Articles by Shailesh Shrivastava

गुजरात की स्वदेशी पाटनवाड़ी भेड़। तस्वीर-अज़रा परवीन रहमान 

गुजरात की स्थानीय पाटनवाड़ी ऊन और भेड़ों की मांग में गिरावट

जब हम गुजरात की देशी नस्ल की भेड़ पाटनवाड़ी की तलाश में निकले, तो हमें कच्छ का वह एक दिन काफी लंबा लगा था। काफी तलाश के बाद हमें कुछ…
गुजरात की स्वदेशी पाटनवाड़ी भेड़। तस्वीर-अज़रा परवीन रहमान 

क्या बाड़ लगाने से कम हो सकता है बांग्लादेश के सुंदरबन में मानव-बाघ संघर्ष?

अधिकारी सुंदरबन में मानव-बाघ संघर्ष से निपटने के लिए एक नए और अनोखे समाधान के साथ आगे आए हैं। वह इस इलाके को नायलॉन की बाड़ लगाकर सुरक्षित बनाने का…

[टिप्पणी] मैंग्रोव के बीच एक यात्रा और उससे मिले जीवन के सबक

जैसे ही मैं मैदान से रिकॉर्डिंग्स को ट्रांसक्रिप्ट करने के लिए बैठी तो यादें ताज़ा हो गईं। चलने के दौरान मेरी भारी सांसों के पीछे मैं केवल "पच-पच " और…
उत्तराखंड के पौड़ी जिले स्थित श्रीनगर वैली का दृश्य। ब्लैक कार्बन अब उच्च हिमालयीय क्षेत्रों में स्थित ग्लेशियरों तक पहुंच रहा है, जिसके कारण ग्लेशियरों के पिघलने की गति बढ़ रही है। तस्वीर- सत्यम कुमार/मोंगाबे

बढ़ते वाहन, जंगल की आग से निकलने वाला ब्लैक कार्बन ग्लेशियरों के लिए बनता बड़ा ख़तरा

ब्लैक कार्बन हाल ही में वैश्विक जलवायु परिवर्तन में एक प्रमुख योगदानकर्ता के रूप में उभर कर सामने आया है, जो संभवतः वैश्विक जलवायु परिवर्तन के मुख्य चालक कार्बन डाइऑक्साइड…
उत्तराखंड के पौड़ी जिले स्थित श्रीनगर वैली का दृश्य। ब्लैक कार्बन अब उच्च हिमालयीय क्षेत्रों में स्थित ग्लेशियरों तक पहुंच रहा है, जिसके कारण ग्लेशियरों के पिघलने की गति बढ़ रही है। तस्वीर- सत्यम कुमार/मोंगाबे
4 अक्टूबर को सिक्किम में जीएलओएफ घटना के बाद बचाव प्रयास। फोटो: प्रेस सूचना ब्यूरो, भारत सरकार

बांध सुरक्षा और पूर्व चेतावनी प्रणाली की अनदेखी ने बनाया सिक्किम की बाढ़ को घातक

साल 2011 में सिक्किम में आए 6.9 तीव्रता के भूकंप की याद में हर साल 18 सितंबर को राज्य में आपदा जोखिम न्यूनीकरण दिवस के रूप में मनाया जाता है।…
4 अक्टूबर को सिक्किम में जीएलओएफ घटना के बाद बचाव प्रयास। फोटो: प्रेस सूचना ब्यूरो, भारत सरकार
कैमरा ट्रैप के माध्यम से ली गई रिबिलिक की तस्वीर। तस्वीर- वन, पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण विभाग, लद्दाख।

अधिक नजर आने लगी है लद्दाख की अनोखी बिल्ली रिबिलिक, क्या बढ़ रही है संख्या

साल 2002 में मैंने एक अनोखा जीव देखा जो दिखने में बिल्ली जैसा था, लेकिन मैंने इसे पहले कभी नहीं देखा था। लद्दाख के एक कारिश्माई जीव के बारे में…
कैमरा ट्रैप के माध्यम से ली गई रिबिलिक की तस्वीर। तस्वीर- वन, पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण विभाग, लद्दाख।
एम.एस. स्वामीनाथन अपनी लायब्रेरी में। तस्वीर-एमएसएसआरएफ/फ़्लिकर

