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गुवाहाटी में एक राफ्ट पर स्थित दुकान। असम में देश के कुल बाढ़ संभावित क्षेत्र का 9.40 प्रतिशत हिस्सा है। तस्वीर- नबरुन गुहा

बाढ़ क्यों आती है?

अभी सोशल मीडिया पर बेंगलुरु में आई बाढ़ की तस्वीरें वायरल हो रही हैं। बताया जा रहा है कि इस अचानक आई बाढ़ से शहर का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया…
गुवाहाटी में एक राफ्ट पर स्थित दुकान। असम में देश के कुल बाढ़ संभावित क्षेत्र का 9.40 प्रतिशत हिस्सा है। तस्वीर- नबरुन गुहा
गर्मी में ठंड और ठंड में गर्मी, घर बनाते समय इन बातों का रखें ध्यान

गर्मी में ठंडा और सर्दी में गर्म रहने वाले घर बनाने हों तो इन बातों का रखें ध्यान

आप साल 2030 में इंदौर या सूरत जैसे शहरों में किसी आवासीय परिसर (रेसिडेंशियल कॉम्पलेक्स) की कल्पना करें। अगर ये इमारतें मौजूदा दौर की गगनचुंबी इमारतों की तरह ही हुईं,…
गर्मी में ठंड और ठंड में गर्मी, घर बनाते समय इन बातों का रखें ध्यान
महाराष्ट्र के तटीय शहर दहानू में दहानू थर्मल पावर स्टेशन। 31 मार्च, 2021 तक, भारत में 267 कोयला आधारित ताप विद्युत संयंत्र थे। तस्वीर- कार्तिक चंद्रमौली/मोंगाबे

क्यों हो रहा है विद्युत संशोधन विधेयक का विरोध, आम उपभोक्ताओं पर कैसे पड़ेगा असर?

भारत सरकार के केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने हाल ही में संसद के मॉनसून सत्र में बिजली संशोधन विधेयक को लोक सभा में पेश किया। यह बिल 2003 के…
महाराष्ट्र के तटीय शहर दहानू में दहानू थर्मल पावर स्टेशन। 31 मार्च, 2021 तक, भारत में 267 कोयला आधारित ताप विद्युत संयंत्र थे। तस्वीर- कार्तिक चंद्रमौली/मोंगाबे

[वीडियो] आने वाले दिनों में जलवायु परिवर्तन से कम हो सकती है सौर और पवन ऊर्जा की क्षमता

भारत में आज के समय में पवन ऊर्जा का विस्तार कुछ चुनिन्दा जगहों पर ही हो रहा है। इसके कई कारण हैं। अव्वल तो पवन चक्की के हिसाब से हवा…

भारत में अब बनेगा अपना खुद का कार्बन क्रेडिट मार्केट, भवन निर्माण के भी बदलेंगे नियम

लोक सभा में हाल ही में ऊर्जा संरक्षण (संशोधन) विधेयक 2022 पारित हुआ। अगस्त 10 को पारित इस विधेयक में स्वच्छ ऊर्जा को प्रोत्साहित करने के कई उपाय किये गए…
राज्यसभा के नवनिर्वाचित/पुनर्निर्वाचित सदस्यों के लिए शपथ ग्रहण समारोह 22 जुलाई, 2020 को राज्यसभा में आयोजित किया गया। तस्वीर- राज्यसभा

भारतीय संसद में जलवायु परिवर्तन पर बहुत कम होती है चर्चा, शोध में हुआ खुलासा

“यह हर बार की कहानी है। किसी आपदा के आने पर राजनेता अक्सर जलवायु परिवर्तन की आड़ लेते हैं,” यह बात जलवायु वैज्ञानिक रॉक्सी मैथ्यू कोल ने कही। वे विधायकों…
राज्यसभा के नवनिर्वाचित/पुनर्निर्वाचित सदस्यों के लिए शपथ ग्रहण समारोह 22 जुलाई, 2020 को राज्यसभा में आयोजित किया गया। तस्वीर- राज्यसभा
दिल्ली के मयूर विहार इलाके में चल रहा एक इलेक्ट्रिक बस। तस्वीर-मनीष कुमार

एनडीसी: जलवायु परिवर्तन से जुड़ा भारत का नया स्वैच्छिक एक्शन प्लान कितना कारगर?

