Articles by Manish Chandra Mishra

वैज्ञानिकों ने जंगली कपास को उन्नत किस्म में बदलने का प्रयास किया है। फोटो- एससीसीएफ नेटिव लैंडस्केप एंड गार्डन सेंटर

भारत में रंगीन कपास पर तीन दशक से चल रहा प्रयोग, अगले साल तक खेतों में लहलहा सकती है फसल

कपास या रूई का नाम सुनते ही हमारे जेहन में सफेद रंग की छवि बनती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कपास भी रंग बिरंगा होता है? दुनिया भर…
वैज्ञानिकों ने जंगली कपास को उन्नत किस्म में बदलने का प्रयास किया है। फोटो- एससीसीएफ नेटिव लैंडस्केप एंड गार्डन सेंटर
भारत में किसान धान की फसल लेने के बाद पराली को इस तरह जलाते हैं। इसकी वजह से भी प्रदूषण में काफी बढ़ोतरी होती है। फोटो- नील पाल्मर (सीआईएटी)/ विकिमीडिया कॉमन्स

चालीस साल पहले आया था वायु प्रदूषण से निपटने का कानून, नई चुनौती से निपटने में कितना है कारगर

उत्तर भारत जब पूरी तरह वायु प्रदूषण के चपेट में है और लोगों का सांस लेना दूभर हो रहा है तब प्रत्येक साल की तरह, फिर से सबको इससे निपटने…
भारत में किसान धान की फसल लेने के बाद पराली को इस तरह जलाते हैं। इसकी वजह से भी प्रदूषण में काफी बढ़ोतरी होती है। फोटो- नील पाल्मर (सीआईएटी)/ विकिमीडिया कॉमन्स
बैनर तस्वीर- रामवीर तंवर के प्रयास से नोएडा और ग्रेटर नोएडा में अब तक 20 से अधिक तालाबों का पुनरुद्धार किया जा चुका है। इलस्ट्रेशन- स्वाति खरबंदा

नोएडा के बढ़ते कंक्रीट के जंगलों में तालाब बचाने की जद्दोजहद में लगा एक इंजीनियर

वो रामवीर तंवर के स्कूल के दिन थे। स्कूल की छुट्टी होते ही रोज घर की तरफ भागना। घर पहुंचना और कुछ खाने-पीने के समान के साथ मवेशियों को लेकर…
बैनर तस्वीर- रामवीर तंवर के प्रयास से नोएडा और ग्रेटर नोएडा में अब तक 20 से अधिक तालाबों का पुनरुद्धार किया जा चुका है। इलस्ट्रेशन- स्वाति खरबंदा
डेंगू के मच्छर जमे हुए पानी में पनपते हैं और दिन में सक्रिए रहते हैं। फोटो- एस. गोपीकृष्णा वारियर/मोंगाबे

हैदराबाद विश्वविद्यालय के एक शोध से डेंगू को समझने में मिली मदद, कोविड से भी निपटने में मिल सकता है फायदा

पूरी दुनिया इस वक्त कोविड-19 के टीके की राह देख रही है। लेकिन, क्या टीका खोजना इतना आसान है! दो दशक से डेंगू का टीका खोजने का प्रयास हो रहा…
डेंगू के मच्छर जमे हुए पानी में पनपते हैं और दिन में सक्रिए रहते हैं। फोटो- एस. गोपीकृष्णा वारियर/मोंगाबे
कोडागू स्थित मंदिर के सामने नाग देवता का स्थान फोटो यू. प्रशांत बल्लुलल्या

देश में आस्था के सहारे होता था सांपों का संरक्षण, बदलने लगा है परिदृश्य

धार्मिक स्थल के साथ-साथ पेड़-पौधे और वन भी भारतीय समाज में आस्था के प्रतीक रहे हैं। लोग प्राकृतिक संसाधनों को विभिन्न देवी-देवताओं से जोड़कर पूजते रहे हैं। भारत में पवित्र…
कोडागू स्थित मंदिर के सामने नाग देवता का स्थान फोटो यू. प्रशांत बल्लुलल्या
- नारायण चौधरी ने समाज के लोगों को साथ लेकर तालाब बचाने का अभियान शुरू किया जिसकी वजह से मिथिला के कई तालाब फिर से जीवित हो उठे। इलस्ट्रेशन- शीना देवियह