एम. एस. स्वामीनाथन की याद में…

जाने-माने कृषि वैज्ञानिक एम.एस. स्वामीनाथन ने 28 सितंबर को आखिरी सांस ली और इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उन्होंने 7 अगस्त को अपना 98वां जन्मदिन मनाया था। स्वामीनाथन का स्वास्थ्य पिछले कुछ सालों से…
एम.एस. स्वामीनाथन अपनी लायब्रेरी में। तस्वीर-एमएसएसआरएफ/फ़्लिकर

जलवायु परिवर्तन से लड़ने में मदद करते भारत के टाइगर रिज़र्व

नए शोध से पता चलता है कि भारत की बाघ संरक्षण नीति ने न केवल बाघों की आबादी को संरक्षित करने और बढ़ाने में मदद की है, बल्कि इसने जंगल…
दक्षिण सिक्किम के टेमी टी एस्टेट में काम करते चाय बागान कर्मी। रिसर्चर्स का कहना है कि फसलों और खेती से जुड़ी ज्यादातर नीतियां मैदानी क्षेत्रों के हिसाब से होती हैं और इनमें पहाड़ी समुदायों के हितों का ध्यान नहीं रखा जाता है। तस्वीर- आदित्य प्रधान।

पारिस्थितिकी तंत्र की सेवाओं को कैसे देखते हैं स्थानीय लोग, अध्ययनों ने की जानने की कोशिश

पिछले कुछ दशकों में पूरी दुनिया में प्रकृति का संरक्षण प्रकृति की ओर से मिलने वाली पारिस्थितिकी तंत्र की सेवाओं के आर्थिक मूल्यों पर आधारित रहा है। इसके जरिए संरक्षण…
दक्षिण सिक्किम के टेमी टी एस्टेट में काम करते चाय बागान कर्मी। रिसर्चर्स का कहना है कि फसलों और खेती से जुड़ी ज्यादातर नीतियां मैदानी क्षेत्रों के हिसाब से होती हैं और इनमें पहाड़ी समुदायों के हितों का ध्यान नहीं रखा जाता है। तस्वीर- आदित्य प्रधान।
बिछड़ी में ज्यादातर लोग अपना सबसे ज्यादा समय पानी भरने और लाने में बिताते हैं। तस्वीर- शिवा सिंह।

[वीडियो] कारखानों के कचरे से प्रदूषित हुआ राजस्थान का बिछड़ी गांव, 35 साल बाद भी न्याय का इंतजार

बिछड़ी गांव की सड़कों पर चहलकदमी करते हुए आपको ज्यादातर घरों के बाहर रखे या खिड़कियों पर लटके हुए सभी आकार के पानी के कंटेनर दिखाई देंगे। ऐसा ही एक…
बिछड़ी में ज्यादातर लोग अपना सबसे ज्यादा समय पानी भरने और लाने में बिताते हैं। तस्वीर- शिवा सिंह।
नेशनल टाइगर कंजरवेशन अथॉरिटी के अनुसार 2014 में छत्तीसगढ़ में बाघों की संख्या 46 थी, जो 2018 में घट कर 19 और 2022 में 17 रह गई। तस्वीर- आलोक प्रकाश पुतुल/मोंगाबे

खनन की आय की वजह से बाघ संरक्षण से पीछे हट रही है छत्तीसगढ़ सरकार?

छत्तीसगढ़ में बाघों की लगातार कम होती संख्या के बीच, राज्य सरकार ने अपने दो टाइगर रिज़र्व को ठंडे बस्ते में डाल दिया है। बाघों का घर कहे जाने वाले…
नेशनल टाइगर कंजरवेशन अथॉरिटी के अनुसार 2014 में छत्तीसगढ़ में बाघों की संख्या 46 थी, जो 2018 में घट कर 19 और 2022 में 17 रह गई। तस्वीर- आलोक प्रकाश पुतुल/मोंगाबे

दिल्ली में बढ़ती बाढ़ की संभावनाएं और अतिक्रमण से घटती आद्रभूमियाँ

इस साल जुलाई की शुरुआत में दिल्ली के कुछ हिस्सों में कई मीटर तक बाढ़ का पानी भर गया। कई रिपोर्टों में कहा गया कि यमुना नदी को अपना रास्ता…

