Articles by Shailesh Shrivastava

बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण के लिए सही जमीन की पहचान करना और मांग को बढ़ावा देने जैसी पहलें कश्मीर के बल्ला उद्योग को बनाए रखने और इसके विकास के लिए अहम हैं। तस्वीर सौजन्य: फवजुल कबीर।

क्रिकेट का कश्मीर कनेक्शन: हर साल बन रहे तीस लाख कश्मीरी विलो के बल्ले

भारत में क्रिकेट की शुरुआत एक सदी से भी पहले हुई थी। जैसे-जैसे देश में यह खेल लोकप्रिय होता गया, बल्ला उद्योग भी आगे बढ़ने लगा। अब, बल्ला बनाने के…
बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण के लिए सही जमीन की पहचान करना और मांग को बढ़ावा देने जैसी पहलें कश्मीर के बल्ला उद्योग को बनाए रखने और इसके विकास के लिए अहम हैं। तस्वीर सौजन्य: फवजुल कबीर।
दिल्ली पुलिस द्वारा रिहा किए जाने के बाद राजघाट पर श्रद्धांजलि देने के लिए कतार में खड़े पदयात्री। तस्वीर- सिमरिन सिरुर/मोंगाबे।

सोनम वांग्चुक के साथ लद्दाख से दिल्ली तक पदयात्रा कर आए 150 लोग, क्या हैं मांगे?

पर्यावरणविद् और इंजीनियर सोनम वांगचुक लद्दाख के 150 पदयात्रियों के साथ 2 अक्टूबर को दिल्ली पहुंचे। उन्हें दिल्ली पुलिस ने पहले हिरासत में लिया और पुलिस हिरासत में 36 घंटे…
दिल्ली पुलिस द्वारा रिहा किए जाने के बाद राजघाट पर श्रद्धांजलि देने के लिए कतार में खड़े पदयात्री। तस्वीर- सिमरिन सिरुर/मोंगाबे।
जलवायु परिवर्तन के इन दुष्प्रभावों के बीच दुनिया भर में कूलिंग उपकरण यानी एयर कंडीशनर और फ्रिज की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। तस्वीर- विशाल कुमार जैन

बुनियादी जरूरत के बीच कूलिंग के तौर-तरीकों ने बढ़ाई चिंता, पर्यावरण हितैषी बनाने पर जोर

हमारी दुनिया लगातार गर्म हो रही है। इससे हमारी बुनियादी जरूरतें भी तेजी से बदल रही हैं। अब हमें रोटी, कपड़ा, मकान और शिक्षा व स्वास्थ्य के साथ-साथ घरों और…
जलवायु परिवर्तन के इन दुष्प्रभावों के बीच दुनिया भर में कूलिंग उपकरण यानी एयर कंडीशनर और फ्रिज की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। तस्वीर- विशाल कुमार जैन
तमिलनाडु के अनामलाई पहाड़ियों में सड़क पार करते हुए एक हाथी और उसका बच्चा। खराब तरीके से बनाई गई सड़कों और रेलवे लाइनों की वजह से एशियाई हाथियों की गाड़ियों से टक्कर हो रही है, जिससे वे मारे जा रहे हैं या घायल हो रहे हैं। तस्वीर- श्रीधर विजयकृष्णन/NCF

हाथियों की सड़क और रेलवे पटरियों पर होने वाली मौतों को रोकने के लिए नई हैंडबुक जारी

इस साल की शुरुआत में, कॉर्बेट नेशनल पार्क के पास एक ट्रेन से एक हाथी और उसके बच्चे को टक्कर मार दी, जिससे दोनों की मौत हो गई। कुछ महीने…
तमिलनाडु के अनामलाई पहाड़ियों में सड़क पार करते हुए एक हाथी और उसका बच्चा। खराब तरीके से बनाई गई सड़कों और रेलवे लाइनों की वजह से एशियाई हाथियों की गाड़ियों से टक्कर हो रही है, जिससे वे मारे जा रहे हैं या घायल हो रहे हैं। तस्वीर- श्रीधर विजयकृष्णन/NCF
उडुपी के माला गांव में एक तालाब के पास अपने शरीर पर उगे बोनट मशरूम के साथ देखा गया राव्स इंटरमीडिएट गोल्डन बैक्ड फ्रॉग। तस्वीर- लोहित वाई.टी.

