Articles by Manish Chandra Mishra

बिहार के सुलतानगंज में नाव से गंगा पार करते श्रद्धालु। फिल्मकार सिद्धार्थ अग्रवाल ने गंगासागर से गंगोत्री तक की पैदल यात्रा कर एक डॉक्यूमेंट्री बनाई है। तस्वीर- सिद्धार्थ अग्रवाल

[समीक्षा] मूविंग अप्स्ट्रीम: गंगा- हजार किस्से मिले नदी के साथ चलने में

‘मिलना था इत्तिफ़ाक़ बिछड़ना नसीब था/ वो उतनी दूर हो गया जितना क़रीब था।’ अंजुम रहबर के इस शेर की मदद से उत्तराखंड का एक युवक यूं तो अपने कुनबे…
बिहार के सुलतानगंज में नाव से गंगा पार करते श्रद्धालु। फिल्मकार सिद्धार्थ अग्रवाल ने गंगासागर से गंगोत्री तक की पैदल यात्रा कर एक डॉक्यूमेंट्री बनाई है। तस्वीर- सिद्धार्थ अग्रवाल
उदयपुर को झीलों का शहर कहा जाता है, लेकिन यहां के झील दिन-ब-दिन खत्म होते जा रहे हैं। तस्वीर- अर्चना सिंह

[वीडियो] उदयपुर का आकर्षण ही बन रहा इसका काल, अधिक पर्यटन से खतरे में यहां के झील और पहाड़

राजस्थान का उदयपुर शहर सदियों से आकर्षण का केंद्र रहा है। अंग्रेज अधिकारियों से लेकर हॉलीवुड के सितारों तक को यह शहर अपनी तरफ आकर्षित करता रहा है। हालांकि, पिछले…
उदयपुर को झीलों का शहर कहा जाता है, लेकिन यहां के झील दिन-ब-दिन खत्म होते जा रहे हैं। तस्वीर- अर्चना सिंह
वर्ष 2020 में मैंग्रोव लगाने की अभियान चलाया गया था। तस्वीर- साबिज बाहिनी

[वीडियो] देखने में अक्षम पर अपने नेतृत्व से गांव को चक्रवात झेलने में बनाया सक्षम

इस साल भारी बारिश से देश के विभिन्न हिस्सों में शहर और गांव बेहाल हैं। चारों तरफ मौसम के मार और उससे होने वाली तकलीफों की चर्चा है। इसी बीच…
वर्ष 2020 में मैंग्रोव लगाने की अभियान चलाया गया था। तस्वीर- साबिज बाहिनी
छोटा नागपुर की पहाड़ियों से निकलकर दामोदर नदी हुगली नदी में जाकर मिलती है। प्रदूषण और बाढ़ की वजह से नदी काफी चर्चित रहती है। तस्वीर- राहुल सिंह

[वीडियो] झारखंड और पश्चिम बंगाल में दामोदर नदी का ‘शोक’ अब भी जारी

दामोदर नदी, झारखंड और पश्चिम बंगाल के करोड़ों लोगों के लिए जीवनरेखा है पर इसे बंगाल के शोक के तौर पर जाना जाता है। दशकों से इस पर काम होने…
छोटा नागपुर की पहाड़ियों से निकलकर दामोदर नदी हुगली नदी में जाकर मिलती है। प्रदूषण और बाढ़ की वजह से नदी काफी चर्चित रहती है। तस्वीर- राहुल सिंह
राजस्थान के जैसलमेर में ऊंट के साथ पालक। राज्य में ऊंट लगातार कम हो रहे हैं। वर्ष 2012 से 2019 के दौरान राजस्थान में ऊंटों की संख्या में 35 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी। तस्वीर- मनोज वसंथ/फ्लिकर

