Categories for वन्य जीव एवं जैव विविधता

पिछले दो दशकों में उत्तराखंड ने 1,200 से अधिक तेंदुओं को खोया है। तस्वीर- डेविड राजू/विकिमीडिया कॉमन्स

उत्तराखंड में तेंदुओं के साथ जीवन और जिम कार्बेट की विरासत

लगभग सौ साल पुरानी बात है। एक आदमखोर तेंदुए ने रुद्रप्रयाग के क्षेत्र में भारी तबाही मचा रखी थी। आठ साल में कम से कम 125 लोगों की जान लेने…
पिछले दो दशकों में उत्तराखंड ने 1,200 से अधिक तेंदुओं को खोया है। तस्वीर- डेविड राजू/विकिमीडिया कॉमन्स
बाघ की तलाश में हाथी के साथ महावत। बाघ वाले जंगल में गश्ती के लिए हाथी बेहद जरूरी है। तस्वीर- कल्याण वर्मा/विकिमीडिया कॉमन्स

[वीडियो] मध्यप्रदेश में पालतू हाथियों की कमी से बाघ संरक्षण में आ रही हैं मुश्किलें

इस साल जनवरी में एक बाघ मध्य प्रदेश के हरदा जिले स्थित केलझिरी वन के एक गांव में घुस आया। तीन दिन में ही बाघ ने इंसानों पर तीन बार…
बाघ की तलाश में हाथी के साथ महावत। बाघ वाले जंगल में गश्ती के लिए हाथी बेहद जरूरी है। तस्वीर- कल्याण वर्मा/विकिमीडिया कॉमन्स
समुद्री स्पंज (Porifera sp.) तस्वीर- सारंग नायक

मुंबई की चकाचौंध में छिप जाता है शहर का यह खूबसूरत पक्ष

हम समूह में खड़े थे और समुद्र से निकलने वाली एक तेज गंध हमें बेचैन कर रही थी। हमें यात्रा की शुरुआत के पहले यह समझाया जा रहा था कि…
समुद्री स्पंज (Porifera sp.) तस्वीर- सारंग नायक
राजस्थान के जैसलमेर में ऊंट के साथ पालक। राज्य में ऊंट लगातार कम हो रहे हैं। वर्ष 2012 से 2019 के दौरान राजस्थान में ऊंटों की संख्या में 35 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी। तस्वीर- मनोज वसंथ/फ्लिकर

[वीडियो] राजस्थानः ऊंट के संरक्षण के लिए आया कानून ही बन रहा उसकी तबाही की वजह

राजस्थान में ऊंट पालना कभी काफी मुनाफे का सौदा हुआ करता था और ऊंट, संपत्ति की तरह देखे जाते थे। पाली जिले के माधवराम रायका बताते हैं कि उनके पिता…
राजस्थान के जैसलमेर में ऊंट के साथ पालक। राज्य में ऊंट लगातार कम हो रहे हैं। वर्ष 2012 से 2019 के दौरान राजस्थान में ऊंटों की संख्या में 35 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी। तस्वीर- मनोज वसंथ/फ्लिकर
हसदेव अरण्य को हाथियों का घर कहा जाता है। यह करीब 1,70,000 हेक्टेयर में फैला जैव विविधता से भरा हुआ जंगल है। तस्वीर- आलोक प्रकाश पुतुल

[वीडियो] छत्तीसगढ़ के जंगलों में हाथियों के लिए छोड़ा जा रहा धान, जानकारों को अजीब लग रहा यह फैसला

सरगुजा ज़िले के मैनपाट के बरपारा के लोकनाथ यादव अपने टूटे हुए घर के सामने खड़े हो कर यही सोच रहे हैं कि अब इस बरसात में टूटे घर की…
हसदेव अरण्य को हाथियों का घर कहा जाता है। यह करीब 1,70,000 हेक्टेयर में फैला जैव विविधता से भरा हुआ जंगल है। तस्वीर- आलोक प्रकाश पुतुल
ग्रीन पावर कंपनियों द्वारा ओरण में चल रहे कामकाज का ग्रामीण विरोध कर रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि यहां बीते डेढ़ साल से कई सोलर कंपनियां ओरण के मायने बदलने की ही कोशिश कर रही हैं। तस्वीर- सुमेर सिंह भाटी

