Articles by Kundan Pandey

दिल्ली के मयूर विहार इलाके में चल रहा एक इलेक्ट्रिक बस। तस्वीर-मनीष कुमार

एनडीसी: जलवायु परिवर्तन से जुड़ा भारत का नया स्वैच्छिक एक्शन प्लान कितना कारगर?

केंद्र सरकार की कैबिनेट ने हाल ही में अपनी राष्ट्रीय निर्धारित योगदान (एनडीसी) को मंजूरी  दी। एनडीसी में लिखे भारत के नए लक्ष्यों और प्रतिबद्धताओं को अब संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क…
दिल्ली के मयूर विहार इलाके में चल रहा एक इलेक्ट्रिक बस। तस्वीर-मनीष कुमार
कहलगांव के 65 वर्षीय दशरथ सहनी डॉल्फिन मित्र के तौर पर संरक्षण का काम करते हैं। वह हर दिन नाव से आठ से दस किमी की गश्त करके संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखते हैं। तस्वीर- राहुल सिंह/मोंगाबे

[वीडियो] गंगा डॉल्फिन को बचाने की डगर में कई मुश्किलें, प्रदूषण और बांध बड़ी समस्या

कोरोना के दौरान लगे लॉकडाउन के बाद मीडिया ने गंगा में इंसानी गतिविधियों में कमी के चलते नदी के स्वच्छ होने की खबरें दीं। कहा गया कि इससे देश के…
कहलगांव के 65 वर्षीय दशरथ सहनी डॉल्फिन मित्र के तौर पर संरक्षण का काम करते हैं। वह हर दिन नाव से आठ से दस किमी की गश्त करके संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखते हैं। तस्वीर- राहुल सिंह/मोंगाबे
ब्राजील के अमेज़ॅन में बेलो मोंटे मेगा बांध। तस्वीर- ज़ो सुलिवन/ मोंगाबे

बांध दुनिया के लिए ज़ोखिम भरी ज़रूरत हैं पर क्या इनका बेहतर प्रबंधन संभव है?

दक्षिण अफ्रीका के क्रूगर नेशनल पार्क के जैव विविधता संरक्षण के प्रबंधक स्टीफन मिड्ज़ी को लगता है कि नदियों को वैसा ही होना चाहिए जैसी नदियां होती हैं। मिड्ज़ी निर्बाध…
ब्राजील के अमेज़ॅन में बेलो मोंटे मेगा बांध। तस्वीर- ज़ो सुलिवन/ मोंगाबे
बैनर तस्वीर: झील में बड़े पैमाने पर मृत मछलियां।

तालाबों और झीलों में एकसाथ भारी तादात में क्यों मर रही हैं मछलियां

अप्रैल 2022 में, मुंबई के मालाबार पहाड़ी क्षेत्र में स्थित बाणगंगा टैंक में तैरती मृत मछलियों की कई तस्वीरें समाचार साइटों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हुईं। स्थानीय लोगों…
बैनर तस्वीर: झील में बड़े पैमाने पर मृत मछलियां।
झारखंड, भारत में रांची जिले में हुंडरू झरने से ली गई एक घाटी। तस्वीर- अजय कुमार/विकिमीडिया कॉमन्स

झारखंड: लैंड बैंक से तैयार हो रही संघर्ष की नई ज़मीन!

इस साल 15 जुलाई को झारखंड में गोंदलपुरा के निवासियों ने हजारीबाग जिला कलेक्टर कार्यालय की ओर से रखी गई जनसुवाई के दौरान ‘अडानी कंपनी वापस जाओ’  के नारे लगाए।…
झारखंड, भारत में रांची जिले में हुंडरू झरने से ली गई एक घाटी। तस्वीर- अजय कुमार/विकिमीडिया कॉमन्स
2019 के दौरान बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान में आग।

जंगल में लगने वाली आग के नुकसान और फायदे

जंगल की आग यानि  फॉरेस्ट फायर्स को अनियंत्रित आग माना जाता है। इससे अक्सर जंगलों, घास के मैदानों, ब्रशलैंड और टुंड्रा प्रदेश के पेड़-पौधों की व्यापक तबाही के रूप में…
2019 के दौरान बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान में आग।
लाल कान वाला स्लाइडर कछुआ। अक्सर जब लोग पालतू जानवरों के रूप में इन विदेशी जानवरों की देखभाल करने में असमर्थ होते हैं, तो वे उन्हें देखभाल केंद्रों या अभयारण्यों में छोड़ देते हैं। आमतौर पर बाहरी जीवों को कैद करने की निंदा की जाती है। तस्वीर- नोबो ज़िअस/ पिक्साबे।

क्या कारण है कि भारत वन्यजीवों की तस्करी का एक प्रमुख अड्डा है?