[वीडियो] राजस्थानः ऊंट के संरक्षण के लिए आया कानून ही बन रहा उसकी तबाही की वजह

राजस्थान में ऊंट पालना कभी काफी मुनाफे का सौदा हुआ करता था और ऊंट, संपत्ति की तरह देखे जाते थे। पाली जिले के माधवराम रायका बताते हैं कि उनके पिता…
राजस्थान के जैसलमेर में ऊंट के साथ पालक। राज्य में ऊंट लगातार कम हो रहे हैं। वर्ष 2012 से 2019 के दौरान राजस्थान में ऊंटों की संख्या में 35 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी। तस्वीर- मनोज वसंथ/फ्लिकर
[कॉमेंट्री] मार्फत कामोद सिंह गोंड, मध्य प्रदेश में वन अधिकारों की जमीनी सच्चाई

[कॉमेंट्री] मार्फत कामोद सिंह गोंड, मध्य प्रदेश में वन अधिकारों की जमीनी सच्चाई

50 वर्षीय कामोद सिंह गोंड अब हताश हो चुके हैं। दमोह जिले की तेंदूखेड़ा तहसील के गुबरा गांव के रहने वाले कामोद सिंह का दसियों साल का संघर्ष दाव पर…
[कॉमेंट्री] मार्फत कामोद सिंह गोंड, मध्य प्रदेश में वन अधिकारों की जमीनी सच्चाई
उत्तरप्रदेशः गन्ने की खेती में नई पद्धति अपनाने से हो रहा जल संरक्षण

उत्तरप्रदेशः गन्ने की खेती में नई पद्धति अपनाने से हो रहा जल संरक्षण

उत्तरप्रदेश के बिजनौर जिले के खानपुर गांव के निवासी नरेंद्र कुमार बीते दो दशक से गन्ने की खेती करते हैं। वह कहते हैं, “मेरे पिता ने बेहतर आमदनी के लिए…
उत्तरप्रदेशः गन्ने की खेती में नई पद्धति अपनाने से हो रहा जल संरक्षण
महानदी की कछार पर ताप विद्युत गृह और साथ में धान के खेत। यहां पानी का बेतहाशा इस्तेमाल होता है। तस्वीर- रंजन पांडा

महानदी को लेकर ओडिशा और छत्तीसगढ़ में खींचतान, क्या बच पाएगी नदी?

ओडिशा और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित संबलपुर में हीराकुंड बांध का पानी दोनों राज्यों के लिए खींचतान का विषय बना हुआ है। ओडिशा का आरोप है कि महानदी पर…
महानदी की कछार पर ताप विद्युत गृह और साथ में धान के खेत। यहां पानी का बेतहाशा इस्तेमाल होता है। तस्वीर- रंजन पांडा
महाराष्ट्र के मीठे पानी में मिला रेड इयर्ड स्लाइडर। इसे पालने वाले शौकीन लोग एक समय के बाद अक्सर इसे पास के तालाबों में छोड़ जाते हैं। तस्वीर- राहुल कुलकर्णी

[वीडियो] भारतीय घरों की शान बढ़ाने वाले लाल कान वाले कछुओं का स्याह पक्ष

तकरीबन तीन महीने पहले केरल के थ्रीसुर में छठवीं कक्षा में पढ़ने वाला आदिथ्यान डी ताम्बी को मछली पकड़ने के प्रयास में एक खूबसूरत कछुआ हाथ लग गया। घर जाते…
महाराष्ट्र के मीठे पानी में मिला रेड इयर्ड स्लाइडर। इसे पालने वाले शौकीन लोग एक समय के बाद अक्सर इसे पास के तालाबों में छोड़ जाते हैं। तस्वीर- राहुल कुलकर्णी
बिहार भीषण बाढ़ की चपेट में है, लेकिन इस साल सरकार ने राहत शिविर नहीं बनाए हैं। राहत शिविर न होने की वजह से लोग सड़कों पर रहने को मजबूर हैं। तस्वीर साभार माधव

[वीडियो] क्या बजट की कमी से प्रभावित हो रहा है बिहार का बाढ़ राहत अभियान?