[वीडियो] ‘ग्रीन पावर’ से राजस्थान के ओरण और गोडावण के अस्तित्व को खतरा

‘ओरण उपजै औषधी, ओरण लाभ अनेक, ओरण बचावण आवसक, निश्चै कारज नैक।‘  यानी ओरण के अंदर कई प्रकार की औषधियां उत्पन्न होती है। ओरण के अनेक लाभ हैं। ओरण को…
ग्रीन पावर कंपनियों द्वारा ओरण में चल रहे कामकाज का ग्रामीण विरोध कर रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि यहां बीते डेढ़ साल से कई सोलर कंपनियां ओरण के मायने बदलने की ही कोशिश कर रही हैं। तस्वीर- सुमेर सिंह भाटी
महाराष्ट्र के मीठे पानी में मिला रेड इयर्ड स्लाइडर। इसे पालने वाले शौकीन लोग एक समय के बाद अक्सर इसे पास के तालाबों में छोड़ जाते हैं। तस्वीर- राहुल कुलकर्णी

[वीडियो] भारतीय घरों की शान बढ़ाने वाले लाल कान वाले कछुओं का स्याह पक्ष

तकरीबन तीन महीने पहले केरल के थ्रीसुर में छठवीं कक्षा में पढ़ने वाला आदिथ्यान डी ताम्बी को मछली पकड़ने के प्रयास में एक खूबसूरत कछुआ हाथ लग गया। घर जाते…
महाराष्ट्र के मीठे पानी में मिला रेड इयर्ड स्लाइडर। इसे पालने वाले शौकीन लोग एक समय के बाद अक्सर इसे पास के तालाबों में छोड़ जाते हैं। तस्वीर- राहुल कुलकर्णी
छत्तीसगढ़ में 2014 की गणना में राज्य में 46 बाघ थे, जबकि 2018 की गणना में लगभग 19 बाघों के होने का अनुमान है। तस्वीर- पर्यटन विभाग, छत्तीसगढ़

[वीडियो] छत्तीसगढ़ में बाघ संरक्षण की बढ़ती चुनौती: राज्य के तीनों टाइगर रिजर्व अब माओवादी क्षेत्र में

छत्तीसगढ़ के अचानकमार टाइगर रिजर्व में भी अब माओवादी गतिविधियों का ख़तरा मंडराने लगा है।  केंद्र सरकार ने हाल ही में राज्य के मुंगेली को माओवाद प्रभावित ज़िलों में शामिल…
छत्तीसगढ़ में 2014 की गणना में राज्य में 46 बाघ थे, जबकि 2018 की गणना में लगभग 19 बाघों के होने का अनुमान है। तस्वीर- पर्यटन विभाग, छत्तीसगढ़
पेंच टाइगर रिजर्व के आस-पास कृषि-वानिकी के लिए तैयार हैं किसान, सबके लिए है फायदे का सौदा

पेंच टाइगर रिजर्व के आस-पास कृषि-वानिकी के लिए तैयार हैं किसान, सबके लिए है फायदे का सौदा

संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2021-2030 को पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली का दशक घोषित किया है। यानी इस दौरान पारिस्थितिकी तंत्र को जो नुकसान हुआ है उसकी भारपाई की कोशिश की…
पेंच टाइगर रिजर्व के आस-पास कृषि-वानिकी के लिए तैयार हैं किसान, सबके लिए है फायदे का सौदा
उम्मीद की किरण हैं देश के वेटलैंड्स चैंपियन्स की ये कहानियां

[कॉमेंट्री] वेटलैंड चैंपियन्स: उम्मीद की किरणें

वर्ष 1940 में दूसरा विश्व युद्ध खत्म होते ही विज्ञान को एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल मिली। हुआ यह कि सदियों से चली आ रही जानलेवा बीमारी के खिलाफ जंग में…
उम्मीद की किरण हैं देश के वेटलैंड्स चैंपियन्स की ये कहानियां
एक बाघिन के पलायन की कहानी, 99 किलोमीटर की यात्रा का बनाया रिकार्ड

[वीडियो] एक बाघिन के पलायन की कहानी, 99 किलोमीटर की यात्रा का बनाया रिकार्ड

हाल ही में एक बाघिन के द्वारा किया गया इतिहास का सबसे लंबा पलायन का मामला सामने आया है। एक 18 महीने की बाघिन, पन्ना टाइगर रिजर्व के अपने इलाके…
एक बाघिन के पलायन की कहानी, 99 किलोमीटर की यात्रा का बनाया रिकार्ड
लाखों वर्ष से आपदा झेलकर जीवित रहे कीट, एकबार फिर मंडरा रहा खतरा

