणव कुमार/मोंगाबे।

[वीडियो] कौशल की कमी से नवीन ऊर्जा सेक्टर में काम पाने में पिछड़ रहे बेल्लारी के पूर्व खदान मजदूर

कर्नाटक में बेल्लारी जिले के सेंडूर तालुका का रणजीतपुर गांव लौह-अयस्क खनन के लिए जाना जाता रहा है। यहां रहने वाले 40 वर्षीय पूर्व खदान मजदूर ए. यारीस्वामी इस क्षेत्र…
बेल्लारी के निवासी जिले के एक नए सोलर पार्क के सामने से गुजरते हुए। तस्वीर - प्रणव कुमार/मोंगाबे।
एक निर्माणाधीन डैम की प्रतीकात्मक तस्वीर। ऊर्जा मंत्रालय ने संसद को बताया है कि सभी बड़ी जलविद्युत परियोजनाओं को अनुमति देने से पहले पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से मंजूरी ली जाती है और एक्सपर्ट अप्रेजल कमेटी से व्यापक आकलन करवाया जाता है। तस्वीर- इंटरनेशनल रिवर्स 

जलवायु परिवर्तन और ज्यादा बारिश से जलविद्युत परियोजनाओं पर पड़ेगा असर

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) गांधीनगर की एक स्टडी के मुताबिक, जलवायु परिवर्तन से जल विद्युत परियोजनाओं की क्षमता पर व्यापक असर पड़ सकता है। 17 फरवरी 2023 को सामने आई…
एक निर्माणाधीन डैम की प्रतीकात्मक तस्वीर। ऊर्जा मंत्रालय ने संसद को बताया है कि सभी बड़ी जलविद्युत परियोजनाओं को अनुमति देने से पहले पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से मंजूरी ली जाती है और एक्सपर्ट अप्रेजल कमेटी से व्यापक आकलन करवाया जाता है। तस्वीर- इंटरनेशनल रिवर्स 
चेन्नई सिटीस्केप। तस्वीर- वीटीटीएन/विकिमीडिया कॉमन्स

बिजली का एक केंद्रीकृत बाजार बचत के साथ-साथ अक्षय ऊर्जा उत्पादकों की भी मदद करेगा: अध्ययन

अंतरराष्ट्रीय स्वच्छ ऊर्जा थिंक टैंक आरएमआई ने हाल ही में अपने एक अध्ययन में महाराष्ट्र और तमिलनाडु में प्रस्तावित ‘सेंट्रलाइज्ड पॉवर मार्केट’ की क्षमता का विश्लेषण किया। उन्हें वितरण कंपनियों…
चेन्नई सिटीस्केप। तस्वीर- वीटीटीएन/विकिमीडिया कॉमन्स
खापरखेड़ा थर्मल पावर स्टेशन। जारी की गई अधिसूचना भारत के ताप विद्युत संयंत्रों को देश के नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों में योगदान देने के लिए बाध्य करती है। तस्वीर- कमोहंकर/ विकिमीडिया कॉमन्स

नए ताप विद्युत संयंत्रों को कैसे प्रभावित करेगा 40% अक्षय ऊर्जा का नया नियम

ऊर्जा मंत्रालय (MoP) ने ऊर्जा उत्पादकों के लिए 27 फरवरी को 'रिन्यूएबल जेनरेशन ऑब्लिगेशन (आरजीओ)' की एक नई अवधारणा पेश करते हुए एक अधिसूचना जारी की। अधिसूचना के मुताबिक, किसी…
खापरखेड़ा थर्मल पावर स्टेशन। जारी की गई अधिसूचना भारत के ताप विद्युत संयंत्रों को देश के नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों में योगदान देने के लिए बाध्य करती है। तस्वीर- कमोहंकर/ विकिमीडिया कॉमन्स
2019 में ओडिशा में फानी चक्रवात के आने के एक दिन बाद पुरी के बाहरी इलाके में अपने घर को ठीक करने की कोशिश कर रहा शख्स। तस्वीर- मनीष कुमार।

जलवायु परिवर्तन की मार भारत पर सबसे अधिक, जोखिम घटाने के लिए बढ़ाना होगा निवेश

जलवायु परिवर्तन से बुनियादी ढांचे पर बढ़ रहे जोखिम के मामले में भारत सबसे ऊपर के देशों में शामिल है। हाल ही में आई वैश्विक भौतिक जलवायु जोखिम रिपोर्ट (ग्लोबल…
2019 में ओडिशा में फानी चक्रवात के आने के एक दिन बाद पुरी के बाहरी इलाके में अपने घर को ठीक करने की कोशिश कर रहा शख्स। तस्वीर- मनीष कुमार।
दिबांग नदी। एटालिन परियोजना विवादास्पद रही है क्योंकि इसकी योजना जैव विविधता समृद्ध क्षेत्र में बनाई गई है। तस्वीर- अनु बोरा/विकिमीडिया कॉमन्स

मंजूरी नहीं मिलने से अटकी अरुणाचल की एटालिन पनबिजली परियोजना, खतरे में थे 2.5 लाख पेड़

अरुणाचल प्रदेश के दिबांग नदी घाटी क्षेत्र में पनबिजली परियोजना को लेकर चिंतित पर्यावरणविदों और स्थानीय आबादी को बड़ी राहत मिली है। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एमओईएफसीसी) की…
दिबांग नदी। एटालिन परियोजना विवादास्पद रही है क्योंकि इसकी योजना जैव विविधता समृद्ध क्षेत्र में बनाई गई है। तस्वीर- अनु बोरा/विकिमीडिया कॉमन्स
बेंगलुरु का एक विहंगम दृश्य। तस्वीर- मनीष कुमार/मोंगाबे

देश में बढ़ रही नेट-ज़ीरो इमारतें लेकिन सरकारी नियमों की कमी से रफ्तार धीमी

कर्नाटक के उडुपी जिले के कुन्दापुरा में बदरिया जुमा 15,000 वर्ग फ़ीट में फैली मस्जिद है। मस्जिद की अन्य लोकप्रिय डिजाइनों के विपरीत इस धार्मिक इमारत का एक अलग रूप…
बेंगलुरु का एक विहंगम दृश्य। तस्वीर- मनीष कुमार/मोंगाबे