इन दिनों जब हर जगह देश में महाराष्ट्र और दुनिया भर में चीन में आई प्रलयंकारी बाढ़ की चर्चा है। बिहार भी इससे अछूता नहीं है। बिहार सरकार के आपदा…
बिहार भीषण बाढ़ की चपेट में है, लेकिन इस साल सरकार ने राहत शिविर नहीं बनाए हैं। राहत शिविर न होने की वजह से लोग सड़कों पर रहने को मजबूर हैं। तस्वीर साभार माधव
पेंच टाइगर रिजर्व के आस-पास कृषि-वानिकी के लिए तैयार हैं किसान, सबके लिए है फायदे का सौदा

पेंच टाइगर रिजर्व के आस-पास कृषि-वानिकी के लिए तैयार हैं किसान, सबके लिए है फायदे का सौदा

संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2021-2030 को पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली का दशक घोषित किया है। यानी इस दौरान पारिस्थितिकी तंत्र को जो नुकसान हुआ है उसकी भारपाई की कोशिश की…
पेंच टाइगर रिजर्व के आस-पास कृषि-वानिकी के लिए तैयार हैं किसान, सबके लिए है फायदे का सौदा
असम में 2012 में भीषण बाढ़ आई थी। तस्वीर- पत्र सूचना कार्यालय भारत सरकार/विकिमीडिया कॉमन्स

[व्याख्या] क्या है आईपीसीसी एआर-6 और भारत के संदर्भ में इसकी प्रासंगिकता?

जलवायु परिवर्तन पर अंतर-सरकारी पैनल यानी इंटरगवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज (आईपीसीसी) की असेसमेंट रिपोर्ट पर चर्चा शुरू हो गयी है। वर्किंग ग्रुप-1 की बैठक के साथ आईपीसीसी की छठी…
असम में 2012 में भीषण बाढ़ आई थी। तस्वीर- पत्र सूचना कार्यालय भारत सरकार/विकिमीडिया कॉमन्स
उम्मीद की किरण हैं देश के वेटलैंड्स चैंपियन्स की ये कहानियां

[कॉमेंट्री] वेटलैंड चैंपियन्स: उम्मीद की किरणें

वर्ष 1940 में दूसरा विश्व युद्ध खत्म होते ही विज्ञान को एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल मिली। हुआ यह कि सदियों से चली आ रही जानलेवा बीमारी के खिलाफ जंग में…
उम्मीद की किरण हैं देश के वेटलैंड्स चैंपियन्स की ये कहानियां
कोसी के भीमनगर बराज से जुड़ी कटैया विद्युत परियोजना जो बुरी तरह असफल साबित हुई। फोटो- प्रत्यूष सौरभ

बिहारः क्या कोसी वालों के लिए दूसरी आपदा साबित होगी डगमारा परियोजना?

बिहार के कोसी नदी के इलाके में इन दिनों अचानक फिर से डगमारा परियोजना से जुड़ी गतिविधियां तेज हो गयी हैं। लंबे समय से प्रस्तावित 130 मेगावाट क्षमता वाली इस…
कोसी के भीमनगर बराज से जुड़ी कटैया विद्युत परियोजना जो बुरी तरह असफल साबित हुई। फोटो- प्रत्यूष सौरभ
[व्याख्या] जस्ट ट्रांजिशन: जलवायु परिवर्तन की लड़ाई में पीछे छूटते लोगों की वकालत

[व्याख्या] जस्ट ट्रांजिशन: जलवायु परिवर्तन की लड़ाई में पीछे छूटते लोगों को साथ लेकर चलने की कोशिश

जस्ट ट्रांजिशन (जेटी) क्या है? आज के समय की सबसे बड़ी वैश्विक चुनौती है- जलवायु परिवर्तन। इसका असर बढ़ता ही जा रहा है। इस चुनौती से निपटने के लिए कार्बन…
[व्याख्या] जस्ट ट्रांजिशन: जलवायु परिवर्तन की लड़ाई में पीछे छूटते लोगों की वकालत
एक बाघिन के पलायन की कहानी, 99 किलोमीटर की यात्रा का बनाया रिकार्ड