[वीडियो] लाखों वर्ष से आपदा झेलकर जीवित रहे कीट, एकबार फिर मंडरा रहा खतरा

करीब 5000 लाख वर्ष पहले धरती पर कई उल्लेखनीय परिवर्तन हुए जिन्हें कैम्ब्रियन एक्सप्लोजन कहा जाता है। इस वजह से जीवन के कई स्वरूप सामने आए, जिनमें कुछ बहुत ही…
लाखों वर्ष से आपदा झेलकर जीवित रहे कीट, एकबार फिर मंडरा रहा खतरा
चाय बागान में हाथी। तस्वीर- अंशुमा बासुमतारी

चाय की प्याली से जुड़ा है हाथियों का संरक्षण

भारत और भूटान की अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगा 40-एकड़ में फैला है तेंजिंग बोडोसा का चाय बागान। इसे पहली नजर में देखकर असम के तमाम चाय बागानों जैसा एक और…
चाय बागान में हाथी। तस्वीर- अंशुमा बासुमतारी
फिल्म शेरनी के एक दृष्य में जंगल का मुआयना करती अभिनेत्री विद्या बालन। तस्वीर साभार- शेरनी फिल्म

[साक्षात्कार] संरक्षण और मानव-वन्यजीव टकराव की ओर ध्यान आकर्षित करने का एक गंभीर प्रयास है शेरनी

जंगल और जैव-विविधता के मामले भारत की दुनिया में ख़ास पहचान है। ग्लोबल फॉरेस्ट वॉच संस्था के अनुसार दुनिया के वनस्पतियों और जीवों के कुल दर्ज़ प्रजातियों का लगभग आठ…
फिल्म शेरनी के एक दृष्य में जंगल का मुआयना करती अभिनेत्री विद्या बालन। तस्वीर साभार- शेरनी फिल्म
बाघिन की मृत्यु के दो दिन बाघ पन्ना टाइगर रिजर्व के ग्राउंड स्टाफ को चार शावक मिले। इनके पिता ने इनकी देखभाल की इसलिए शावक तंदरुस्त और खेलते हुए नजर आए। तस्वीर- पन्ना टाइगर रिजर्व

[वीडियो] मां की मृत्यु के बाद अनाथ हुए बाघ के बच्चों को मिल रहा पिता का संरक्षण

मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व में 6 जून को पी243 नामक एक बाघ ने गाय का शिकार किया। सुबह शिकार के बाद दिन भर बाघ उस इलाके में भटकता रहा…
बाघिन की मृत्यु के दो दिन बाघ पन्ना टाइगर रिजर्व के ग्राउंड स्टाफ को चार शावक मिले। इनके पिता ने इनकी देखभाल की इसलिए शावक तंदरुस्त और खेलते हुए नजर आए। तस्वीर- पन्ना टाइगर रिजर्व
क्या तराई क्षेत्र में बढ़ रही है गिद्धों की संख्या?

क्या तराई क्षेत्र में बढ़ रही है गिद्धों की संख्या?

पांच साल पहले तक गिद्धों की घटती संख्या सबके लिए चिंता की बात थी। गिद्धों की संख्या सन 1980 तक भारत में चार करोड़ से भी ऊपर थी लेकिन 2017…
क्या तराई क्षेत्र में बढ़ रही है गिद्धों की संख्या?
छत्तीसगढ़: करोड़ों खर्च, क्लोनिंग आदि किए बाद भी नहीं हो पा रहा वनभैंसों का संरक्षण

[वीडियो] छत्तीसगढ़: करोड़ों के खर्च, क्लोनिंग के बाद भी नहीं हो पा रहा वनभैंस का संरक्षण

छत्तीसगढ़ का राजकीय पशु वनभैंस ख़तरे में है। सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी राज्य में वनभैंस की वंश वृद्धि नहीं हो पा रही है। क्लोनिंग से लेकर असम…
छत्तीसगढ़: करोड़ों खर्च, क्लोनिंग आदि किए बाद भी नहीं हो पा रहा वनभैंसों का संरक्षण
गंगोत्री नेशनल पार्क में लगे कैमरा ट्रैप में कैद कस्तूरी मृग की तस्वीर (बाएं) और पहाड़ियों में स्वच्छंद विचरण करता भरल। तस्वीर- डब्लूआईआई और रंजना पाल