मेंढ़क के शरीर पर उग आया मशरूम, वैज्ञानिकों ने बताया बेहद दुर्लभ घटना

हर्पेटोलॉजी (सरीसृप और उभयचरों का अध्ययन) के प्रति जुनून रखने वाले पांच दोस्तों के लिए यह एक सामान्य मानसूनी रात थी। पश्चिमी घाट के कुद्रेमुख पर्वतमाला की तलहटी में तूफान…
उडुपी के माला गांव में एक तालाब के पास अपने शरीर पर उगे बोनट मशरूम के साथ देखा गया राव्स इंटरमीडिएट गोल्डन बैक्ड फ्रॉग। तस्वीर- लोहित वाई.टी.
कन्याकुमारी तट के पास पर्यटक। तस्वीर: के.ए. शाजी।

जैवविविधता से समृद्ध वेड्ज बैंक में तेल और गैस की खोज की योजना चिंता का विषय

इस साल की शुरुआत में भारत सरकार ने हाइड्रोकार्बन अन्वेषण एवं लाइसेंसिंग नीति (HELP) 2016 के प्रावधानों के तहत कन्याकुमारी तट पर तीन तेल और गैस ब्लॉकों में खोज और…
कन्याकुमारी तट के पास पर्यटक। तस्वीर: के.ए. शाजी।
असम के बारपेटा में बिहार के प्रवासी मधुमक्खी पालक। तस्वीर- सुरजीत शर्मा/मोंगाबे 

[वीडियो] शहद की तलाश में मधुमक्खियों के साथ यात्रा कर रहे किसान, बेहतर हुआ शहद उत्पादन

असम के नुमालीगढ़ क्षेत्र के बोरसापोरी गांव के दूर क्षितिज पर सूरज डूब रहा था। दूर-दूर तक फैले सरसों के खेतों में मधुमक्खियों की भिनभिनाहट के बीच लीला चरण दत्ता…
असम के बारपेटा में बिहार के प्रवासी मधुमक्खी पालक। तस्वीर- सुरजीत शर्मा/मोंगाबे 
पंजाब के नांगल में सड़क किनारे इकट्ठा हुआ नारियल का कचरा। तस्वीर- रवलीन कौर

नारियल के कचरे से निपटना हुआ मुश्किल

उदयवीर सिंह पिछले छह सालों से पंजाब के शहर नांगल में नारियल का स्टॉल चला रहे हैं। कर्नाटक से नारियल की सप्लाई करने वाले एक एजेंट से वह इन्हें खरीदते…
पंजाब के नांगल में सड़क किनारे इकट्ठा हुआ नारियल का कचरा। तस्वीर- रवलीन कौर
मध्य प्रदेश के नीमच जिले के रामपुरा ब्लॉक में खरबूजे से बीज निकालती महिलाएं। तस्वीर - ऐश्वर्या मोहंती।

खरबूजे की खेती: डूबे खेतों में सोना उगाते मध्य प्रदेश के किसान

मध्य प्रदेश के नीमच जिले के गांव देवरान की मंजूबाई राठौर (42) गांव के ही एक व्यक्ति के खेत पर दिहाड़ी मजदूरी करती हैं। उनका काम गर्मियों के महीनों तक…
मध्य प्रदेश के नीमच जिले के रामपुरा ब्लॉक में खरबूजे से बीज निकालती महिलाएं। तस्वीर - ऐश्वर्या मोहंती।

केसर उत्पादन में गिरावट के बीच घर के अन्दर केसर की खेती उम्मीद जगाती है

दक्षिण कश्मीर के पंपोर शहर के शार-ए-शाली गाँव के एक अनुभवी किसान अब्दुल मजीद वानी केसर के कंद (केसर के बल्ब) को संरक्षित करने की कला जानते हैं। वह इन्हें …
नर्डल्स मछली के अंडों की तरह दिखते हैं। समुद्री पक्षी, मछलियाँ और क्रस्टेशियन उन्हें खाकर भूख से मर जाते हैं और अंग काम करना बंद कर देते हैं। तस्वीर- शौनक मोदी/तटीय संरक्षण फाउंडेशन।