[वीडियो] एक बाघिन के पलायन की कहानी, 99 किलोमीटर की यात्रा का बनाया रिकार्ड

हाल ही में एक बाघिन के द्वारा किया गया इतिहास का सबसे लंबा पलायन का मामला सामने आया है। एक 18 महीने की बाघिन, पन्ना टाइगर रिजर्व के अपने इलाके…
एक बाघिन के पलायन की कहानी, 99 किलोमीटर की यात्रा का बनाया रिकार्ड
फिल्म शेरनी के एक दृष्य में जंगल का मुआयना करती अभिनेत्री विद्या बालन। तस्वीर साभार- शेरनी फिल्म

[साक्षात्कार] संरक्षण और मानव-वन्यजीव टकराव की ओर ध्यान आकर्षित करने का एक गंभीर प्रयास है शेरनी

जंगल और जैव-विविधता के मामले भारत की दुनिया में ख़ास पहचान है। ग्लोबल फॉरेस्ट वॉच संस्था के अनुसार दुनिया के वनस्पतियों और जीवों के कुल दर्ज़ प्रजातियों का लगभग आठ…
फिल्म शेरनी के एक दृष्य में जंगल का मुआयना करती अभिनेत्री विद्या बालन। तस्वीर साभार- शेरनी फिल्म
बाघिन की मृत्यु के दो दिन बाघ पन्ना टाइगर रिजर्व के ग्राउंड स्टाफ को चार शावक मिले। इनके पिता ने इनकी देखभाल की इसलिए शावक तंदरुस्त और खेलते हुए नजर आए। तस्वीर- पन्ना टाइगर रिजर्व

[वीडियो] मां की मृत्यु के बाद अनाथ हुए बाघ के बच्चों को मिल रहा पिता का संरक्षण

मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व में 6 जून को पी243 नामक एक बाघ ने गाय का शिकार किया। सुबह शिकार के बाद दिन भर बाघ उस इलाके में भटकता रहा…
बाघिन की मृत्यु के दो दिन बाघ पन्ना टाइगर रिजर्व के ग्राउंड स्टाफ को चार शावक मिले। इनके पिता ने इनकी देखभाल की इसलिए शावक तंदरुस्त और खेलते हुए नजर आए। तस्वीर- पन्ना टाइगर रिजर्व
छत्तीसगढ़: धान के खेतों में वृक्षारोपण से किसका भला करना चाहती है सरकार!

छत्तीसगढ़: धान के खेतों में वृक्षारोपण से किसका भला करना चाहती है सरकार!

एक तरफ छत्तीसगढ़ में अन्य राज्यों की तरफ खाद्य सुरक्षा का संकट है तो दूसरी तरफ राज्य सरकार किसानों को अपने खेत में वृक्षारोपण करने के लिए प्रोत्साहित कर रही…
छत्तीसगढ़: धान के खेतों में वृक्षारोपण से किसका भला करना चाहती है सरकार!
छत्तीसगढ़: करोड़ों खर्च, क्लोनिंग आदि किए बाद भी नहीं हो पा रहा वनभैंसों का संरक्षण

[वीडियो] छत्तीसगढ़: करोड़ों के खर्च, क्लोनिंग के बाद भी नहीं हो पा रहा वनभैंस का संरक्षण

छत्तीसगढ़ का राजकीय पशु वनभैंस ख़तरे में है। सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी राज्य में वनभैंस की वंश वृद्धि नहीं हो पा रही है। क्लोनिंग से लेकर असम…
छत्तीसगढ़: करोड़ों खर्च, क्लोनिंग आदि किए बाद भी नहीं हो पा रहा वनभैंसों का संरक्षण
कच्छ के रण स्थित बन्नी घास मैदान में भैसों के समूह के साथ मालधारी चरवाहा। तस्वीर- एजेटी जॉनसिंह, डब्लूडब्लूएफ-इंडिया और एनसीएफ