मुश्किल में मिथिला के तालाब, लोगों के प्रयास से आ रहे सकारात्मक बदलाव

‘पग-पग पोखर माछ मखान, सरस बोल मुस्की मुख पान, ई थिक मिथिला केर पहचान।’ मैथिली भाषा की यह कहावत इस क्षेत्र के संपन्न प्राकृतिक वातावरण और यहां के लोगों के…
- नारायण चौधरी ने समाज के लोगों को साथ लेकर तालाब बचाने का अभियान शुरू किया जिसकी वजह से मिथिला के कई तालाब फिर से जीवित हो उठे। इलस्ट्रेशन- शीना देवियह
भारत के राज्य तेलंगाना में बना सौर ऊर्जा का प्लांट। फोटो- थॉमस लॉयड ग्रुप/विकिमीडिया कॉमन्स

अक्षय ऊर्जा की रौनक में भूल न जाए मजदूरों के हित की बात

हाल ही में जब केंद्र सरकार ने व्यावसायिक कोयला खनन की अनुमति दी तो सरकार का सबसे मुखर विरोध कोयला खनन में कार्य कर रहे कर्मचारियों की तरफ से किया…
भारत के राज्य तेलंगाना में बना सौर ऊर्जा का प्लांट। फोटो- थॉमस लॉयड ग्रुप/विकिमीडिया कॉमन्स
बाढ़ का पानी मुसरंबाग में इस तरह घुस आया था। फोटो- सुमंत आर

शहरों के बाढ़ की कहानी, झीलों के शहर हैदराबाद की जुबानी

अक्टूबर 13 को निज़ामों के शहर हैदराबाद में जब लोग सोकर उठे तो उनके प्यारे शहर में हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा था। विडंबना यह कि इस…
बाढ़ का पानी मुसरंबाग में इस तरह घुस आया था। फोटो- सुमंत आर
पिथारा गांव के किसान उमेश कुमार अपने हरे-भरे खेत में खड़े होकर फसलों को दिखा रहे हैं। फोटो- सोशल एक्शन फॉर रूरल डेवलपमेंट (एसएआरडीए)

पानी बचाने के छोटे-छोटे प्रयोग से झारखंड के किसानों की बढ़ी आमदनी

उमेश कुमार सिमडेगा जिले के एक मेहनती किसान हैं। पहाड़ियों और हरे जंगल से घिरा उनका गांव एक सकारात्मक परिवर्तन से गुजर रहा है। पिछले कुछ सालों से उमेश अपने…
पिथारा गांव के किसान उमेश कुमार अपने हरे-भरे खेत में खड़े होकर फसलों को दिखा रहे हैं। फोटो- सोशल एक्शन फॉर रूरल डेवलपमेंट (एसएआरडीए)
दीमकों द्वारा बनाये गए अधिकतर टीले इतने मजबूत होते हैं कि सिर्फ ड्रिल करने या हथौड़े से ही तोड़े जा सकते हैं फोटो निखिल मोरे

दीमक होते हैं गजब के कारीगर, बनाते हैं हजारों साल तक खड़े रहने वाला टीला

कीटों की दुनिया में अगर वास्तुकारों या आर्किटेक्ट की बात की जाए तो दीमक निसन्देह इसके बादशाह माने जाएंगे।  मिट्टी, पानी और अपने लार को मिलाकर दीमक जैसा टीला तैयार…
दीमकों द्वारा बनाये गए अधिकतर टीले इतने मजबूत होते हैं कि सिर्फ ड्रिल करने या हथौड़े से ही तोड़े जा सकते हैं फोटो निखिल मोरे
कोडरमा और गिरिडिह जिले में अभ्रक का अवैध खनन बेरोकटोक जारी है। फोटो- विशेष प्रबंध

झारखंड में अभ्रक का अवैध खनन जारी, होने वाले जान-माल के नुकसान का कोई  लेखा-जोखा नहीं 

श्याम (नाम बदला हुआ) जंगल की तरफ से दौड़ता हुआ आया। साथ लगे गुमटी से मुठ्ठी भर चने खरीदे और उसी गति से वापस भाग गया। ये चने उसने खुद…
कोडरमा और गिरिडिह जिले में अभ्रक का अवैध खनन बेरोकटोक जारी है। फोटो- विशेष प्रबंध
तीस्ता नदी के किनारे शोधकर्ताओं ने मेढ़क की प्रजातियों की पहचान की। फोटो-

जलवायु परिवर्तन और शिकार की वजह से खत्म हो रहे सिक्किम के तीस्ता नदी के मेढ़क

जलवायु परिवर्तन की मार अब मेढकों पर भी। हाल ही में आए शोध से पता चला है कि ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन की वजह से तीस्ता नदी के आसपास…
तीस्ता नदी के किनारे शोधकर्ताओं ने मेढ़क की प्रजातियों की पहचान की। फोटो-

