सूखा

साल 2018 में भारतीय हिमालय क्षेत्र (IHR) के लिए किए गए जलवायु की अनिश्चितता के आकलन के मुताबिक, असम सबसे ज्यादा संवेदनशील राज्य है। तस्वीर: बंदिता बरुआ।

अचानक बाढ़ और सूखे जैसे हालात से प्रभावित हो रही है असम की खेती

साल 2022 में असम में हुई रिकार्ड तोड़ बारिश के बाद आई बाढ़ पिछले एक दशक में राज्य में आई सबसे भयावह बाढ़ थी। इसके ठीक पहले असम के कुछ…
साल 2018 में भारतीय हिमालय क्षेत्र (IHR) के लिए किए गए जलवायु की अनिश्चितता के आकलन के मुताबिक, असम सबसे ज्यादा संवेदनशील राज्य है। तस्वीर: बंदिता बरुआ।
पूरे फसल के मौसम में गन्ना काटने वाले मजदूर बिना किसी सुरक्षा उपकरण, चिकित्सा सुविधाओं या सफाई व्यवस्था के काम करते हैं। तस्वीर- जयसिंह चव्हाण/मोंगाबे

[वीडियो] सूखे की वजह से गन्ना मजदूर बनते मराठवाड़ा के किसान

रात के 8 बजे हैं। अक्टूबर का महीना है और तेज बारिश हो रही है। बीड से 10 लोगों का एक परिवार दक्षिण-पश्चिमी महाराष्ट्र के गन्ना उत्पादक जिले कोल्हापुर के…
पूरे फसल के मौसम में गन्ना काटने वाले मजदूर बिना किसी सुरक्षा उपकरण, चिकित्सा सुविधाओं या सफाई व्यवस्था के काम करते हैं। तस्वीर- जयसिंह चव्हाण/मोंगाबे
महाराष्ट्र के सतारा में बाढ़ के दौरान बह चुकी सड़क। इस बात के प्रमाण बढ़ रहे हैं कि दक्षिण-पश्चिम मानसून में बारिश के दिनों की संख्या कम होती है लेकिन कुछ दिनों में भारी से अत्यधिक बारिश होती है जिससे शहरी क्षेत्रों में बाढ़ आती है और गांवों में फसलों को नुकसान होता है। तस्वीर- वर्षा देशपांडे/विकिमीडिया कॉमन्स

मॉनसून 2021: मौसम की चरम घटनाएं अब होती जा रहीं हैं सामान्य

कभी-कभी आंकड़े सच्चाई दिखाने की बजाय छिपा ले जाते हैं। इस साल के मानसून को ही लें। बीते सितंबर महीने में, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने 2021 के मानसून को…
महाराष्ट्र के सतारा में बाढ़ के दौरान बह चुकी सड़क। इस बात के प्रमाण बढ़ रहे हैं कि दक्षिण-पश्चिम मानसून में बारिश के दिनों की संख्या कम होती है लेकिन कुछ दिनों में भारी से अत्यधिक बारिश होती है जिससे शहरी क्षेत्रों में बाढ़ आती है और गांवों में फसलों को नुकसान होता है। तस्वीर- वर्षा देशपांडे/विकिमीडिया कॉमन्स
सड़क निर्माण के लिए हिमाचल में सैकड़ों पेड़ काटे जाते हैं। तस्वीर- कपिल काजल

हर साल जलवायु परिवर्तन का दंश झेलता हिमाचल प्रदेश

सफेद बर्फ की चादर से ढके पहाड़ी, कुदरती खूबसूरती और विहंगम नजारा। ये सब हिमाचल प्रदेश की पहचान हैं। इसकी खूबसूरती से आकर्षित होकर देश-विदेश के हजारों-हजार लोग राज्य यहां…
सड़क निर्माण के लिए हिमाचल में सैकड़ों पेड़ काटे जाते हैं। तस्वीर- कपिल काजल
उत्तराखंड: पहाड़ों पर बिछ रही रेल से लाइन सूख रहे सैकड़ों जल स्रोत, बढ़ रहा जल संकट

जलसंकट की चपेट में उत्तराखंड के कई गांव, क्या रेल परियोजना है जिम्मेदार?

तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों के मद्देनजर आवागमन को सुगम बनाने के लिए उत्तराखंड के पहाड़ों में तेजी से रेल पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। दावा किया जा रहा…
उत्तराखंड: पहाड़ों पर बिछ रही रेल से लाइन सूख रहे सैकड़ों जल स्रोत, बढ़ रहा जल संकट
बिहार में हर साल बाढ़ के रूप में प्राकृतिक आपदा लोगों का जनजीवन प्रभावित करती है। तस्वीर में मौजूद लोग कोसी नदी में आई बाढ़ की वजह से सुरक्षित स्थान पर जा रहे हैं। तस्वीर- चंदन सिंह/फ्लिकर

पचास साल में हुई डेढ़ लाख मौत, हर प्राकृतिक आपदा लेती है औसतन 20 लोगों की जान

जलवायु परिवर्तन की वजह से प्राकृतिक आपदा जैसी घटना अब आम-बात हो गयी है और इसमें होने वाले जान-माल की क्षति भी। हाल ही में हुए एक अध्ययन में पता…
बिहार में हर साल बाढ़ के रूप में प्राकृतिक आपदा लोगों का जनजीवन प्रभावित करती है। तस्वीर में मौजूद लोग कोसी नदी में आई बाढ़ की वजह से सुरक्षित स्थान पर जा रहे हैं। तस्वीर- चंदन सिंह/फ्लिकर
कोविड-19 की वजह से लगाए गए लॉकडाउन के दौरान झिरिया घाट गांव के लोगो ने श्रमदान कर नया कुआं खोदा। फोटो- मनीष चन्द्र मिश्र

मध्यप्रदेश के इस गांव में कुओं के सामने हैंडपंप और बोरवेल फेल, पारंपरिक साधन से सूखे का समाधान

हरियाली ओढ़े विंध्याचल के पर्वत मध्यप्रदेश की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं। मध्यप्रदेश के सतना जिले का मझगवां तहसील भी इसी खूबसूरत जंगल के बीच है। यहां के गांवों…
कोविड-19 की वजह से लगाए गए लॉकडाउन के दौरान झिरिया घाट गांव के लोगो ने श्रमदान कर नया कुआं खोदा। फोटो- मनीष चन्द्र मिश्र