भारत में हुए एक नए शोध से पता चलता है कि रिहायशी इलाकों के आसपास रहने वाले मगरमच्छों (मगर) में तनाव का स्तर, कम रिहायशी या उनके लिए कम संघर्षपूर्ण…
यह रिपोर्ट देश के विभिन्न राष्ट्रीय जलमार्गों पर मोंगाबे हिंदी की सीरीज का पहला भाग है। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से करीब 120 किमी दूर स्थित औद्योगिक नगरी हल्दिया…
कर्नाटक के बेलगावी शहर के पास अलरवाड़ा गांव में, एक युवा किसान श्रीधर जयगौड़ा धान की मानसून की फसल की तैयारी कर रहे हैं। उनके परिवार ने हाल ही में…
पूर्वोत्तर राज्य असम में मानव-हाथी संघर्ष बार-बार होने वाली घटना है। राज्य में सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में उदलगुरी जिले का धनशिरी वन्यजीव प्रभाग है। यहां मानव-वन्यजीव संघर्ष की स्थिति…
डिजाइनर गौतम गुप्ता के दक्षिण दिल्ली के आलीशान स्टूडियो की दूसरी मंजिल पर ग्राहकों की भीड़ कपड़ों के ढेर में से सबसे ट्रेंडी कपड़ों की तलाश कर रही है। इसके…
टारेंटयुला, एक बालों से भरी निशाचर मकड़ी है। इसका काटना बेहद दर्दनाक हो सकता है, लेकिन इन मकड़ियों द्वारा काटे जाने की संभावना दुर्लभ है, क्योंकि ये मकड़ियाँ आमतौर पर…
बुश फ्रॉग खाते हुए एक मालाबार पिट वाइपर को कैमरे में कैद करना शायद आपकी शाम बिताने का तरीका न हो, लेकिन वन्यजीव जीवविज्ञानी यतिन कल्कि (28) के लिए ये…
इस साल 23 मई को, वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो (WCCB) के अधिकारियों और धेमाजी वन विभाग ने असम के धेमाजी जिले के जोनाई में एक व्यक्ति से ऊदबिलाव की चार…
अजरबैजान की राजधानी बाकू में चल रहे जलवायु सम्मेलन के पहले दिन कार्बन ट्रेडिंग को आसान बनाने से जुड़ा पेरिस समझौते का अनुच्छेद 6.4 अपनाया गया। यह सम्मेलन के शुरुआत…
भारत में बड़े शहरों की तुलना में उदयपुर जैसे झीलों और भीड़-भाड़ वाले छोटे शहर पक्षियों की बड़ी आबादी और सैकड़ों प्रजातियों को फलने-फूलने में ज्यादा मदद कर सकते हैं।…
भारत में गिद्ध संरक्षण की आर्थिक व्यवहार्यता का मूल्यांकन करने वाले एक नए शोधपत्र में पाया गया है कि पशुओं के शवों के निपटान के प्राकृतिक और किफायती समाधान के…
महाराष्ट्र के नान्नज के घास के मैदान, पेड़ों से भरे छोटे-छोटे जंगलों, मानव बस्तियों, निजी और सार्वजनिक चरागाह भूमि और कृषि क्षेत्रों से घिरे हुए हैं। ग्रेट इंडियन बस्टर्ड अभयारण्य…
हमारी दुनिया लगातार गर्म हो रही है। इससे हमारी बुनियादी जरूरतें भी तेजी से बदल रही हैं। अब हमें रोटी, कपड़ा, मकान और शिक्षा व स्वास्थ्य के साथ-साथ घरों और…
क्या पर्यावरण हितैषी होने का दावा करने वाले उत्पाद पर्यावरण के लिहाज से उतने ही अच्छे हैं जितना कि बताया जाता है? जैसे-जैसे पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ रही है,…
मध्य प्रदेश के पर्यटन विभाग ने साल 2022 की शुरुआत में नर्मदा नदी पर पर्यटकों के लिए क्रूज शिप सेवा शुरू करने का प्रस्ताव रखा था। ये क्रूज अभी तक…