उत्तराखंड: कैमरा ट्रैप से मिला कस्तूरी मृग और भरल की गिनती का तरीका

देश में बाघों और हाथियों की गणना तो की जाती है। लेकिन बहुत से वन्यजीव ऐसे हैं जिनकी संख्या और मौजूदा स्थिति का हमें ठीक-ठीक अनुमान नहीं है। उच्च हिमालयी…
गंगोत्री नेशनल पार्क में लगे कैमरा ट्रैप में कैद कस्तूरी मृग की तस्वीर (बाएं) और पहाड़ियों में स्वच्छंद विचरण करता भरल। तस्वीर- डब्लूआईआई और रंजना पाल
कच्छ के रण स्थित बन्नी घास मैदान में भैसों के समूह के साथ मालधारी चरवाहा। तस्वीर- एजेटी जॉनसिंह, डब्लूडब्लूएफ-इंडिया और एनसीएफ

गुजरात: बन्नी घास मैदान से जुड़ी विरासत की लड़ाई में मालधारी समुदाय को मिली जीत

गुजरात के कच्छ के रण स्थित बन्नी घास के मैदान (ग्रासलैंड) को एशिया का सबसे बड़ा ग्रासलैंड कहा जाता है। यह करीब 2500 वर्ग किलोमीटर से भी अधिक क्षेत्र में…
कच्छ के रण स्थित बन्नी घास मैदान में भैसों के समूह के साथ मालधारी चरवाहा। तस्वीर- एजेटी जॉनसिंह, डब्लूडब्लूएफ-इंडिया और एनसीएफ
सैकड़ों किलोमीटर घूमकर पशु चराने वाले राजस्थान के घुमक्कड़ चरवाहे कोविड-19 से हुए हलकान, बीच में छोड़ी यात्रा

[कॉमेंट्री] कोविड-19 और चारे की कमी से परेशान राजस्थान के घुमक्कड़ चरवाहे, बीच में छोड़ी यात्रा

राजस्थान में करीब चार लाख लोग अपनी रोजी-रोटी के लिए चरवाही पर निर्भर हैं। संसाधनों की कमी समेत तमाम चुनौतियों से निपटने में माहिर होने के लिए मशहूर गडरिया समुदाय…
सैकड़ों किलोमीटर घूमकर पशु चराने वाले राजस्थान के घुमक्कड़ चरवाहे कोविड-19 से हुए हलकान, बीच में छोड़ी यात्रा
गंडक नदी में रेत के टापू पर आराप फरमाता एक घड़ियाल। नदी में घड़ियाल संरक्षण की कोशिशें चल रही हैं। वर्ष 2018 में नदी में 211 घड़ियाल पाए गए, जो कि एक समय में विलुप्त होने की कगार पर पहुंच चुके थे। तस्वीर- समीर कुमार सिन्हा

गंडक नदी के घड़ियालों का आशियाना उजाड़ सकता है यह अंतर्राष्ट्रीय जलमार्ग

बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग के केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनसुख मांडविया ने 18 मार्च, 2021 को लोकसभा में यह जानकारी दी थी कि बिहार के सारण जिले के कालू…
गंडक नदी में रेत के टापू पर आराप फरमाता एक घड़ियाल। नदी में घड़ियाल संरक्षण की कोशिशें चल रही हैं। वर्ष 2018 में नदी में 211 घड़ियाल पाए गए, जो कि एक समय में विलुप्त होने की कगार पर पहुंच चुके थे। तस्वीर- समीर कुमार सिन्हा
उत्तरप्रदेश के कुछ जिलों में श्रिम्प पालन का काम शुरुआ हुआ है। तस्वीर: जज फ़्लोरो/ विकिमीडिया कॉमनस

उत्तर प्रदेश में होने लगा श्रिम्प-पालन, मिल सकता है स्थानीय लोगों को रोजगार

कुछ सालों पहले, उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के रहने वाले कमल कुमार केशवानी ने सरकारी परियोजना के तहत श्रिम्प-पालन की शुरुआत की थी। ऐसे जीव का पालन जो मूलतः…
उत्तरप्रदेश के कुछ जिलों में श्रिम्प पालन का काम शुरुआ हुआ है। तस्वीर: जज फ़्लोरो/ विकिमीडिया कॉमनस
वन गुर्जर अपने भैंसों के झुंड के साथ। मवेशी चराना इनके जीवन का हिस्सा है। तस्वीर- राधिका गुप्ता।

