Tribal peoples खबरें

RSS
86 खबरें

दुनियाभर में आकार ले रहे कार्बन बाजार में शामिल हुआ झारखंड

मौसम के बारे में जानकारी, विविधता से मोटा अनाज उगाने वाले आदिवासियों को होगा फायदा

जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए पारंपरिक तरीकों को जीवनदान देती नागालैंड की एक कार्यकर्ता [इंटरव्यू]

जंगल के खाने में छुपा पोषण का रहस्य

धान के खेतों में उगते साग को थाली तक लाने की कोशिश

खनन वाले इलाकों में कोयले की धूल से पेड़-पौधों को हो रहा नुकसान

झारखंडः बड़कागांव के गुड़ की मांग काफी, लेकिन गन्ने में बढ़ रहा कीटों का प्रकोप

छत्तीसगढ़: अनुसूचित जनजाति आयोग ने हसदेव अरण्य में खनन के लिए सहमति को बताया फर्जी

जस्ट ट्रांजिशन में सामाजिक बुनियादी ढांचे के साथ वैकल्पिक रोजगार पर हो फोकस

झारखंड: 3.77 लाख करोड़ सालाना से भी ज़्यादा है राज्य के कॉमन्स से मिलने वाली सेवाओं की कीमत

अनियंत्रित झींगा पालन से बदलता सुंदरबन में भूमि उपयोग

सौर ऊर्जा से जीवन में बड़ा बदलाव, दूर हुआ कुपोषण

[कमेंट्री] नर्मदा नदी पर क्रूज: क्या यह वैध, उचित या न्यायोचित है?

वाटर डिवाइनिंगः नारियल और सूखी टहनियों से भूजल खोजने का पारंपरिक तरीका

सूखे इलाकों में फसल उगाने के लिए परंपरागत राम-मोल कृषि तकनीक पर भरोसा

घटते फॉरेस्ट कॉमन्स, कोरापुट के आदिवासी समुदायों के लिए त्यौहार मनाना हुआ मुश्किल

पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक विज्ञान का मेल: जलवायु परिवर्तन का दस्तावेजीकरण करते पर्यावरणविद्

मौसम में बदलाव और जैव विविधता के नुकसान के बीच भारतीय परंपरा को सहेजते जीआई टैग

बन्नी की खाने वाली घासों के खतरा बन रहा है विलायती बबूल का फैलाव

जंगल से जीआई टैग तक, झाबुआ के काले मुर्गे कड़कनाथ की कहानी

मोटे अनाज से क्यों दूर हो रहे हैं मध्य प्रदेश के आदिवासी?

[इंटरव्यू] गोल्डमैन पुरस्कार से नवाजे गए आलोक शुक्ला ने कहा, “यह जल, जंगल, जमीन के लिए संघर्ष कर रहे आदिवासियों का सम्मान”

15 साल बाद भी कछुआ चाल से वन अधिकार कानून का कार्यान्वयन, नई रिपोर्ट में दावा

भूसे और पराली से मशरूम की खेती ने ओडिशा के गांवों की बदली तस्वीर

गुजरातः नमक उत्पादन पर अनिश्चित मौसम की मार, बढ़ रही लागत

अरुणाचल प्रदेश की सैंक्चरी में घास के मैदान घटने से स्थानीय पक्षियों पर खतरा

लुप्त होती परंपरा बचाने के लिए केरल के आदिवासियों ने दोबारा शुरू की बाजरे की खेती

झारखंड की गुमनाम साग-भाजी में छुपी है पोषण की गारंटी

चामी मुर्मू: पेड़ और पानी से होते हुए पद्म श्री तक का सफर

बेहतर वन प्रबंधन के लिए आदिवासी समुदाय का नजरिया शामिल करना जरूरी