केंद्र सरकार की कैबिनेट ने हाल ही में अपनी राष्ट्रीय निर्धारित योगदान (एनडीसी) को मंजूरी  दी। एनडीसी में लिखे भारत के नए लक्ष्यों और प्रतिबद्धताओं को अब संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क…
दिल्ली के मयूर विहार इलाके में चल रहा एक इलेक्ट्रिक बस। तस्वीर-मनीष कुमार
कहलगांव के 65 वर्षीय दशरथ सहनी डॉल्फिन मित्र के तौर पर संरक्षण का काम करते हैं। वह हर दिन नाव से आठ से दस किमी की गश्त करके संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखते हैं। तस्वीर- राहुल सिंह/मोंगाबे

[वीडियो] गंगा डॉल्फिन को बचाने की डगर में कई मुश्किलें, प्रदूषण और बांध बड़ी समस्या

कोरोना के दौरान लगे लॉकडाउन के बाद मीडिया ने गंगा में इंसानी गतिविधियों में कमी के चलते नदी के स्वच्छ होने की खबरें दीं। कहा गया कि इससे देश के…
कहलगांव के 65 वर्षीय दशरथ सहनी डॉल्फिन मित्र के तौर पर संरक्षण का काम करते हैं। वह हर दिन नाव से आठ से दस किमी की गश्त करके संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखते हैं। तस्वीर- राहुल सिंह/मोंगाबे
ब्राजील के अमेज़ॅन में बेलो मोंटे मेगा बांध। तस्वीर- ज़ो सुलिवन/ मोंगाबे

बांध दुनिया के लिए ज़ोखिम भरी ज़रूरत हैं पर क्या इनका बेहतर प्रबंधन संभव है?

दक्षिण अफ्रीका के क्रूगर नेशनल पार्क के जैव विविधता संरक्षण के प्रबंधक स्टीफन मिड्ज़ी को लगता है कि नदियों को वैसा ही होना चाहिए जैसी नदियां होती हैं। मिड्ज़ी निर्बाध…
ब्राजील के अमेज़ॅन में बेलो मोंटे मेगा बांध। तस्वीर- ज़ो सुलिवन/ मोंगाबे
बैनर तस्वीर: झील में बड़े पैमाने पर मृत मछलियां।

तालाबों और झीलों में एकसाथ भारी तादात में क्यों मर रही हैं मछलियां

अप्रैल 2022 में, मुंबई के मालाबार पहाड़ी क्षेत्र में स्थित बाणगंगा टैंक में तैरती मृत मछलियों की कई तस्वीरें समाचार साइटों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हुईं। स्थानीय लोगों…
बैनर तस्वीर: झील में बड़े पैमाने पर मृत मछलियां।
2019 के दौरान बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान में आग।

जंगल में लगने वाली आग के नुकसान और फायदे

जंगल की आग यानि  फॉरेस्ट फायर्स को अनियंत्रित आग माना जाता है। इससे अक्सर जंगलों, घास के मैदानों, ब्रशलैंड और टुंड्रा प्रदेश के पेड़-पौधों की व्यापक तबाही के रूप में…
2019 के दौरान बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान में आग।
लाल कान वाला स्लाइडर कछुआ। अक्सर जब लोग पालतू जानवरों के रूप में इन विदेशी जानवरों की देखभाल करने में असमर्थ होते हैं, तो वे उन्हें देखभाल केंद्रों या अभयारण्यों में छोड़ देते हैं। आमतौर पर बाहरी जीवों को कैद करने की निंदा की जाती है। तस्वीर- नोबो ज़िअस/ पिक्साबे।

क्या कारण है कि भारत वन्यजीवों की तस्करी का एक प्रमुख अड्डा है?

वन्यजीवों की तस्करी से तात्पर्य जीवित या मृत जंगली जानवरों और पौधों के अवैध व्यापार से है। इससे दुनिया के पर्यावरण, जैव विविधता, अर्थव्यवस्था, शासन और स्वास्थ्य पर भारी नकारात्मक…
लाल कान वाला स्लाइडर कछुआ। अक्सर जब लोग पालतू जानवरों के रूप में इन विदेशी जानवरों की देखभाल करने में असमर्थ होते हैं, तो वे उन्हें देखभाल केंद्रों या अभयारण्यों में छोड़ देते हैं। आमतौर पर बाहरी जीवों को कैद करने की निंदा की जाती है। तस्वीर- नोबो ज़िअस/ पिक्साबे।
साइकिल से ट्रैफिक जाम के बीच स्कूल जाता हुआ बच्चा। देहरादून में वर्ष 2017 में स्मार्ट सिटी का कार्य शुरू हुआ था। मिशन के पांचवे साल में भी देहरादून में साइकिल लेन नहीं बन सकी हैं। तस्वीर- वर्षा सिंह