गुजरात: बन्नी घास मैदान से जुड़ी विरासत की लड़ाई में मालधारी समुदाय को मिली जीत

गुजरात के कच्छ के रण स्थित बन्नी घास के मैदान (ग्रासलैंड) को एशिया का सबसे बड़ा ग्रासलैंड कहा जाता है। यह करीब 2500 वर्ग किलोमीटर से भी अधिक क्षेत्र में…
कच्छ के रण स्थित बन्नी घास मैदान में भैसों के समूह के साथ मालधारी चरवाहा। तस्वीर- एजेटी जॉनसिंह, डब्लूडब्लूएफ-इंडिया और एनसीएफ
सैकड़ों किलोमीटर घूमकर पशु चराने वाले राजस्थान के घुमक्कड़ चरवाहे कोविड-19 से हुए हलकान, बीच में छोड़ी यात्रा

[कॉमेंट्री] कोविड-19 और चारे की कमी से परेशान राजस्थान के घुमक्कड़ चरवाहे, बीच में छोड़ी यात्रा

राजस्थान में करीब चार लाख लोग अपनी रोजी-रोटी के लिए चरवाही पर निर्भर हैं। संसाधनों की कमी समेत तमाम चुनौतियों से निपटने में माहिर होने के लिए मशहूर गडरिया समुदाय…
सैकड़ों किलोमीटर घूमकर पशु चराने वाले राजस्थान के घुमक्कड़ चरवाहे कोविड-19 से हुए हलकान, बीच में छोड़ी यात्रा
गंडक नदी में रेत के टापू पर आराप फरमाता एक घड़ियाल। नदी में घड़ियाल संरक्षण की कोशिशें चल रही हैं। वर्ष 2018 में नदी में 211 घड़ियाल पाए गए, जो कि एक समय में विलुप्त होने की कगार पर पहुंच चुके थे। तस्वीर- समीर कुमार सिन्हा

गंडक नदी के घड़ियालों का आशियाना उजाड़ सकता है यह अंतर्राष्ट्रीय जलमार्ग

बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग के केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनसुख मांडविया ने 18 मार्च, 2021 को लोकसभा में यह जानकारी दी थी कि बिहार के सारण जिले के कालू…
गंडक नदी में रेत के टापू पर आराप फरमाता एक घड़ियाल। नदी में घड़ियाल संरक्षण की कोशिशें चल रही हैं। वर्ष 2018 में नदी में 211 घड़ियाल पाए गए, जो कि एक समय में विलुप्त होने की कगार पर पहुंच चुके थे। तस्वीर- समीर कुमार सिन्हा
वन गुर्जर अपने भैंसों के झुंड के साथ। मवेशी चराना इनके जीवन का हिस्सा है। तस्वीर- राधिका गुप्ता।

अपने घर में ही दर-बदर हो गए उत्तराखंड के वन गुर्जर

जंगल की गोद में जन्मे उत्तराखंड के मसरदीन गुर्जर के ऊपर 20 साल पहले विस्थापन की आफत आई। उन्हें अपना घर-बार छोड़कर गैंडीखाता के वीरान स्थान पर विस्थापित कर दिया…
वन गुर्जर अपने भैंसों के झुंड के साथ। मवेशी चराना इनके जीवन का हिस्सा है। तस्वीर- राधिका गुप्ता।
ओडिशा के रायगड़ा के जंगलों में वर्ष 2014 में लगी आग का दृष्य। इस साल भी ओडिशा के सिमलीपाल बायोस्फीयर रिजर्व में लगी आग से मार्च महीने में भारी तबाही मची। तस्वीर- सौरभ चटर्जी/फ्लिकर