वन्यजीवों की तस्करी से तात्पर्य जीवित या मृत जंगली जानवरों और पौधों के अवैध व्यापार से है। इससे दुनिया के पर्यावरण, जैव विविधता, अर्थव्यवस्था, शासन और स्वास्थ्य पर भारी नकारात्मक…
लाल कान वाला स्लाइडर कछुआ। अक्सर जब लोग पालतू जानवरों के रूप में इन विदेशी जानवरों की देखभाल करने में असमर्थ होते हैं, तो वे उन्हें देखभाल केंद्रों या अभयारण्यों में छोड़ देते हैं। आमतौर पर बाहरी जीवों को कैद करने की निंदा की जाती है। तस्वीर- नोबो ज़िअस/ पिक्साबे।
साइकिल से ट्रैफिक जाम के बीच स्कूल जाता हुआ बच्चा। देहरादून में वर्ष 2017 में स्मार्ट सिटी का कार्य शुरू हुआ था। मिशन के पांचवे साल में भी देहरादून में साइकिल लेन नहीं बन सकी हैं। तस्वीर- वर्षा सिंह

कई स्मार्ट शहरों में 5 सालों में भी नहीं बन पाए साइकिल ट्रैक, वापसी पर लग रहा ब्रेक

बढ़ता तापमान, ट्रैफिक जाम, वाहनों से निकलने वाला धुआं और बीमारियों के चंगुल में फंसते शहर अब राहत भरी सांस के लिए तरस रहे हैं। सड़क पर वाहनों की भीड़…
साइकिल से ट्रैफिक जाम के बीच स्कूल जाता हुआ बच्चा। देहरादून में वर्ष 2017 में स्मार्ट सिटी का कार्य शुरू हुआ था। मिशन के पांचवे साल में भी देहरादून में साइकिल लेन नहीं बन सकी हैं। तस्वीर- वर्षा सिंह
मध्यप्रदेश सरकार 37,420 वर्ग किलोमीटर को इस निजीकरण के दायरे में लाने का विचार कर रही है। फोटो- मनीष चंद्र मिश्र/मोंगाबे हिन्दी

मध्य प्रदेश: 16 सौ करोड़ खर्च कर लगे 20 करोड़ पौधे, कितने बचे पता नहीं

“दस साल पहले जंगल खूब घना था। शाम होते ही सड़क पर सन्नाटा पसर जाता था। लोग निकलते नहीं थे घर से। डर रहता था जंगली जानवरों का, लेकिन अब…
मध्यप्रदेश सरकार 37,420 वर्ग किलोमीटर को इस निजीकरण के दायरे में लाने का विचार कर रही है। फोटो- मनीष चंद्र मिश्र/मोंगाबे हिन्दी
छात्र इन-हाउस करघों पर प्राकृतिक रेशों से सूत कातते हुए। फोटो : तज़ीन कुरैशी।

[वीडियो] फार्म टू फैशन: प्रकृति के अनुकूल तरीकों को राष्ट्रीय संस्थानों के पाठ्यक्रम में मिल रही जगह

जब ओडिशा के भुवनेश्वर शहर में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (निफ्ट) के प्रोफेसर बिनाया भूषण जेना ने पहली बार परिसर के चारों ओर देखा, तो उन्हें केवल ईंट-पत्थर के…
छात्र इन-हाउस करघों पर प्राकृतिक रेशों से सूत कातते हुए। फोटो : तज़ीन कुरैशी।
दूषित भूजल के संपर्क में आने के कारण अपनी त्वचा पर चकत्ते दिखाती महिला। तस्वीर-  सत सिंह/मोंगाबे।

हरियाणा में कुंडली इलाके के लोग दूषित पानी से बेहाल

हरियाणा के सोनीपत जिले के कुंडली क्षेत्र में औद्योगिक क्षेत्र ने पिछले 40 वर्षों में कई लोगों को रोजी-रोटी दी है। एक गुमनाम गांव से कुंडली एक प्रमुख-औद्योगिक क्षेत्र में…
दूषित भूजल के संपर्क में आने के कारण अपनी त्वचा पर चकत्ते दिखाती महिला। तस्वीर-  सत सिंह/मोंगाबे।
सिंधुदुर्ग जिले के एक किसान महेश दिनकर सावंत ने कई अन्य किसानों को जलवायु के अनुकूल प्राकृतिक खेती करने के लिए प्रशिक्षित किया है। बढ़ते तापमान के कारण काजू के फूल सूख रहे हैं और चुनौती बनकर सामने आ रहे हैं। तस्वीर- अरविंद शुक्ला