समुद्री प्लास्टिक प्रदूषण केवल कचरे की समस्या नहीं है; उत्पादन में कमी लाना भी जरूरी है

पिछले साल जुलाई 2023 का रविवार था, जब मुंबई में एक लाइफगार्ड ने शहर के अक्सा बीच पर पारदर्शी छोटी-छोटी बूंदें देखीं। यह समझ पाने में असमर्थ कि वे क्या…
नर्डल्स मछली के अंडों की तरह दिखते हैं। समुद्री पक्षी, मछलियाँ और क्रस्टेशियन उन्हें खाकर भूख से मर जाते हैं और अंग काम करना बंद कर देते हैं। तस्वीर- शौनक मोदी/तटीय संरक्षण फाउंडेशन।
थानाधार के अपने बागीचे में हिमाचल को पहली बार 1916 में सेब का तोहफा देने वाले सत्यानंद स्टोक्स के परपोते डॉ. विजय स्टोक्स। तस्वीर- मोंगाबे के लिए दयाशंकर शुक्ल सागर।

मौसम बदलने से ऊपर खिसक रहा हिमाचल का सेब बेल्ट, पुरानी क़िस्मों पर भी संकट

जलवायु परिवर्तन हिमाचल प्रदेश के मशहूर सेब बागानों और किसानों की समस्या को बढ़ा रहा है। साल दर साल मौसम में तेज़ी से आ रहे बदलावों से बीते डेढ दशक…
थानाधार के अपने बागीचे में हिमाचल को पहली बार 1916 में सेब का तोहफा देने वाले सत्यानंद स्टोक्स के परपोते डॉ. विजय स्टोक्स। तस्वीर- मोंगाबे के लिए दयाशंकर शुक्ल सागर।

‘ऑपरेशन भेड़िया’ ने उजागर की उत्तर प्रदेश की वन्यजीव संरक्षण की खामियां

उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के वन अधिकारियों ने तब राहत की सांस ली जब उन्होंने छः भेड़ियों के एक झुंड में से पांच भेड़ियों को पकड़ लिया। इन भेड़ियों…
मेलबर्न में जलवायु विरोध प्रदर्शन में ऑस्ट्रेलियाई युवा। अध्ययनों से पता चलता है कि दुनिया भर के युवा या तो जलवायु परिवर्तन के बारे में चिंतित हैं या इससे पीड़ित हैं। तस्वीर- टैकवर/विकिमीडिया कॉमन्स

बदलते पर्यावरण से इको-एंग्जाइटी के मामले बढ़े

केरला में बाढ़ के बाद सर्वे करते हुए वॉलियंटर मनीजा मुरली एक ऐसी किशोरी से मिलीं जो ऑटिज़्म से जूझ रही थी। वह बाढ़ से बचकर बाहर निकली थी और…
मेलबर्न में जलवायु विरोध प्रदर्शन में ऑस्ट्रेलियाई युवा। अध्ययनों से पता चलता है कि दुनिया भर के युवा या तो जलवायु परिवर्तन के बारे में चिंतित हैं या इससे पीड़ित हैं। तस्वीर- टैकवर/विकिमीडिया कॉमन्स
केसला पोल्ट्री सोसाइटी के साथ पोल्ट्री किसान सुशीला पारथे अपनी मुर्गियों की देखभाल कर रही हैं। तस्वीर- बबलेश मस्कोले/केसला पोल्ट्री सोसाइटी।

