Categories for जलवायु परिवर्तन

एसएमएस से मौसम की जानकारी किसानों के लिए कितनी है कारगर?

एसएमएस से मौसम की जानकारी किसानों के लिए कितनी है कारगर?

एक तरफ टिहरी के किसान भागचंद रमोला हैं। रुआंसे होकर अपने अनुभव बताते हैं कि इस साल साफ़ मौसम और खिली धूप देखकर उन्होंने सब्जियों की नर्सरी पर लगी नेट…
एसएमएस से मौसम की जानकारी किसानों के लिए कितनी है कारगर?
देवनार

जानलेवा प्रदूषणः मुंबई की इस बस्ती में 40 साल में ही आ जाता है बुढ़ापा

सूरज उगने से पहले जगकर तैयार होती मानसी दिघे (बदला हुआ नाम) का दिन बेहद संघर्षों से भरा होने वाला है। साड़ी ठीक कर अपने बाल बनाते हुए दिघा की…
देवनार
आईपीसीसी की ताजा रिपोर्ट ने सुझाया, समय रहते क्लाइमेट एक्शन जरूरी

आईपीसीसी की ताजा रिपोर्ट ने सुझाया, समय रहते क्लाइमेट एक्शन जरूरी

अगर त्वरित और बड़े पैमाने पर ग्रीनहाउस गैस कम करने की कोशिश नहीं हुई तो पृथ्वी के बढ़ते तापमान को 1.5 या 2 डिग्री सेल्सियस तक रोकना मुमकिन नहीं होगा।…
आईपीसीसी की ताजा रिपोर्ट ने सुझाया, समय रहते क्लाइमेट एक्शन जरूरी
उत्तरकाशी के एक सुदूर गांव को जोड़ने के लिये लकड़ी के तने से बना कामचलाऊ पुल, ऐसे पुलों से फिसल कर कई बार लोगों की मौत हो जाती है। तस्वीर– हृदयेश जोशी

[वीडियो] उत्तराखंड: दरक रहे हैं हिमालय के सैकड़ों गांव

उत्तराखंड के उत्तरकाशी से करीब बीस किलोमीटर दूर कठिन पहाड़ी पर बसा है एक छोटा सा गांव: ढासड़ा। कोई 200 लोगों की आबादी वाला ढासड़ा पिछले कई सालों से लगातार…
उत्तरकाशी के एक सुदूर गांव को जोड़ने के लिये लकड़ी के तने से बना कामचलाऊ पुल, ऐसे पुलों से फिसल कर कई बार लोगों की मौत हो जाती है। तस्वीर– हृदयेश जोशी
बिहार भीषण बाढ़ की चपेट में है, लेकिन इस साल सरकार ने राहत शिविर नहीं बनाए हैं। राहत शिविर न होने की वजह से लोग सड़कों पर रहने को मजबूर हैं। तस्वीर साभार माधव

[वीडियो] क्या बजट की कमी से प्रभावित हो रहा है बिहार का बाढ़ राहत अभियान?

इन दिनों जब हर जगह देश में महाराष्ट्र और दुनिया भर में चीन में आई प्रलयंकारी बाढ़ की चर्चा है। बिहार भी इससे अछूता नहीं है। बिहार सरकार के आपदा…
बिहार भीषण बाढ़ की चपेट में है, लेकिन इस साल सरकार ने राहत शिविर नहीं बनाए हैं। राहत शिविर न होने की वजह से लोग सड़कों पर रहने को मजबूर हैं। तस्वीर साभार माधव
असम में 2012 में भीषण बाढ़ आई थी। तस्वीर- पत्र सूचना कार्यालय भारत सरकार/विकिमीडिया कॉमन्स

[व्याख्या] क्या है आईपीसीसी एआर-6 और भारत के संदर्भ में इसकी प्रासंगिकता?