कई स्मार्ट शहरों में 5 सालों में भी नहीं बन पाए साइकिल ट्रैक, वापसी पर लग रहा ब्रेक

बढ़ता तापमान, ट्रैफिक जाम, वाहनों से निकलने वाला धुआं और बीमारियों के चंगुल में फंसते शहर अब राहत भरी सांस के लिए तरस रहे हैं। सड़क पर वाहनों की भीड़…
साइकिल से ट्रैफिक जाम के बीच स्कूल जाता हुआ बच्चा। देहरादून में वर्ष 2017 में स्मार्ट सिटी का कार्य शुरू हुआ था। मिशन के पांचवे साल में भी देहरादून में साइकिल लेन नहीं बन सकी हैं। तस्वीर- वर्षा सिंह
छात्र इन-हाउस करघों पर प्राकृतिक रेशों से सूत कातते हुए। फोटो : तज़ीन कुरैशी।

[वीडियो] फार्म टू फैशन: प्रकृति के अनुकूल तरीकों को राष्ट्रीय संस्थानों के पाठ्यक्रम में मिल रही जगह

जब ओडिशा के भुवनेश्वर शहर में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (निफ्ट) के प्रोफेसर बिनाया भूषण जेना ने पहली बार परिसर के चारों ओर देखा, तो उन्हें केवल ईंट-पत्थर के…
छात्र इन-हाउस करघों पर प्राकृतिक रेशों से सूत कातते हुए। फोटो : तज़ीन कुरैशी।
हैदराबाद में एक मेट्रो स्टेशन के पार्किंग में मौजूद एक इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन। तस्वीर-मनीष कुमार

उम्मीदः भारत में 2027 तक 100 फीसदी दोपहिया वाहन होंगे इलेक्ट्रिक

जुलाई महीने में बादलों की लुका-छिपी और बीच-बीच में हो रही बारिश के बीच मध्य प्रदेश के विदिशा शहर के लिए यह एक आम रविवार की दोपहर है। शहर की…
हैदराबाद में एक मेट्रो स्टेशन के पार्किंग में मौजूद एक इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन। तस्वीर-मनीष कुमार
ये हैं मेघालय की गुफाएं, जो देश में सबसे बड़ी और गहरी मानी जाती हैं। तस्वीर- अर्कदीप भट्टाचार्य/विकिमीडिया कॉमन्स

अतिवृष्टि वाले स्थान पर कम हो रही बारिश, वजह है समुद्र का बढ़ता तापमान और खत्म होते जंगल

बीते दो महीने से पूर्वोत्तर भारत अत्यधिक वर्षा और बाढ़ की वजह से चर्चा में है। इसे जलवायु परिवर्तन से भी जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि बीते कुछ दशक…
ये हैं मेघालय की गुफाएं, जो देश में सबसे बड़ी और गहरी मानी जाती हैं। तस्वीर- अर्कदीप भट्टाचार्य/विकिमीडिया कॉमन्स
अधिकांश मैंटिस्पिड्स छोटे होते हैं। इनकी लंबाई तकरीबन 15 मिमी से भी कम होती है। तस्वीर- एंडी रीगो और क्रिसी मैकक्लेरेन/विकिमीडिया कॉमन्स

मैंटिस्पिड्स: जालीदार पंखों वाले कीड़े का एक परिचय

मैंटिस्पिड्स को देखने पर इसके शरीर का आकार ततैया जैसा और पंख ऐसा जैसे फीता बनाने वाला कोई जीव। मांटिसिड्स या मैन्टिडफ्लाइज़ अकशेरुकी वर्ग के कीड़ों पर बहुत कम अध्ययन…
अधिकांश मैंटिस्पिड्स छोटे होते हैं। इनकी लंबाई तकरीबन 15 मिमी से भी कम होती है। तस्वीर- एंडी रीगो और क्रिसी मैकक्लेरेन/विकिमीडिया कॉमन्स
दिल्ली में प्रदूषण, भारत-गंगा के मैदान (IGP) का हिस्सा। तस्वीर- तारकेश्वर रावत/विकिमीडिया कॉमन्स

बारिश की अनियमितता के पीछे हवा में मौजूद ब्लैक कार्बन भी जिम्मेदार

असम के तेजपुर में रहने वाले शाहजहां से हमने एक सवाल पूछा। आपको किस तरह का चिकन पसंद है, एलपीजी चूल्हे वाला या खुले में जलावन वाले चूल्हे पर पका…
दिल्ली में प्रदूषण, भारत-गंगा के मैदान (IGP) का हिस्सा। तस्वीर- तारकेश्वर रावत/विकिमीडिया कॉमन्स
अंडमान की गुफाओं में एडिबल नेस्ट स्विफ्टलेट (ऐरोड्रमस फुकीफगस) नामक पक्षी पाई जाती है। तस्वीर- SACON