पशु और मुर्गीपालन में गर्मी के तनाव को कैसे कम कर सकते हैं नए शेड डिजाइन

साल 2020 के गर्मी के दिनों में सावित्री भांसे अपने छोटे से घर के पीछे बने खेत में मुर्गियों की देखभाल करने गई थीं। लेकिन मुर्गियों की देखभाल करने और…
केसला पोल्ट्री सोसाइटी के साथ पोल्ट्री किसान सुशीला पारथे अपनी मुर्गियों की देखभाल कर रही हैं। तस्वीर- बबलेश मस्कोले/केसला पोल्ट्री सोसाइटी।
भारत में सोलर थर्मल कंसंट्रेटर बनाने वाली कंपनी सनराइज सीएसपी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के दीपक गादिया सोलर कुकर के साथ खड़े है। तस्वीर- दीपक गादिया

सौर ऊर्जा से खाना पकाने के तरीकों में भारत अभी काफी पीछे

बेंगलुरु में रहने वाली रेवा मलिक की दिनचर्या थोड़ी अलग है। वह हर दिन सुबह 9 बजे अपने घर की छत पर जाती हैं, एक सौर कुकर लगाती हैं और…
भारत में सोलर थर्मल कंसंट्रेटर बनाने वाली कंपनी सनराइज सीएसपी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के दीपक गादिया सोलर कुकर के साथ खड़े है। तस्वीर- दीपक गादिया
ऑटोमेटिक सिंचाई सिस्टम के पास खड़े हुए बिनोद कुमार महतो। तस्वीर- विशाल कुमार जैन

झारखंड में तकनीक की मदद से खेती में मिलती सिंचाई, मौसम और बीमारियों की सटीक जानकारी

बात साल 2020 की है, जब दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही थी और काम-धंधे बंद हो रहे थे। इन सबके बीच 10 साल से पुणे में बैंक मार्केटिंग का…
ऑटोमेटिक सिंचाई सिस्टम के पास खड़े हुए बिनोद कुमार महतो। तस्वीर- विशाल कुमार जैन
राम-मोल किसान खरपतवार हटाने के लिए हल्की जुताई जैसी प्राकृतिक खेती तकनीकों का इस्तेमाल करते हैं। इसे स्थानीय भाषा में विखेड़ा कहा जाता है। तस्वीर- सात्विक-प्रमोटिंग इकोलॉजिकल एग्रीकल्चर के सौजन्य से।

सूखे इलाकों में फसल उगाने के लिए परंपरागत राम-मोल कृषि तकनीक पर भरोसा

मई का महीना करीब है और कच्छ के धरमपुर गांव में सूरज अभी से आग बरसा रहा था। इसकी परवाह किए बिना मवाभाई डांगर अपने अरंडी की फसल का जायजा…
राम-मोल किसान खरपतवार हटाने के लिए हल्की जुताई जैसी प्राकृतिक खेती तकनीकों का इस्तेमाल करते हैं। इसे स्थानीय भाषा में विखेड़ा कहा जाता है। तस्वीर- सात्विक-प्रमोटिंग इकोलॉजिकल एग्रीकल्चर के सौजन्य से।
हाथीपाखना गांव का निवासी हुंडी या मंदिर में प्रार्थना कर रहा है। तस्वीर- सिमरिन सिरुर/मोंगाबे 

घटते फॉरेस्ट कॉमन्स, कोरापुट के आदिवासी समुदायों के लिए त्यौहार मनाना हुआ मुश्किल

ओडिशा के कोरापुट जिले में चैता परब का मौसम है। इन दिनों ज्यादातर आदिवासी महुआ के पेड़ के फूलों से बनी स्थानीय शराब महुली का लुत्फ उठाने के लिए बेताब…
हाथीपाखना गांव का निवासी हुंडी या मंदिर में प्रार्थना कर रहा है। तस्वीर- सिमरिन सिरुर/मोंगाबे 
बेयरफुट इकोलॉजिस्टों को वैज्ञानिक डेटा संग्रह और विश्लेषण में प्रशिक्षित किया जाता है जिसे वे प्रभावी संरक्षण प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए पारंपरिक पारिस्थितिक ज्ञान के साथ एकीकृत कर सकते हैं। तस्वीर- मोंगाबे के लिए अभिषेक एन. चिन्नाप्पा 

पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक विज्ञान का मेल: जलवायु परिवर्तन का दस्तावेजीकरण करते पर्यावरणविद्