जलवायु परिवर्तन पर अंतर-सरकारी पैनल यानी इंटरगवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज (आईपीसीसी) की असेसमेंट रिपोर्ट पर चर्चा शुरू हो गयी है। वर्किंग ग्रुप-1 की बैठक के साथ आईपीसीसी की छठी…
असम में 2012 में भीषण बाढ़ आई थी। तस्वीर- पत्र सूचना कार्यालय भारत सरकार/विकिमीडिया कॉमन्स

[साक्षात्कार] जयराम रमेशः अर्थशास्त्री से पर्यावरणविद् बनने की यात्रा

भारत के पूर्व पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश से मोंगाबे-इंडिया के मैनेजिंग एडिटर एस गोपीकृष्णा वारियर ने बातचीत की। पेश है इस बातचीत के प्रमुख अंश। मोंगाबेः आज हमारे साथ हैं…
एसडीजी रैंकिंग में पर्यावरण से जुड़े मुद्दे, पर नीति आयोग के तरीके ने बढ़ाई उलझन

एसडीजी रैंकिंग में पर्यावरण से भी जुड़े मुद्दे पर नीति आयोग के तरीके ने बढ़ाई उलझन

कम से कम 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में इक्स्ट्रीम वेदर ईवेंट जैसे बाढ़, लू, बिजली गिरने इत्यादि से या तो कोई मौत हुई नहीं है या इन राज्यों…
एसडीजी रैंकिंग में पर्यावरण से जुड़े मुद्दे, पर नीति आयोग के तरीके ने बढ़ाई उलझन
बिहार में वर्ष 2008 में आई भीषण बाढ़ की तस्वीर। मौसम के बिगड़ जाने की स्थिति में प्रति एक करोड़ में होने वाली मौत के मामले में तो बिहार के आंकड़े ही उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन हर साल सैकड़ों लोगों की जान जाती है। तस्वीर- पब्लिक रिसोर्स डॉट ऑर्ग/फ्लिकर

जलवायु संकट के सवाल पर बिहार को क्यों सौ में सिर्फ 16 नंबर मिले?

नीति आयोग की सतत विकास लक्ष्य से जुड़ी रिपोर्ट में बिहार के इस बार भी सबसे आखिरी पायदान पर होने की खबर तो चर्चा में है ही, इस रिपोर्ट की…
बिहार में वर्ष 2008 में आई भीषण बाढ़ की तस्वीर। मौसम के बिगड़ जाने की स्थिति में प्रति एक करोड़ में होने वाली मौत के मामले में तो बिहार के आंकड़े ही उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन हर साल सैकड़ों लोगों की जान जाती है। तस्वीर- पब्लिक रिसोर्स डॉट ऑर्ग/फ्लिकर
साबुन-शैम्पू से लेकर खाद्य पदार्थ तक, कहां नहीं है पाम ऑयल!

साबुन-शैम्पू से लेकर खाद्य पदार्थ तक, कहां नहीं है पाम ऑयल!

भारतीय बाजार में पाम ऑयल कहां नहीं हैं! सरकार की सार्वजनिक वितरण प्रणाली से लेकर हमारे दैनिक उपभोग की वस्तुएं जैसे शैम्पू, सौंदर्य प्रसाधन के सामान, साबुन, डिटर्जेंट, टूथपेस्ट और…
साबुन-शैम्पू से लेकर खाद्य पदार्थ तक, कहां नहीं है पाम ऑयल!
लक्षद्वीप की कोरल रीफ या प्रवाल समूह को समुद्र का पानी गर्म होने की वजह से सफेद होते हुए देखा जा रहा है। इसका मतलब प्रवाल भित्तियां बीमार हो रही हैं। तस्वीर- रोहन आर्थर

[कॉमेंट्री] लक्षद्वीप के अनकहे संकट

लक्षद्वीप में चल रहे ताजा घटनाक्रमों के बीच एक ऐसी त्रासदी धीरे-धीरे इस जगह को प्रभावित कर रही है, जिससे आने वाले दिनों में इन द्वीपों पर मनुष्य का निवास…
लक्षद्वीप की कोरल रीफ या प्रवाल समूह को समुद्र का पानी गर्म होने की वजह से सफेद होते हुए देखा जा रहा है। इसका मतलब प्रवाल भित्तियां बीमार हो रही हैं। तस्वीर- रोहन आर्थर
सैकड़ों किलोमीटर घूमकर पशु चराने वाले राजस्थान के घुमक्कड़ चरवाहे कोविड-19 से हुए हलकान, बीच में छोड़ी यात्रा

[कॉमेंट्री] कोविड-19 और चारे की कमी से परेशान राजस्थान के घुमक्कड़ चरवाहे, बीच में छोड़ी यात्रा