बेमौसम बारिश, गर्मी और कीटों से महाराष्ट्र के काजू किसान हलकान, खराब हुई फसल

महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के किसान हरिश्चंद्र देसाई के पास 1,100 काजू के पेड़ हैं। लेकिन, इस मौसम में कुछ ही पेड़ों में फल लगे हैं। 65 वर्षीय देसाई, लांजा…
सिंधुदुर्ग जिले के एक किसान महेश दिनकर सावंत ने कई अन्य किसानों को जलवायु के अनुकूल प्राकृतिक खेती करने के लिए प्रशिक्षित किया है। बढ़ते तापमान के कारण काजू के फूल सूख रहे हैं और चुनौती बनकर सामने आ रहे हैं। तस्वीर- अरविंद शुक्ला
सामजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय निवासियों के दावे के अनुसार, अजनार नदी में डाला जा रहा रासायनिक कचरा पानी को प्रदूषित कर रहा है और स्थानीय लोगों और जानवरों के स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर रहा है। तस्वीर- ओंकार सिंह।

मध्य प्रदेश में इंडस्ट्रीज के छोड़े गए केमिकल से प्रदूषित होती अजनार नदी

लगभग 50 औद्योगिक इकाइयों के साथ एक विशेष आर्थिक क्षेत्र, पीथमपुर के पास मध्य प्रदेश का मानपुर शहर, जल प्रदूषण का सामना कर रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है…
सामजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय निवासियों के दावे के अनुसार, अजनार नदी में डाला जा रहा रासायनिक कचरा पानी को प्रदूषित कर रहा है और स्थानीय लोगों और जानवरों के स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर रहा है। तस्वीर- ओंकार सिंह।
झरिया में भूमिगत आग का दृश्य।

[वीडियो] झरिया कोलफील्ड के आग पीड़ितों के लिए तैयार बेलगड़िया मॉडल पर गंभीर सवाल, अब रणनीति में बदलाव का प्रस्ताव

काफी कोशिशों के बाद भी वो अपना नाम बताने को तैयार नहीं हुईं। गुस्से में बहुत सारी बातें कहने वाली उस महिला ने अपना परिचय कुछ यूं दिया, "अब्दुल जबार…
झरिया में भूमिगत आग का दृश्य।
हैदराबाद में एक मेट्रो स्टेशन के पार्किंग में मौजूद एक इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन। तस्वीर-मनीष कुमार

उम्मीदः भारत में 2027 तक 100 फीसदी दोपहिया वाहन होंगे इलेक्ट्रिक

जुलाई महीने में बादलों की लुका-छिपी और बीच-बीच में हो रही बारिश के बीच मध्य प्रदेश के विदिशा शहर के लिए यह एक आम रविवार की दोपहर है। शहर की…
हैदराबाद में एक मेट्रो स्टेशन के पार्किंग में मौजूद एक इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन। तस्वीर-मनीष कुमार

क्या सस्ती सार्वजनिक चार्जिंग व्यवस्था दे सकती है दिल्ली के इलेक्ट्रिक वाहनों को रफ्तार?

कोरोना महामारी की वजह से आई मंदी के बाद, इलेक्ट्रिक वाहनों का बाज़ार दिल्ली में फिर से तेज होता दिख रहा है। इस वर्ष के शुरू के छह महीनों में…

निकोबार द्वीप की तबाही की वजह बन सकता है कंटेनर टर्मिनल

भारत सरकार ग्रेट निकोबार द्वीप (जीएनआई) पर विकास की कई बड़ी परियोजनाओं पर तेजी से काम कर रही है। इस द्वीप पर एक अंतरराष्ट्रीय कंटेनर ट्रांस-शिपमेंट टर्मिनल, एक सैन्य और…
ये हैं मेघालय की गुफाएं, जो देश में सबसे बड़ी और गहरी मानी जाती हैं। तस्वीर- अर्कदीप भट्टाचार्य/विकिमीडिया कॉमन्स

अतिवृष्टि वाले स्थान पर कम हो रही बारिश, वजह है समुद्र का बढ़ता तापमान और खत्म होते जंगल

बीते दो महीने से पूर्वोत्तर भारत अत्यधिक वर्षा और बाढ़ की वजह से चर्चा में है। इसे जलवायु परिवर्तन से भी जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि बीते कुछ दशक…
ये हैं मेघालय की गुफाएं, जो देश में सबसे बड़ी और गहरी मानी जाती हैं। तस्वीर- अर्कदीप भट्टाचार्य/विकिमीडिया कॉमन्स
उत्तर प्रदेश का एक गांव। फाइल तस्वीर- विश्वरूप गांगुली/विकिमीडिया कॉमन्स

उत्तर प्रदेश में ग्राम पंचायतों को क्लाइमेट स्मार्ट बनाने की योजना कितनी गंभीर?