तस्करी से बचाये वन्यजीवों की बढ़ती संख्या बनी पूर्वोत्तर राज्यों के लिए समस्या

भारत के पूर्वोत्तर राज्य तस्करों से बरामद किए गए विदेशी जानवरों और बचाए गए देशी वन्यजीवों के आवास और उचित रखरखाव के लिए संसाधनों के अभाव का सामना कर रहे…
इस रिवरफ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के जरिए जम्मू-कश्मीर में तवी नदी को रोजगार के खास मौके पैदा करने वाली बनाया जाएगा। तस्वीर- पॉल ला पोर्टे/विकीमीडिया कॉम्नस।

जम्मू के तवी रिवरफ्रंट प्रोजेक्ट से हो सकता है नदी को नुकसान, पर्यावरणविदों ने जताई चिंता

जम्मू-कश्मीर में सरकार की ओर से बनाए जा रहे तवी रिवरफ्रंट को लेकर पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने भी चिंता जताई है कि इससे पर्यावरण को खतरा है और जलवायु परिवर्तन के…
इस रिवरफ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के जरिए जम्मू-कश्मीर में तवी नदी को रोजगार के खास मौके पैदा करने वाली बनाया जाएगा। तस्वीर- पॉल ला पोर्टे/विकीमीडिया कॉम्नस।
एव्स द्वीस पर पाए गए प्लास्टीग्लोमेरेट में मिले ग्रीन प्लास्टिक फ्रैगमेंट का सबूत। तस्वीर- प्रसून गोस्वामी और पुण्यस्लोके भादुरी।

अंडमान द्वीप समूह में मिले प्लास्टिक-रॉक हाइब्रिड, प्लास्टिक प्रदूषण का बेहद नया रूप

कोलकाता स्थित इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड रिसर्च ने अपनी एक स्टडी में अंडमान द्वीप समूह के एव्स (Aves) द्वीप प्लीस्टीग्लोमेरेट्स की मौजूदगी की पुष्टि की है। जिन सैंपल का…
एव्स द्वीस पर पाए गए प्लास्टीग्लोमेरेट में मिले ग्रीन प्लास्टिक फ्रैगमेंट का सबूत। तस्वीर- प्रसून गोस्वामी और पुण्यस्लोके भादुरी।
डॉ. अजय माथुर, अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) के महानिदेशक। तस्वीर- अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए)

[साक्षात्कार] सौर क्षेत्र में निवेश का झुकाव चीन और ओईसीडी देशों की ओर है: आईएसए प्रमुख अजय माथुर

भारत के ऊर्जा परिवर्तन में सौर ऊर्जा का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। पिछले दशक में, सोलर फोटोवोल्टिक (पीवी) की संचयी वैश्विक क्षमता लगभग 942 गीगावॉट तक पहुंच गई है। लेकिन…
डॉ. अजय माथुर, अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) के महानिदेशक। तस्वीर- अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए)

जहरीली हवा के बीच काम करने को मजबूर होम डिलीवरी के बाइक चालक: स्टडी

अट्ठाइस साल के रोहित विश्वास की कोविड-19 महामारी के दौरान मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव की नौकरी चली गई। इसके बाद उन्होंने 2021 में एक किराना डिलीवरी ऐप के लिए डिलीवरी करने का…

जम्मू-कश्मीर के जलाशयों में माइक्रोप्लास्टिक, इंसान और पर्यावरण के लिए बड़ा खतरा

जम्मू और कश्मीर में किया गया एक नया अध्ययन प्लास्टिक प्रदूषण की गंभीरता की तरफ इशारा करता है। अध्ययन में स्थानीय तौर पर व्येथ के नाम से जानी जाने वाली…
जम्मू में महिलाओं को पानी लाने के लिए पहाड़ी पर काफी ऊपर तक जाना पड़ता है। तस्वीर- आलोक पठानिया