तमिलनाडु के सत्यमंगलम टाइगर रिजर्व के गलिथिम्बम गांव के महालिंगम बालन हफ्ते में एक बार कई अलग-अलग वन क्षेत्रों का दौरा करते हैं और विभिन्न पारिस्थितिक पहलुओं का बारीकी से…
बेयरफुट इकोलॉजिस्टों को वैज्ञानिक डेटा संग्रह और विश्लेषण में प्रशिक्षित किया जाता है जिसे वे प्रभावी संरक्षण प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए पारंपरिक पारिस्थितिक ज्ञान के साथ एकीकृत कर सकते हैं। तस्वीर- मोंगाबे के लिए अभिषेक एन. चिन्नाप्पा 

नई खोज के साथ छिपकलियों के अध्ययन के नए रास्ते खुले

वैज्ञानिकों की एक टीम एक दशक पहले एक नए प्रकार के मेंढक ‘नासिकबाट्रैचस साह्याड्रेंसिस’ के आवासों की तलाश कर रही थी। यह मेंढक साल में सिर्फ एक बार जमीन से…
2000 के दशक तक, सफेद पूंछ वाले गिद्धों की आबादी में 99.9% की भारी गिरावट देखी गई। तस्वीर- मौसमी घोष।

पशु दवाओं से प्रभावित होती लुप्तप्राय गिद्धों की आबादी

भारत में लुप्तप्राय गिद्धों की आहार संबंधी आदतों की जांच करने वाले एक अध्ययन से पता चलता है कि दक्षिण भारत, जहां गिद्ध मुख्य रूप से जंगली जानवरों के शवों…
2000 के दशक तक, सफेद पूंछ वाले गिद्धों की आबादी में 99.9% की भारी गिरावट देखी गई। तस्वीर- मौसमी घोष।
बिहार के गया स्थित ईंट भट्टे में कोयला बोझते ब्रजेश कुमार और राजेंद्र पासवान। तस्वीर- मनीष चंद्र मिश्र/मोंगाबे के लिए 

ईंट उद्योग में प्रदूषण कम करने की कोशिश में बिहार, क्या हैं मुश्किलें

ब्रजेश कुमार अपने तेज हाथों से लगातार ईंट भट्टे में कोयला झोंक रहे हैं। उनके सधे हाथ इस तरह लय में चल रहे हैं जिससे इसकी आवाज संगीत जैसी सुनाई…
बिहार के गया स्थित ईंट भट्टे में कोयला बोझते ब्रजेश कुमार और राजेंद्र पासवान। तस्वीर- मनीष चंद्र मिश्र/मोंगाबे के लिए 
कोयला खदान। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि राज्यों के पास खनन भूमि पर टैक्स लगाने का पूरा अधिकार है। तस्वीर- राहुल सिंह

खनिजों पर टैक्स वसूल सकेंगे राज्य, सुप्रीम कोर्ट के फैसले और झारखंड के विधेयक से उद्योग चिंतित

अब खनिज-बहुल राज्य पिछली तारीख यानी 1 अप्रैल, 2005 से खनिज भूमि पर टैक्स वसूल सकेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्यों के टैक्स से जुड़े अधिकारों के आलोक में…
कोयला खदान। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि राज्यों के पास खनन भूमि पर टैक्स लगाने का पूरा अधिकार है। तस्वीर- राहुल सिंह
कॉर्नवाल, यूके में थिक-लेग्ड फ्लावर बीटल। कीट जगत में अपनी अविश्वसनीय विविधता और प्रभुत्व के बावजूद, बीटल्स को अक्सर परागण में उनके योगदान के लिए नहीं पहचाना जाता है। तस्वीर- फ्लैपी पिजन/विकिमीडिया कॉमन्स