उत्तर प्रदेश सरकार जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना पर काम कर रही है। इसके तहत राज्य की 27 ग्राम पंचायतों को नेट जीरो यानी क्लाइमेट स्मार्ट…
उत्तर प्रदेश का एक गांव। फाइल तस्वीर- विश्वरूप गांगुली/विकिमीडिया कॉमन्स
अधिकांश मैंटिस्पिड्स छोटे होते हैं। इनकी लंबाई तकरीबन 15 मिमी से भी कम होती है। तस्वीर- एंडी रीगो और क्रिसी मैकक्लेरेन/विकिमीडिया कॉमन्स

मैंटिस्पिड्स: जालीदार पंखों वाले कीड़े का एक परिचय

मैंटिस्पिड्स को देखने पर इसके शरीर का आकार ततैया जैसा और पंख ऐसा जैसे फीता बनाने वाला कोई जीव। मांटिसिड्स या मैन्टिडफ्लाइज़ अकशेरुकी वर्ग के कीड़ों पर बहुत कम अध्ययन…
अधिकांश मैंटिस्पिड्स छोटे होते हैं। इनकी लंबाई तकरीबन 15 मिमी से भी कम होती है। तस्वीर- एंडी रीगो और क्रिसी मैकक्लेरेन/विकिमीडिया कॉमन्स
अररिया जिले की वृक्षवाटिका का जंगल। बिहार सरकार ने इस जंगल को खुला चिड़ियाघर के रूप में विकसित करने का निर्णय लियाहै। तस्वीर- उमेश कुमार राय

बिहार: एक तरफ हरियाली बढ़ाने का दावा, दूसरी ओर काटे जा रहे वन

पिछले साल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोगों से पर्यावरण की रक्षा की अपील की थी और इसके लिए हरियाली बचाने और जल संरक्षण पर जोर दिया था। उन्होंने…
अररिया जिले की वृक्षवाटिका का जंगल। बिहार सरकार ने इस जंगल को खुला चिड़ियाघर के रूप में विकसित करने का निर्णय लियाहै। तस्वीर- उमेश कुमार राय
दिल्ली में प्रदूषण, भारत-गंगा के मैदान (IGP) का हिस्सा। तस्वीर- तारकेश्वर रावत/विकिमीडिया कॉमन्स

बारिश की अनियमितता के पीछे हवा में मौजूद ब्लैक कार्बन भी जिम्मेदार

असम के तेजपुर में रहने वाले शाहजहां से हमने एक सवाल पूछा। आपको किस तरह का चिकन पसंद है, एलपीजी चूल्हे वाला या खुले में जलावन वाले चूल्हे पर पका…
दिल्ली में प्रदूषण, भारत-गंगा के मैदान (IGP) का हिस्सा। तस्वीर- तारकेश्वर रावत/विकिमीडिया कॉमन्स
जंगल जाती एक बैगा महिला। तस्वीर- आलोक प्रकाश पुतुल

सात साल में कितना बदला देश में पहले हैबिटेट राइट्स वाला बैगाचक?

घुमावदार रास्तों से सिलपिड़ी गांव में पहुंचने के बाद हमें चर्रा सिंह रठूरिया का घर तलाशने में थोड़ी मुश्किल इसलिए हुई कि पिछली बार की हमारी मुलाकात गांव के एक…
जंगल जाती एक बैगा महिला। तस्वीर- आलोक प्रकाश पुतुल

ग्रीन एनर्जी ओपन एक्सेस के नए नियमों से आसान हुआ बिजली उपभोक्ताओं के लिए स्वच्छ ऊर्जा का इस्तेमाल

भारत के ऊर्जा मंत्रालय ने हाल ही में नवीन ऊर्जा के ओपन एक्सेस से संबंधित नियम को अधिसूचित किया है। इस ग्रीन एनर्जी ओपन एक्सेस नियम, 2022 का उद्देश्य नवीन…
सिलचर का करीब 80 फीसदी हिस्सा जलमग्न हो गया। तस्वीर- सुभदीप दत्ता