गहराते जलवायु संकट के मद्देनजर भारतीय वैज्ञानिकों ने की गुफाओं को संरक्षित करने की अपील

जस्टिन सुमित कुमार का काम अंधेरी गुफाओं की खाक छानना है, लेकिन उनकी दिनचर्या काफी दिलचस्प और रोमांचक होती है। इस समय वह अंडमान की अंधेरी गुफाओं में एक वैज्ञानिक…
अंडमान की गुफाओं में एडिबल नेस्ट स्विफ्टलेट (ऐरोड्रमस फुकीफगस) नामक पक्षी पाई जाती है। तस्वीर- SACON

ग्रीन एनर्जी ओपन एक्सेस के नए नियमों से आसान हुआ बिजली उपभोक्ताओं के लिए स्वच्छ ऊर्जा का इस्तेमाल

भारत के ऊर्जा मंत्रालय ने हाल ही में नवीन ऊर्जा के ओपन एक्सेस से संबंधित नियम को अधिसूचित किया है। इस ग्रीन एनर्जी ओपन एक्सेस नियम, 2022 का उद्देश्य नवीन…
दिल्ली-हरियाणा सीमा के पास बंधवाड़ी लैंडफिल दूर से देखा जा सकता है। तस्वीर- शाज़ सैयद / मोंगाबे

[वीडियो] बंधवारी लैंडफिलः कचरे के लगातार ऊंचा होते पहाड़ के बीच जीवन

दिल्ली से सटे पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील अरावली के जंगल में स्थित लैंडफिल कचरे का पहाड़ बनता जा रहा है। यह स्थान कभी बंधवारी गांव की सीमा में आता था,…
दिल्ली-हरियाणा सीमा के पास बंधवाड़ी लैंडफिल दूर से देखा जा सकता है। तस्वीर- शाज़ सैयद / मोंगाबे
नेपाल के पहले पक्षी अभयारण्य में ग्रेट हॉर्नबिल, सारस और भारतीय चिततीदार चील जैसे पक्षियों को आसरा मिल रहा है। तस्वीर- प्रताप गुरुंग/विकिमीडिया कॉमन्स

यह है नेपाल का पहला पक्षी अभयारण्य, भारतीय पर्यटकों के लिए नया आकर्षण

भारत-नेपाल की सीमा पर स्थित घोड़ाघोड़ी वेटलैंड की पहचान एक रामसर स्थल के रूप में होती है। यह स्थान नेपाल के सुदूर पश्चिम प्रांत (सुदूरपश्चिम प्रदेश) में है। सुदूरपश्चिम नेपाल…
नेपाल के पहले पक्षी अभयारण्य में ग्रेट हॉर्नबिल, सारस और भारतीय चिततीदार चील जैसे पक्षियों को आसरा मिल रहा है। तस्वीर- प्रताप गुरुंग/विकिमीडिया कॉमन्स

[वीडियो] ऊर्जा बनाने के तरीकों से नहीं मिल पा रहा पहाड़ सरीखे कचरे का समाधान

बीते 13 जून को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने हरियाणा सरकार को एक नोटिस जारी किया था। यह नोटिस बंधवारी लैंडफिल के पास भूजल को दूषित करने वाले खतरनाक कचरे…
रूफस-थ्रोटेड व्रेन-बब्बलर (Spelaeornis caudatus)। तस्वीर- माइक प्रिंस / फ़्लिकर

नेपाल और भारत में निर्माण के नियम ‘वन्यजीवों के हित में’ पर पक्षियों के नहीं

भारत और नेपाल जैसे विकासशील देशों के लिए बिजली, सड़क, पुल, रेलवे लाइन जैसे मूलभूत ढ़ांचा का निर्माण बहुत जरूरी है। हालांकि, ये निर्माण अक्सर जंगलों के बीच से गुजरते…
रूफस-थ्रोटेड व्रेन-बब्बलर (Spelaeornis caudatus)। तस्वीर- माइक प्रिंस / फ़्लिकर
पश्चिम बंगाल में चक्रवात यास के बाद क्षतिग्रस्त सड़क के बगल में खड़ी एक महिला। यह साबित करने के लिए पर्याप्त वैश्विक सबूत हैं कि जलवायु परिवर्तन से महिलाएं अनुपातहीन रूप से प्रभावित हैं। तस्वीर- सुमिता रॉय दत्ता / विकिमीडिया कॉमन्स