केरला में बाढ़ के बाद सर्वे करते हुए वॉलियंटर मनीजा मुरली एक ऐसी किशोरी से मिलीं जो ऑटिज़्म से जूझ रही थी। वह बाढ़ से बचकर बाहर निकली थी और…
कल्पना कीजिए कि आप टमाटर की खेती करने वाले किसान हैं। आपको सूखे का सामना करना पड़ा है। इससे पैदावार कम हुई है। फसल की गुणवत्ता भी खराब हुई है।…
जहां कभी लोगों की बस्तियां थीं, हरियाली थी, वह इलाका अब पूरी तरह से उजाड़ हो चुका है। हर तरफ मलबा, मिट्टी और बड़े-बड़े पत्थर बिखरे दिख रहे हैं। ऐसा…
देश में गर्मी के मौसम में कई हिस्सों में भीषण लू का प्रभाव रहा। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में अप्रैल और मई के दौरान आम चुनाव करवाने का काम…
पिछले महीने संपन्न हुए आम चुनावों में मिले झटकों के बाद केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को अपना सातवां बजट पेश किया। यह मौजूदा सरकार का पहला बजट…
साजिदा शेख की उम्र 45 साल है। वो 17 साल से गुजरात के सूरत जिले के पलसाना में स्थित कपड़ा क्लस्टर गुजरात ईको टेक्सटाइल पार्क में रंगाई के लिए आने…
मई और जून के महीनों में बाहर पड़ रही भीषण गर्मी के बावजूद भी भोपाल के एकलव्य फाउंडेशन के कर्मचारी एक पंखे के नीचे खुश हैं। उन्हें दूसरे दफ्तरों के…
1979 के बाद से, चार दशकों में मेघालय राज्य सहित बांग्लादेश और भारत क्षेत्र के पूर्वोत्तर हिस्सों में एक दिन में होने वाली चरम बारिश की घटनाएं चार गुना बढ़…
तिलापिया मछली पाक खाड़ी के तटीय जल में अपने लिए नई जगह बना रही हैं। वो न सिर्फ इस नए क्षेत्र में बस रही हैं बल्कि प्रजनन भी कर रही…
सूर्य प्रसाद पौडेल, 42 वर्षीय एक दुबले-पतले व्यक्ति, जिनकी नाक तीखी, आंखें धंसी हुई और चेहरे पर भूरे बाल हैं। वे अपने मिट्टी के घर के सामने डगमगाते हुए खड़े…
हाल ही में इकोलॉजिकल इकोनॉमिक्स जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया है कि भारतीयों का खान-पान पर्यावरण पर होने वाले दुष्प्रभावों पर सबसे ज्यादा असर डालता है। खास…
गेविलियस जीन वाले मगरमच्छों की फैमिली में से बची एकमात्र प्रजाति, घड़ियाल की संख्या कम होती जा रही है। इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) की रेड लिस्ट में…
दिसंबर का महीना है और कोक्करेबेल्लूर गांव में सुबह-सुबह चमकदार सूरज निकला होने के बावजूद ठंड अपने चरम पर है। साल 2017 में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत कम्युनिटी…
भारत में हुई एक नई स्टडी में दक्षिण-पश्चिमी भारत के मैंग्रोव में पाए गए कई तरह के माइक्रोप्लास्टिक और उनके डिस्ट्रीब्यूशन के बारे में जानकारी दी गई है। इससे, इन…
छत्तीसगढ़ में पर्यावरण को बचाने के लिए काम करने वाले जमीनी कार्यकर्ताओं के लिए 29 अप्रैल का दिन खास रहा। इस दिन राज्य के पर्यावरण कार्यकर्ता आलोक शुक्ला को संकटग्रस्त…