जम्मू के जिलों में बढ़ते तापमान से स्थानीय जनजातियों की आजीविका को खतरा

जम्मू यूनिवर्सिटी के भूगोल विभाग की एक रिसर्च टीम ने जलवायु परिवर्तन से पड़ने वाले प्रभाव के आधार पर जम्मू और कश्मीर में जम्मू प्रांत के 10 जिलों की रैंकिंग…
जम्मू में महिलाओं को पानी लाने के लिए पहाड़ी पर काफी ऊपर तक जाना पड़ता है। तस्वीर- आलोक पठानिया
युवा जलवायु इंटर्नशिप सत्र के दौरान तटीय खतरों पर चर्चा करते प्रतिभागी। तस्वीर- अपर्णा गणेशन।

चेन्नई में पर्यावरण और जलवायु साक्षरता बेहतर कर रहा प्रकृति-आधारित पढ़ाई का तरीका

प्रकृतिवादी, शिक्षक और कार्यकर्ता, युवान एवेस बच्चों के 18 सदस्यीय समूह के साथ तमिलनाडु के चेन्नई में इलियट समुद्र तट के किनारे घूम रहे हैं। वह बच्चों को एक सीप…
युवा जलवायु इंटर्नशिप सत्र के दौरान तटीय खतरों पर चर्चा करते प्रतिभागी। तस्वीर- अपर्णा गणेशन।
2022 में कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़े जाने के लिए तैयार रेडियो कॉलर वाला नामीबियाई चीता। तस्वीर- चीता कंजर्वेशन फंड।

नमी और मौसम के हालात से जूझ रहे कूनो नेशनल पार्क में लाए गए चीते

पिछली तीन मौतें एक महीने से कुछ ज्यादा वक्त के दरम्यान हुईं। इन मौतों की वजह चीतों के रेडियो कॉलर के नीचे घावों में अंडे देने वाले कीड़ों और सेप्टीसीमिया…
2022 में कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़े जाने के लिए तैयार रेडियो कॉलर वाला नामीबियाई चीता। तस्वीर- चीता कंजर्वेशन फंड।
कश्मीर के किसानों ने जंगली सूअरों को दूर रखने और अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए अपने खेतों में लोगों को तैनात किया है। तस्वीर- आकिब हुसैन 

कश्मीर में जंगली सूअरों की वापसी से हंगुल के निवास स्थान और फसल खतरे में

कश्मीर में 30 साल बाद 2013 में, जंगली सूअर फिर से सामने आए और तब से उनकी संख्या बढ़ती जा रही है। इससे स्थानीय निवासियों और वन्यजीव विशेषज्ञों में चिंता…
कश्मीर के किसानों ने जंगली सूअरों को दूर रखने और अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए अपने खेतों में लोगों को तैनात किया है। तस्वीर- आकिब हुसैन 
स्यूसाल गांव के लोगों ने अपने गांव में प्लास्टिक डिस्पोजेबल के इस्तेमाल को पूर्ण रूप से बंद कर दिया है। अब गांव में होने वाले किसी भी छोटे या बड़े समारोह में प्लास्टिक के दोने, प्लेट और ग्लास के स्थान पर स्टील के बर्तनों का इस्तेमाल किया जाता है। तस्वीर- सत्यम कुमार/मोंगाबे

प्लास्टिक कचरे का स्थानीय स्तर पर समाधान ढूंढते उत्तराखंड के गांव

भीम सिंह रावत (41) उत्तराखंड के पौड़ी जिला मुख्यालय से लगभग 150 किमी दूर थलीसैण विकास खंड के स्यूसाल गांव के रहने वाले हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में नौकरी करने…
स्यूसाल गांव के लोगों ने अपने गांव में प्लास्टिक डिस्पोजेबल के इस्तेमाल को पूर्ण रूप से बंद कर दिया है। अब गांव में होने वाले किसी भी छोटे या बड़े समारोह में प्लास्टिक के दोने, प्लेट और ग्लास के स्थान पर स्टील के बर्तनों का इस्तेमाल किया जाता है। तस्वीर- सत्यम कुमार/मोंगाबे
ताड़ के पत्तों से बने नर्सरी बैग लिए हुए महिलाएं। तस्वीर- बालाजी वेदराजन।