[वीडियो] भीषण बाढ़ से असम में जन-जीवन अस्त-व्यस्त, जाल-माल को भारी क्षति

असम में नेशनल हाईवे 31 के किनारे जिस ओर नजर जाती है, पानी ही पानी दिखता है। यहां कुछ दिन पहले तक धान की लहलहाती फसल दिखती थी। इसी हाइवे…
सिलचर का करीब 80 फीसदी हिस्सा जलमग्न हो गया। तस्वीर- सुभदीप दत्ता
राजाजी नेशनल पार्क उत्तराखंड में विचरण करता एक हाथी। तस्वीर- Achat1999/विकिमीडिया कॉमन्स

उत्तराखंड में हाथियों की लीद में मिला प्लास्टिक, कांच और अन्य कचरा

द जर्नल फॉर नेचर कंजर्वेशन में पिछले महीने छपे एक अध्ययन में उत्तराखंड के जंगलों में हाथी के लीद में प्लास्टिक और अन्य मानव निर्मित सामग्री के मौजूद होने का…
राजाजी नेशनल पार्क उत्तराखंड में विचरण करता एक हाथी। तस्वीर- Achat1999/विकिमीडिया कॉमन्स
दिल्ली-हरियाणा सीमा के पास बंधवाड़ी लैंडफिल दूर से देखा जा सकता है। तस्वीर- शाज़ सैयद / मोंगाबे

[वीडियो] बंधवारी लैंडफिलः कचरे के लगातार ऊंचा होते पहाड़ के बीच जीवन

दिल्ली से सटे पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील अरावली के जंगल में स्थित लैंडफिल कचरे का पहाड़ बनता जा रहा है। यह स्थान कभी बंधवारी गांव की सीमा में आता था,…
दिल्ली-हरियाणा सीमा के पास बंधवाड़ी लैंडफिल दूर से देखा जा सकता है। तस्वीर- शाज़ सैयद / मोंगाबे
शिमला की नई योजना का उद्देश्य आने वाले दो दशक में शहर के विकास की रूपरेखा तैयार करने की है। इसमें न केवल टिकाऊ विकास का ध्यान रखा जाना था बल्कि शहर की विस्तार जरूरतों के साथ-साथ बढ़ती पारिस्थितिकी चुनौतियों का भी संज्ञान लेना है। तस्वीर- नवनीत शर्मा/विकिमीडिया कॉमन्स

43 सालों बाद आई शिमला के विकास की योजना, क्या मौके का फायदा उठाने में हुई चूक?

पिछले साल अक्टूबर में शिमला में एक आठ मंजिला इमारत मूसलाधार बारिश से हुए भूस्खलन के चलते ढह गई थी। गनीमत रही कि इमारत ढहने से पहले ही खाली करा…
शिमला की नई योजना का उद्देश्य आने वाले दो दशक में शहर के विकास की रूपरेखा तैयार करने की है। इसमें न केवल टिकाऊ विकास का ध्यान रखा जाना था बल्कि शहर की विस्तार जरूरतों के साथ-साथ बढ़ती पारिस्थितिकी चुनौतियों का भी संज्ञान लेना है। तस्वीर- नवनीत शर्मा/विकिमीडिया कॉमन्स

[वीडियो] ऊर्जा बनाने के तरीकों से नहीं मिल पा रहा पहाड़ सरीखे कचरे का समाधान

बीते 13 जून को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने हरियाणा सरकार को एक नोटिस जारी किया था। यह नोटिस बंधवारी लैंडफिल के पास भूजल को दूषित करने वाले खतरनाक कचरे…
रूफस-थ्रोटेड व्रेन-बब्बलर (Spelaeornis caudatus)। तस्वीर- माइक प्रिंस / फ़्लिकर

नेपाल और भारत में निर्माण के नियम ‘वन्यजीवों के हित में’ पर पक्षियों के नहीं

भारत और नेपाल जैसे विकासशील देशों के लिए बिजली, सड़क, पुल, रेलवे लाइन जैसे मूलभूत ढ़ांचा का निर्माण बहुत जरूरी है। हालांकि, ये निर्माण अक्सर जंगलों के बीच से गुजरते…
रूफस-थ्रोटेड व्रेन-बब्बलर (Spelaeornis caudatus)। तस्वीर- माइक प्रिंस / फ़्लिकर