अपने घर में ही दर-बदर हो गए उत्तराखंड के वन गुर्जर

जंगल की गोद में जन्मे उत्तराखंड के मसरदीन गुर्जर के ऊपर 20 साल पहले विस्थापन की आफत आई। उन्हें अपना घर-बार छोड़कर गैंडीखाता के वीरान स्थान पर विस्थापित कर दिया…
वन गुर्जर अपने भैंसों के झुंड के साथ। मवेशी चराना इनके जीवन का हिस्सा है। तस्वीर- राधिका गुप्ता।
जंगल-जंगल घूम सकेंगे छत्तीसगढ़ के वन्यजीव, तैयार होगा हरा-भरा वन गलियारा

जंगल-जंगल घूम सकेंगे छत्तीसगढ़ के वन्यजीव, तैयार होगा हरा-भरा वन गलियारा

वाइल्डलाइफ कॉरीडोर यानी दो बड़े जंगलों को जोड़ने वाला एक ऐसा वन गलियारा जिससे होकर जानवर आसानी से एक से दूसरे जंगल में जा सकें। इस गलियारे में जंगल जैसा…
जंगल-जंगल घूम सकेंगे छत्तीसगढ़ के वन्यजीव, तैयार होगा हरा-भरा वन गलियारा
कोविड के साथ राष्ट्रीय कार्यक्रम से जैव-विविधता और इसके संरक्षण की बढ़ी उम्मीद

कोविड के साथ राष्ट्रीय कार्यक्रम से जैव-विविधता और इसके संरक्षण की बढ़ी उम्मीद

जैव-विविधता वैसे तो हमारे जीवन को वृहत्तर तौर पर प्रभावित करती है पर आम-जन में इसकी चर्चा कम ही होती है। जब से कोरोना महामारी ने इंसानी समाज को अपने…
कोविड के साथ राष्ट्रीय कार्यक्रम से जैव-विविधता और इसके संरक्षण की बढ़ी उम्मीद
कतरनियाघाट में रह रहे घड़ियालों के निवास पर हरियाली का छापा

कतरनियाघाट में रह रहे घड़ियालों के निवास पर हरियाली का छापा

उत्तर प्रदेश और नेपाल सीमा से सटे कतरनियाघाट वन्यजीव अभ्यारण्य के समीप से गुजरती गिरवा नदी के बहाव में कमी आयी और इसके किनारे हरियाली उग आई। यूं तो हरियाली…
कतरनियाघाट में रह रहे घड़ियालों के निवास पर हरियाली का छापा
क्या आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस के प्रयोग से बदलेगी उत्तराखंड वन्यजीव संरक्षण की तस्वीर!

क्या आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस के प्रयोग से बदलेगी उत्तराखंड वन्यजीव संरक्षण की तस्वीर!

उच्च हिमालयी क्षेत्र में पाया जाने वाला हिम तेंदुआ जितना शर्मीला है, उसकी पहचान उतनी ही मुश्किल है। यह जीव पर्यावरण से जुड़े बदलते परिवेश और शिकार जैसे कई चुनौतियों…
क्या आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस के प्रयोग से बदलेगी उत्तराखंड वन्यजीव संरक्षण की तस्वीर!
सज्जनगढ़ बायोलाजिकल पार्क, उदयपुर में आराम करता एक मगरमच्छ

पानी में बिना किसी टकराव के कैसे साथ रह लेते हैं घड़ियाल और मगरमच्छ

जब दो बराबर के जीवों का ठिकाना एक ही हो। आमना-सामना होता हो और मौजूदा संसाधनों में दोनों को हिस्सा चाहिए हो तो टकराव होना सामान्य हो जाता है। इस…
सज्जनगढ़ बायोलाजिकल पार्क, उदयपुर में आराम करता एक मगरमच्छ
म्यांमार के रास्ते भारत पहुंच रहे विदेशी नस्ल के वन्यजीव, पूर्वोत्तर राज्य बन रहे तस्करी का अड्डा

[वीडियो] म्यांमार के रास्ते भारत पहुंच रहे विदेशी नस्ल के वन्यजीव, पूर्वोत्तर राज्य बन रहे तस्करी का अड्डा

असम के गोलाघाट जिले के घिलाधारी में चुनाव को लेकर चेकपोस्ट पर वाहनों की चेकिंग के दौरान कुछ ऐसा हुआ कि सुरक्षाकर्मी भी चौंक गए। हाल ही में संपन्न विधानसभा…
म्यांमार के रास्ते भारत पहुंच रहे विदेशी नस्ल के वन्यजीव, पूर्वोत्तर राज्य बन रहे तस्करी का अड्डा