साल 2021 वनवासियों पर भारी, कोविड-19 लॉकडाउन के साथ पड़ी जंगल की आग की मार

“जंगल में ऐसी आग इससे पहले कभी नहीं देखी थी। हमारे गांव से 100 मीटर की दूरी पर पेड़-पौधे सब जलते दिख रहे थे। इतना नजदीक कि हम धुएं और…
ओडिशा के रायगड़ा के जंगलों में वर्ष 2014 में लगी आग का दृष्य। इस साल भी ओडिशा के सिमलीपाल बायोस्फीयर रिजर्व में लगी आग से मार्च महीने में भारी तबाही मची। तस्वीर- सौरभ चटर्जी/फ्लिकर

मगध क्षेत्र में विलुप्त होती नदियां, कोर्ट के हस्तक्षेप के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं

अप्रैल में जब गया का तापमान अप्रैल में ही 40 डिग्री सेल्सियस पार कर चुका था और मोबाईल पर कोरोना से बचने के लिए बार-बार हाथ धोने की सलाह दी…
कोविड के साथ राष्ट्रीय कार्यक्रम से जैव-विविधता और इसके संरक्षण की बढ़ी उम्मीद

कोविड के साथ राष्ट्रीय कार्यक्रम से जैव-विविधता और इसके संरक्षण की बढ़ी उम्मीद

जैव-विविधता वैसे तो हमारे जीवन को वृहत्तर तौर पर प्रभावित करती है पर आम-जन में इसकी चर्चा कम ही होती है। जब से कोरोना महामारी ने इंसानी समाज को अपने…
कोविड के साथ राष्ट्रीय कार्यक्रम से जैव-विविधता और इसके संरक्षण की बढ़ी उम्मीद
उदारीकरण के तीस साल: मूलभूत ऊर्जा जरूरतों के लिए संघर्षरत समाज, अभी और बिगड़ेगी स्थिति

उदारीकरण के तीस साल: मूलभूत ऊर्जा जरूरतों के लिए संघर्षरत समाज, अभी और बिगड़ेगी स्थिति

स्वतंत्र भारत के इतिहास में 1991 को एक अहम पड़ाव माना जाता है जब देश ने वैश्विक पूंजी के लिए अपनी अर्थव्यवस्था खोलने की शुरुआत की। तब हक्की बाई करीब…
उदारीकरण के तीस साल: मूलभूत ऊर्जा जरूरतों के लिए संघर्षरत समाज, अभी और बिगड़ेगी स्थिति
[फ़ोटो] पश्चिम बंगाल में गंगा नदी की कटाई से बेहाल हैं लोग

[फ़ोटो] पश्चिम बंगाल में गंगा नदी की हर साल बढ़ती कटाई से बेहाल हैं लोग

मुर्शिदाबाद जिले के धनघरा गांव के लोग पिछले साल आधी रात आए सैलाब को चाहकर भी भूल नहीं पा रहे हैं। गांव वालों पर गंगा का रौद्र रूप कहर बनकर…
[फ़ोटो] पश्चिम बंगाल में गंगा नदी की कटाई से बेहाल हैं लोग
म्यांमार के रास्ते भारत पहुंच रहे विदेशी नस्ल के वन्यजीव, पूर्वोत्तर राज्य बन रहे तस्करी का अड्डा

[वीडियो] म्यांमार के रास्ते भारत पहुंच रहे विदेशी नस्ल के वन्यजीव, पूर्वोत्तर राज्य बन रहे तस्करी का अड्डा

असम के गोलाघाट जिले के घिलाधारी में चुनाव को लेकर चेकपोस्ट पर वाहनों की चेकिंग के दौरान कुछ ऐसा हुआ कि सुरक्षाकर्मी भी चौंक गए। हाल ही में संपन्न विधानसभा…
म्यांमार के रास्ते भारत पहुंच रहे विदेशी नस्ल के वन्यजीव, पूर्वोत्तर राज्य बन रहे तस्करी का अड्डा