राजस्थान में करीब चार लाख लोग अपनी रोजी-रोटी के लिए चरवाही पर निर्भर हैं। संसाधनों की कमी समेत तमाम चुनौतियों से निपटने में माहिर होने के लिए मशहूर गडरिया समुदाय…
सैकड़ों किलोमीटर घूमकर पशु चराने वाले राजस्थान के घुमक्कड़ चरवाहे कोविड-19 से हुए हलकान, बीच में छोड़ी यात्रा

ताउते के बाद अब यास तूफान ने मचाई तबाही, बढ़ता तापमान बढ़ा रहा मुसीबत

पश्चिम बंगाल की बुजुर्ग महिला शिल्पा गायेन का घर चक्रवाती तूफान यास ने उजाड़ दिया। 26 मई 2021 को हवा के तेज थपेड़ों को उनका कच्चा घर सह नहीं पाया…
ओडिशा के रायगड़ा के जंगलों में वर्ष 2014 में लगी आग का दृष्य। इस साल भी ओडिशा के सिमलीपाल बायोस्फीयर रिजर्व में लगी आग से मार्च महीने में भारी तबाही मची। तस्वीर- सौरभ चटर्जी/फ्लिकर

साल 2021 वनवासियों पर भारी, कोविड-19 लॉकडाउन के साथ पड़ी जंगल की आग की मार

“जंगल में ऐसी आग इससे पहले कभी नहीं देखी थी। हमारे गांव से 100 मीटर की दूरी पर पेड़-पौधे सब जलते दिख रहे थे। इतना नजदीक कि हम धुएं और…
ओडिशा के रायगड़ा के जंगलों में वर्ष 2014 में लगी आग का दृष्य। इस साल भी ओडिशा के सिमलीपाल बायोस्फीयर रिजर्व में लगी आग से मार्च महीने में भारी तबाही मची। तस्वीर- सौरभ चटर्जी/फ्लिकर
पीएम किसान योजना: क्या झारखंड के आदिवासी किसानों के साथ हो रहा सौतेला व्यवहार?

पीएम किसान योजना: क्या झारखंड के आदिवासी किसानों के साथ हो रहा सौतेला व्यवहार?

झारखंड के खूंटी जिले के रहने वाले साठ वर्षीय समसोन तोपनो को जब खबर मिली की केंद्र सरकार अब किसानों को हर साल 6,000 रुपये देगी तो उन्हें लगा कि…
पीएम किसान योजना: क्या झारखंड के आदिवासी किसानों के साथ हो रहा सौतेला व्यवहार?
जलवायु परिवर्तन की चपेट में बिहार, लेकिन बचाव का कोई एक्शन प्लान नहीं

जलवायु परिवर्तन की चपेट में बिहार, लेकिन बचाव का कोई एक्शन प्लान नहीं

तमाम समस्याओं से जूझते बिहार के लिए एक और बुरी खबर! क्लाइमेट चेंज यानी जलवायु परिवर्तन की मार भी राज्य पर सबसे अधिक पड़ने वाली है। यह खुलासा हुआ है…
जलवायु परिवर्तन की चपेट में बिहार, लेकिन बचाव का कोई एक्शन प्लान नहीं
घर संभालने के साथ खेतों में पुरुषों के बराबर काम करने से महिलाओं के पोषण पर नकारात्मक असर- शोध

घर संभालने के साथ खेतों में काम बढ़ने से महिलाओं के पोषण पर असर

भारत के खेतों में महिलाएं पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर काम करती हैं। लेकिन घरेलू काम निपटाने जैसी पारंपरिक चुनौती हो या बदलते मौसम जैसी नई चुनौती- महिलाओं की…
घर संभालने के साथ खेतों में पुरुषों के बराबर काम करने से महिलाओं के पोषण पर नकारात्मक असर- शोध
[कॉमेंट्री] उदारीकरण के 30 साल: क्या कोविड-19 की दूसरी लहर भारतीय मध्य वर्ग की दिशा बदलेगी?

[कॉमेंट्री] उदारीकरण के 30 साल: क्या कोविड-19 की दूसरी लहर भारतीय मध्य वर्ग की दिशा बदलेगी?