महिलाएं और बच्चे जलवायु परिवर्तन से काफी प्रभावित, पर नीति से हैं गायब

साक्ष्यों से पता चलता है कि जैसे-जैसे तेजी के साथ जलवायु से संबंधित समस्याएं बढ़ रही है, वैसे-वैसे महिलाओं और बच्चों पर इसका बोझ भी जाहिर होता जा रहा है। …
पश्चिम बंगाल में चक्रवात यास के बाद क्षतिग्रस्त सड़क के बगल में खड़ी एक महिला। यह साबित करने के लिए पर्याप्त वैश्विक सबूत हैं कि जलवायु परिवर्तन से महिलाएं अनुपातहीन रूप से प्रभावित हैं। तस्वीर- सुमिता रॉय दत्ता / विकिमीडिया कॉमन्स
हिमालयन मोनाल की अवैध तरीके से हिमालय से तस्करी की जाती है। फोटो- मिलदीप/विकिमीडिया कॉमन्स।

हिमालय में हो रहे अवैध वन्यजीव तस्करी का पता लगाने के लिए नागरिक विज्ञान का उपयोग

नए आंकड़ों के अनुसार ऐसे सिटीजन एप्स जो आमतौर पर स्मार्टफोन की मदद से बासिन्दों का डेटा एकत्र करने में मदद करते है, सूचना के फासले को कम करने और…
हिमालयन मोनाल की अवैध तरीके से हिमालय से तस्करी की जाती है। फोटो- मिलदीप/विकिमीडिया कॉमन्स।
बायोचार बनाने की प्रक्रिया। बायोचार को पेड़ों और फसलों से जुड़े अपशिष्ट पदार्थों (पराली, भूसा, डंठल सूखे पत्तों आदि) से बनाया जाता है और लंबे वक्त तक जमीन में दबाकर रखा जाता है। तस्वीर- लोरेन इशाक/पर्माकल्चर एसोसिएशन/फ्लिकर

बायोचार में बिगड़ते मौसम को बचाने की ताकत, लेकिन लागत बड़ी बाधा

मौसम में हो रहे बदलावों से निपटने के लिए आजकल बायोचार की खूब चर्चा हो रही है। एक नए रिव्यू के मुताबिक इससे टिकाऊ विकास के लक्ष्यों को भी हासिल…
बायोचार बनाने की प्रक्रिया। बायोचार को पेड़ों और फसलों से जुड़े अपशिष्ट पदार्थों (पराली, भूसा, डंठल सूखे पत्तों आदि) से बनाया जाता है और लंबे वक्त तक जमीन में दबाकर रखा जाता है। तस्वीर- लोरेन इशाक/पर्माकल्चर एसोसिएशन/फ्लिकर

ईपीआई इंडेक्स: जलवायु परिवर्तन, वातावरण संरक्षण में पिछड़ा भारत, रैंकिंग की प्रक्रिया पर उठ रहें हैं सवाल

अमेरिका के येल और कोलंबिया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने हाल ही में अपनी नई रिपोर्ट- पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक (ईपीआई इंडेक्स) 2022 प्रकाशित की। इस रिपोर्ट में इन शोधकर्ताओं ने 180…
अफ्रीकी कैटफ़िश को नए और कठिन माहौल पसंद है और वे यहां आसानी से अपना विकास कर सकती हैं। तस्वीर– सौम्यब्रत रॉय / विकिमीडिया कॉमन्स

बढ़ते तापमान के सहारे गंगा में बढ़ रही घुसपैठिए मछलियों की संख्या

गंगा नदी घाटी में 25 किलोमीटर के दायरे में क्षेत्रीय जलवायु मॉडल (रीजनल क्लाइमेट मॉडल) के जरिए अध्ययन किया गया। अध्ययन के नतीजों के आधार पर भविष्यवाणी की गई कि…
अफ्रीकी कैटफ़िश को नए और कठिन माहौल पसंद है और वे यहां आसानी से अपना विकास कर सकती हैं। तस्वीर– सौम्यब्रत रॉय / विकिमीडिया कॉमन्स

नवीन ऊर्जा का वित्तीय संकट: बढ़ रहा है टैक्स, घटती जा रही है सब्सिडी

भारत के नवीन ऊर्जा के क्षेत्र में अब निवेश बढ़ता दिख रहा है। कोरोना महामारी के बाद अब इस क्षेत्र के बाज़ार में फिर से उछाल देखने को मिला है।…