परागण के छोटे दिग्गज, ‘बीटल्स’ से मिलिए

परागण का जिक्र आते ही हमारे दिमाग में नेक्टर की तलाश में सुगंधित फूलों के ईर्द-गिर्द मंडराती मधुमक्खियां, तितलियां और लंबी चोंच वाले सनबर्ड घूमने लग जाते हैं। लेकिन एक…
कॉर्नवाल, यूके में थिक-लेग्ड फ्लावर बीटल। कीट जगत में अपनी अविश्वसनीय विविधता और प्रभुत्व के बावजूद, बीटल्स को अक्सर परागण में उनके योगदान के लिए नहीं पहचाना जाता है। तस्वीर- फ्लैपी पिजन/विकिमीडिया कॉमन्स
भागलपुर जिले के सबौर प्रखंड क्षेत्र के एक गांव में आम का बगीचा। तस्वीर- राहुल सिंह/मोंगाबे के लिए

भागलपुर के मशहूर जर्दालू आम के किसान के सामने क्या हैं चुनौतियां?

बिहार के भागलपुर जिले के कहलगांव प्रखंड के सिमरो गांव के 50 वर्षीय कृष्णानंद सिंह एक ऐसे किसान हैं जिन्होंने खुद को परंपरागत खेती से आम की खेती की ओर…
भागलपुर जिले के सबौर प्रखंड क्षेत्र के एक गांव में आम का बगीचा। तस्वीर- राहुल सिंह/मोंगाबे के लिए
एस4एस टेक्नोलॉजीज के सोलर डिहाइड्रेटर जो कृषि उत्पादों को लंबे समय तक इस्तेमाल के लायक बनाते हैं। तस्वीर: सौम्या खंडेलवाल/एस4एस टेक्नोलॉजीज।

खाद्यान का नुकसान कम करने और किसानों की आय बढ़ाने वाली तकनीकें

कल्पना कीजिए कि आप टमाटर की खेती करने वाले किसान हैं। आपको सूखे का सामना करना पड़ा है। इससे पैदावार कम हुई है। फसल की गुणवत्ता भी खराब हुई है।…
एस4एस टेक्नोलॉजीज के सोलर डिहाइड्रेटर जो कृषि उत्पादों को लंबे समय तक इस्तेमाल के लायक बनाते हैं। तस्वीर: सौम्या खंडेलवाल/एस4एस टेक्नोलॉजीज।

पैदावार बढ़ाने, संसाधनों के कुशल इस्तेमाल और कीट से बचने के लिए ड्रोन और डिजिटल तकनीक से खेती

ड्रोन पायलट अजित बाबू सुबह-सुबह केरला के अथानी में केरला एग्रो मशीनरी कॉर्पोरेशन लिमिटेड (KAMCO/ केमको) के धान के खेत में पहुंचते हैं। वे अपने साथ खेती में काम आने…
वायनाड के प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्य जारी है। तस्वीर- विशेष व्यवस्था।

वायनाड से सबक: केरल में आपदा प्रबंधन रणनीति के बजाय जोखिम कम करने की जरूरत

जहां कभी लोगों की बस्तियां थीं, हरियाली थी, वह इलाका अब पूरी तरह से उजाड़ हो चुका है। हर तरफ मलबा, मिट्टी और बड़े-बड़े पत्थर बिखरे दिख रहे हैं। ऐसा…
वायनाड के प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्य जारी है। तस्वीर- विशेष व्यवस्था।
साल 2019 में ओडिशा के पुरी में आए चक्रवाती तूफान फानी से हुए विनाश के बाद फिर से घर बनाते लोग। समुद्री गर्म लहरों के बढ़ने के कारण, चक्रवातों के तेज होने की आशंका है। तस्वीर - निधि जामवाल।

हिंद महासागर में बढ़ती गर्मी और तूफानों की तीव्रता बढ़ने की आशंका

देश में गर्मी के मौसम में कई हिस्सों में भीषण लू का प्रभाव रहा। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में अप्रैल और मई के दौरान आम चुनाव करवाने का काम…
साल 2019 में ओडिशा के पुरी में आए चक्रवाती तूफान फानी से हुए विनाश के बाद फिर से घर बनाते लोग। समुद्री गर्म लहरों के बढ़ने के कारण, चक्रवातों के तेज होने की आशंका है। तस्वीर - निधि जामवाल।