महाराष्ट्र के एक विद्युत संयंत्र में इंसानों के साथ रहने लगे हैं बाघ, क्या होगा भविष्य

चंद्रपुर, महाराष्ट्र। बाघ का नाम आते ही घने जंगल याद आते हैं। ऐसे जंगल जहां बाघ निश्चिंत भाव से विचरण कर रहे हैं और उन्हें इंसानी गतिविधियों की कोई फिक्र…
राजस्थान के बीकानेर में ऊंट पालने का स्थान फोटो- नीडपिक्स

सात साल में 37 फीसदी कम हो गई ऊंटों की आबादी, क्या दूध व्यापार से बदलेगी तस्वीर

जब देश में लॉकडाउन सख्ती से लागू था उन्हीं दिनों मुंबई की एक महिला ने प्रधानमंत्री को टैग करते हुए ट्वीट किया। ऑटिज्म से ग्रसित अपने साढ़े तीन साल के…
राजस्थान के बीकानेर में ऊंट पालने का स्थान फोटो- नीडपिक्स
जादूगौड़ा की पहाड़ियों में वर्ष 1967 से ही खनन का काम होता आ रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि लोगों का जीवन स्तर सुधरने के बजाए यहां के लोग गंभीर बीमारियों के शिकार हो गए हैं। फोटो- - सुभ्रजीत सेन

[वीडियो] भारत के परमाणु सपनों को उड़ान देने वाले क्षेत्र की हृदय विदारक दास्तान

जादूगोड़ा, झारखंड। सोलह साल की अनामिका ओराम का एक मासूम सा सपना है कि वो भी अन्य बच्चों की तरह पढ़े-लिखे। पर इस बच्ची का यह छोटा सा सपना भी…
जादूगौड़ा की पहाड़ियों में वर्ष 1967 से ही खनन का काम होता आ रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि लोगों का जीवन स्तर सुधरने के बजाए यहां के लोग गंभीर बीमारियों के शिकार हो गए हैं। फोटो- - सुभ्रजीत सेन
प्राकृतिक चिकित्सा से इलाज के लिए बगीचे में औषधि तैयार करती महिलाएं

छत्तीसगढ़ के जंगलों की प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति को लोगों तक पहुंचा रही यह आदिवासी महिला

आज से करीब तीस साल पहले सरोजिनी गोयल के माता-पिता जड़ी-बूटी और इलाज में काम आने वाली फूल-पत्तियों की तलाश में घने जंगलों की ख़ाक छाना करते थे। तब नौ…
प्राकृतिक चिकित्सा से इलाज के लिए बगीचे में औषधि तैयार करती महिलाएं
आईआईटी मंडी के आसपास की हरियाली को ध्यान में रखते हुए इसका निर्माण किया गया है। फोटो- आईआईटी मंडी

कुदरत के बेहद करीब हैं देश के ये शीर्ष तकनीकी संस्थान, वन्य जीवों को भी मिला ठिकाना

क्या आप अनुमान लगा सकते हैं कि इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ( आईआईटी ) बॉम्बे के परिसर में कौन रहता है? बड़े-बड़े सपनों के साथ दूर दराज से आये छात्र-छात्राएं,…
आईआईटी मंडी के आसपास की हरियाली को ध्यान में रखते हुए इसका निर्माण किया गया है। फोटो- आईआईटी मंडी
इस तस्वीर में हाथी के शरीर पर बने घाव के निशान साफ दिख रहे हैं दो उन्हें इंसानी टकराव में मिले हैं। हाथी को कुछ वर्ष पहले वन विभाग ने पालतू बनाने के लिए पकड़ा था।

खाने की खोज में आ गए छत्तीसगढ़ के हाथी मध्यप्रदेश के बाघ वाले इलाके में

उमरिया, मध्यप्रदेश: महामन गांव के खेलावन सिंह तमाम कोशिशों के बाद भी इस साल धान की खेती नहीं कर पाए। बार-बार धान की रोपाई की पर हर बार हाथियों ने…
इस तस्वीर में हाथी के शरीर पर बने घाव के निशान साफ दिख रहे हैं दो उन्हें इंसानी टकराव में मिले हैं। हाथी को कुछ वर्ष पहले वन विभाग ने पालतू बनाने के लिए पकड़ा था।