इक्कसवीं सदी के पहले दशक के मध्य में, मैं हैदराबाद से दूर, पाटनचेरू में मौजूद अंतर्राष्ट्रीय अर्ध-शुष्क उष्णकटिबंधीय फसल अनुसंधान संस्थान के वैश्विक मुख्यालय में कार्यरत था। इस संस्था का…
[कॉमेंट्री] उदारीकरण के 30 साल: क्या कोविड-19 की दूसरी लहर भारतीय मध्य वर्ग की दिशा बदलेगी?
बहस नेट जीरो की: कार्बन उत्सर्जन की लड़ाई में भारत के राज्य कहां खड़े हैं!

बहस नेट जीरो की: कार्बन उत्सर्जन की लड़ाई में भारत के राज्य कहां खड़े हैं!

संयुक्त राज्य अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन के आह्वान पर, अप्रैल में लगभग 40 देशों ने नेट-जीरो हासिल करने के लिए समय-सीमा की घोषणा की। भारत के प्रधानमंत्री…
बहस नेट जीरो की: कार्बन उत्सर्जन की लड़ाई में भारत के राज्य कहां खड़े हैं!
[फ़ोटो] पश्चिम बंगाल में गंगा नदी की कटाई से बेहाल हैं लोग

[फ़ोटो] पश्चिम बंगाल में गंगा नदी की हर साल बढ़ती कटाई से बेहाल हैं लोग

मुर्शिदाबाद जिले के धनघरा गांव के लोग पिछले साल आधी रात आए सैलाब को चाहकर भी भूल नहीं पा रहे हैं। गांव वालों पर गंगा का रौद्र रूप कहर बनकर…
[फ़ोटो] पश्चिम बंगाल में गंगा नदी की कटाई से बेहाल हैं लोग
प्लास्टिक प्रदूषण रोकने के लिए रिसाइकल के साथ प्लास्टिक निर्माताओं की जिम्मेदारी भी करनी होगी तय

प्लास्टिक प्रदूषण रोकने के लिए रिसाइकल के साथ प्लास्टिक निर्माताओं की जिम्मेदारी भी करनी होगी तय

बिहार की राजधानी पटना को जल्द ही प्लास्टिक कचरा के निपटारे के लिए रिसाइकलिंग प्लांट मिलने वाला है। 15वें वित्त आयोग की रिपोर्ट में पटना के अलावा अहमदाबाद, बैंगलुरु और…
प्लास्टिक प्रदूषण रोकने के लिए रिसाइकल के साथ प्लास्टिक निर्माताओं की जिम्मेदारी भी करनी होगी तय
मखाना की फसल निकालने के लिए पानी में इस तरह उतरना होता है। घंटों पानी में खड़े रहकर एक-एक पौधे की जड़ से मखाना इकट्ठा किया जाता है। जलवायु परिवर्तन के दौर में बिहार के मखाना किसान लागत से दोगुनी आमदनी लेने में सफल हो रहे हैं। तस्वीर- चिन्मयानंद सिंह

बिहारः कोसी सीमांचल के किसानों को मौसम की मार से छुटकारा दिला रहा मखाना

मखाने की खेती का जिक्र सुनकर चिन्मयानंद सिंह चिहुक उठते हैं। वे कहते हैं, एक किसान के तौर पर अगर मैं कहूं हैप्पी फार्मर का जो सपना लेकर मैंने खेती करने…
मखाना की फसल निकालने के लिए पानी में इस तरह उतरना होता है। घंटों पानी में खड़े रहकर एक-एक पौधे की जड़ से मखाना इकट्ठा किया जाता है। जलवायु परिवर्तन के दौर में बिहार के मखाना किसान लागत से दोगुनी आमदनी लेने में सफल हो रहे हैं। तस्वीर- चिन्मयानंद सिंह
सिमलीपाल जंगल में लगी आगः वन विभाग या वनवासी, कौन है जिम्मेवार?

सिमलीपाल जंगल में लगी आगः वन विभाग या वनवासी, कौन है जिम्मेवार?