मैंग्रोव रोपाई के लिए प्लास्टिक की जगह लेते ताड़ के पत्तों से बने नर्सरी बैग

फूस से बनी अपनी झोपड़ी के पास बैठकर, अचिक्कन्नु मछली पकड़ने के टूटे हुए जाल से बने बाड़ पर रखे ताड़ के सूखे पत्ते (बोरासस फ्लेबेलिफ़र) की तरफ हाथ बढ़ाती…
ताड़ के पत्तों से बने नर्सरी बैग लिए हुए महिलाएं। तस्वीर- बालाजी वेदराजन।
खेत में मिलेट्स निकालती एक महिला किसान। तस्वीर- वर्षा सिंह/मोंगाबे

उत्तराखंडः आहार संस्कृति, कृषि विविधता और आजीविका से जुडा गढ़भोज अभियान

मंडुवे की रोटी, गहत की दाल, लिंगुड़े की भुज्जी, लाल भात, रायते में जख्या का तडका। देहरादून के 40 वीं वाहिनी पीएसी की पुलिस कैंटीन में जवान पूरी गर्मजोशी के…
खेत में मिलेट्स निकालती एक महिला किसान। तस्वीर- वर्षा सिंह/मोंगाबे

देश के सर्वाधिक प्रदूषित क्षेत्रों के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड नहीं कर रहे फंड का पूरा इस्तेमाल: रिपोर्ट

सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च (सीपीआर) की हालिया रिपोर्ट से पता चलता है कि गंभीर वायु प्रदूषण का सामना करने वाले सिंधु-गंगा के मैदान में 10 राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों के…

[टिप्पणी] आरबीआई की रिपोर्ट भविष्य में भारत की निम्न-कार्बन अर्थव्यवस्था की कल्पना करती है

साल 2070 तक नेट जीरो उत्सर्जन हासिल करने का भारत का लक्ष्य नीति निर्माताओं के लिए वित्तीय प्रणाली के संभावित जोखिमों और आवश्यक नीति सुधारों के संबंध में महत्वपूर्ण प्रश्न…
विभिन्न प्रकार के रुगड़ा मशरूम। तस्वीर- विशेष प्रबंध

रुगड़ा: आदिवासियों के पोषण का बड़ा जरिया लेकिन बदलते मौसम से उत्पादन पर दबाव

अगस्त महीने के शुरुआती सोमवार का दिन था। झारखण्ड के रांची जिले में साल के जंगल के किनारे बसे तेतरी गांव की रहने वाली अंजली लकड़ा (38) अचानक से पेड़ों…
विभिन्न प्रकार के रुगड़ा मशरूम। तस्वीर- विशेष प्रबंध
शहरी खेती को बढ़ावा देने के लिए छत पर की जाने वाली खेती। तस्वीर - Maheshcm76/विकिमीडिया कॉमन्स

कार्बन उत्सर्जन कम करने में महत्वपूर्ण है शहरी और कस्बाई खेती की भूमिका

कृषि कीटविज्ञानी (एंटोमोलोजिस्ट) राजेंद्र हेगड़े (53) बेंगलुरु में कुछ-कुछ हफ्तों में एक बड़ी सभा को संबोधित करते रहे हैं। अपनी इस सभा में वह लोगों के सामने एक प्रस्ताव रखते…
शहरी खेती को बढ़ावा देने के लिए छत पर की जाने वाली खेती। तस्वीर - Maheshcm76/विकिमीडिया कॉमन्स
कर्नाटक के बेल्लारी में थर्मल पॉवर प्लांट। तस्वीर- प्रणव कुमार/मोंगाबे।

ग्रीन क्रेडिट से पर्यावरण संरक्षण को प्रोत्साहन, लेकिन चाहिए मजबूत नियामक तंत्र

केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने टिकाऊ विकास और पर्यावरण संरक्षण को आगे बढ़ाने के लिए "ग्रीन क्रेडिट" स्कीम का प्रस्ताव तैयार किया है। इसके तहत व्यक्ति, संगठन और उद्योग पर्यावरण के…
कर्नाटक के बेल्लारी में थर्मल पॉवर प्लांट। तस्वीर- प्रणव कुमार/मोंगाबे।