ओडिशा के सिमलीपाल राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व में भीषण आग लगी हुई है। वन विभाग तकरीबन एक महीने से यहां आग बुझाने की कोशिश कर रहा है पर सफलता…
सिमलीपाल जंगल में लगी आगः वन विभाग या वनवासी, कौन है जिम्मेवार?
बिहार में हर साल बाढ़ के रूप में प्राकृतिक आपदा लोगों का जनजीवन प्रभावित करती है। तस्वीर में मौजूद लोग कोसी नदी में आई बाढ़ की वजह से सुरक्षित स्थान पर जा रहे हैं। तस्वीर- चंदन सिंह/फ्लिकर

पचास साल में हुई डेढ़ लाख मौत, हर प्राकृतिक आपदा लेती है औसतन 20 लोगों की जान

जलवायु परिवर्तन की वजह से प्राकृतिक आपदा जैसी घटना अब आम-बात हो गयी है और इसमें होने वाले जान-माल की क्षति भी। हाल ही में हुए एक अध्ययन में पता…
बिहार में हर साल बाढ़ के रूप में प्राकृतिक आपदा लोगों का जनजीवन प्रभावित करती है। तस्वीर में मौजूद लोग कोसी नदी में आई बाढ़ की वजह से सुरक्षित स्थान पर जा रहे हैं। तस्वीर- चंदन सिंह/फ्लिकर
बर्ड फ्लू का असर बतखों पर भी देखा गया है। भारत के कई राज्यों में हजारों मुर्गी और बतखों को मारना पड़ा। तस्वीर- लॉरी ग्राहम / ऑस्ट्रेलियन एड

क्या है एवियन इंफ्लूएंजा, समझिए इसके पीछे का विज्ञान

भारत में बीते कुछ सप्ताह से एविएन इंफ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) के मामले सामने आ रहे हैं। इस वजह से राज्य सरकारों को हजारों-हजार मुर्गे-मुर्गियों और बत्तख इत्यादि को मारने का…
बर्ड फ्लू का असर बतखों पर भी देखा गया है। भारत के कई राज्यों में हजारों मुर्गी और बतखों को मारना पड़ा। तस्वीर- लॉरी ग्राहम / ऑस्ट्रेलियन एड
पटना में वायु प्रदूषण

दिल्ली की तर्ज पर बिहार में लगेगा स्मॉग टावर, प्रदूषण कम करने में कितना असरदार

बिहार की हवा दिन-ब-दिन प्रदूषित होती जा रही है। यहां की राजधानी पटना के हालात इतने खराब हैं कि वर्ष 2016 में विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट ने पटना…
पटना में वायु प्रदूषण
जयपुर स्मार्ट सिटी के कचरे से बना पहाड़। यहां कलकत्ता से आए जहांगीर आलम कचरा बीन रहे हैं। दिनभर कचरे के इस ढेर पर मेहनत करने के बाद यह 300 रुपए तक का कचरा जमा कर लेते हैं। तस्वीर-माधव शर्मा

जयपुर: कई गांवों में ‘मौत’ बांट रहा स्मार्ट सिटी से निकला कचरा

महज 20 साल की उम्र में जोरावर सिंह कविया को सांस लेने में दिक्कत होने लगी। राजस्थान की राजधानी जयपुर की विधानसभा से महज 25 किमी दूर सेवापुरा ग्राम पंचायत…
जयपुर स्मार्ट सिटी के कचरे से बना पहाड़। यहां कलकत्ता से आए जहांगीर आलम कचरा बीन रहे हैं। दिनभर कचरे के इस ढेर पर मेहनत करने के बाद यह 300 रुपए तक का कचरा जमा कर लेते हैं। तस्वीर-माधव शर्मा
हिमालय से निकली हिमनदी

उत्तराखंड त्रासदीः वैज्ञानिकों ने विश्लेषण कर बताई हिमालय क्षेत्र में निगरानी की जरूरत

उत्तराखंड के चमोली जिले में 7 फरवरी को हुए हादसे में कई लोगों की जान चली गयी और अभी भी सैकड़ों लोगों की तलाश जारी है। इसी बीच वैज्ञानिकों ने…
हिमालय से निकली हिमनदी
उत्तरकाशी स्थित हर्षिल इलाके के सेब। तस्वीरः सचेंद्र पंवार

[वीडियो] उत्तराखंड: बर्फ़बारी की बढ़ती अनिश्चितता से सेब बागवान निराश

एक तरफ उत्तराखंड के चमोली में आए सैलाब और उससे हुए जान-माल से सब आहत हैं। दूसरी तरफ वहां के किसान बर्फबारी में अनियमितता और उससे खेती-किसानी पर पड़ने वाले…
उत्तरकाशी स्थित हर्षिल इलाके के सेब। तस्वीरः सचेंद्र पंवार